Aam Aadmi Party: गुजरात-हिमाचल विधानसभा चुनाव के नतीजे भले ही आप को सत्ता दिलाने में कामयाब ना रहे हो लेकिन गुजरात के नतीजों ने पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा जरूर दिला दिया है. दरअसल आप को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिये किसी एक राज्य में 6% वोट शेयर की ज़रूरत थी जिसे गुजरात ने पूरा कर दिया.
गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी को 13% वोट शेयर के साथ 5 सीटें हासिल हुई. ऐसे में जब पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर अपनी जगह बना चुकी है तो सबकी निगाह 2024 के लोकसभा चुनाव में आप की भूमिका पर टिक गई है. आप ने भी 2024 का लोकसभा चुनाव पूरी मजबूती के साथ लड़ने की तैयारी भी अभी से शुरू कर दी है.
क्या है डॉ संदीप पाठक को राष्ट्रीय महामंत्री बनाने की वजह?
आम आदमी पार्टी ने आप के पंजाब से राज्यसभा सांसद डॉ संदीप पाठक के नाम का एलान राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के तौर पर कर दिया है. ये पहली बार है जब पार्टी ने किसी को संगठन महामंत्री बनाया है. जो इस बात की तरफ इशारा करता है कि आप 2024 के चुनाव से पहले अपने संगठन को मजबूत कर लेना चाहती है ताकि 2024 के चुनाव में आप का दबदबा कायम रहे.
डॉ संदीप पाठक को संगठन महामंत्री बनाने के पीछे की सबसे बड़ी वजह पंजाब और गुजरात चुनाव के नतीजे ही रहे. दरअसल संदीप पाठक को आप का चाणक्य माना जाता है. पंजाब चुनाव में आप को सत्ता तक पहुंचने का चुनावी समीकरण संदीप पाठक ने ही तैयार किया और इस जीत के बाद पार्टी ने उन्हें इनाम के तौर पर राज्यसभा भेज दिया. इसके बाद एक और अहम चुनाव गुजरात की भी ज़िम्मेदारी उन्हें प्रभारी बनाकर सौंपी गयी जिसमें वो पार्टी को शून्य से 13% वोट शेयर तक दिलाने में कामयाब रहे. यही वजह है कि पार्टी ने अब 2024 की कमान भी संदीप पाठक को सौंप दी है.
क्या बोले संदीप पाठक?
संगठन महामंत्री बनने के बाद जब संदीप पाठक से जब सवाल पूछा गया कि आप का 2024 का प्लान क्या है तो इस पर संदीप पाठक ने कहा कि प्लान बिल्कुल सरल है. केजरीवाल की सकारात्मक राजनीति को देश के हर गली-मोहल्ले और हर घर तक पहुंचाना है जो सबसे ज़्यादा ज़रूरी है. संदीप पाठक ने कहा कि इसी राजनीति को लोगों ने अब तक सराहा है और पार्टी को उम्मीद है कि आगे भी लोग इसे सराहेंगे.
इसके साथ ही संदीप पाठक से सवाल पूछा गया कि क्या आप का मक़सद 2024 का चुनाव मोदी बनाम केजरीवाल के तौर पर लड़ने का है तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमारा फोकस एक ही चीज़ पर है कि सकारात्मक राजनीति को घर-घर तक पहुंचाना है, फिर जनता ही तय करेगी कि आगे क्या करना है.
'केजरीवाल की नई राजनीति ही उम्मीद'
केजरीवाल की नई राजनीति ही आगे की उम्मीद है. इसके अलावा जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी एकला चलो के सिद्धांत पर 2024 का चुनाव लड़ने की तैयारी में है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को जोड़ तोड़ की राजनीति समझ नहीं आती बस पॉजिटिव राजनीति को हमें आगे पंहुचाना है. फिर जनता तय करेगी कि क्या करना है.
आप के संगठन मंत्री के इस बयान से ये तो साफ़ है कि पार्टी ने 2024 का चुनाव पूरी ताक़त से लड़ने का फैसला कर लिया है. इसी के मद्देनजर पार्टी ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई है. ये बैठक 18 दिसंबर को होने वाली है. राष्ट्रीय परिषद की इस बैठक में आप के देशभर के जनप्रतिनिधियों सहित कई राज्यों के नेता शामिल होंगे.
किन तैयारियों को लेकर होगी चर्चा?
इस बैठक में साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए आप की तैयारियों को लेकर चर्चा की जाएगी. ये इस बात का इशारा है कि फ़िलहाल पार्टी 2024 के चुनाव में आप किसी गठबंधन का हिस्सा बनने को तैयार नजर नहीं आ रही है. साफ है कि पार्टी ये मानती है कि इस वक्त नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के सामने अरविंद केजरीवाल का चेहरा ही बड़ा है.
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