नई दिल्ली: बीजेपी नेता के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी कहने वाले बयान पर राजनीति गरमाई हुई है. आम आदमी पार्टी इस बयान पर बीजेपी को घेरने की तैयारी में है. केजरीवाल को आतंकी कहे जाने वाले बयान के खिलाफ अब आम आदमी पार्टी के नेता शांति मार्च करेंगे. तीन दिन तक पूरी दिल्ली में, 70 विधान सभाओं में आम आदमी पार्टी के नेता घर-घर जाएंगे और लोगों से कहेंगे कि वो तय करें अरविंद केजरीवाल आतंकवादी हैं या उनका बेटा या भाई. साथ ही लोगों से अपील करेंगे कि अगर आप अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी नहीं मानते हैं तो 8 फरवरी को झाडू को वोट दें. शुक्रवार से इस अभियान की शुरुआत हो गयी है.


इस मौन विरोध मार्च के दौरान बीजेपी की अभद्र टिप्पणी की निंदा करने के लिए आम आदमी पार्टी के समर्थक अपने हाथों पर काले रिबन बांधेंगे. इसके अलावा पार्टी के वालंटियर दिल्ली के लोगों से मिलेंगे और पैम्पलेट वितरित करेंगे. पार्टी के नेता और वालंटियर दिल्ली के लोगों से अपील करेंगे कि वे तय करें कि केजरीवाल उनके बेटे हैं या आतंकवादी. आम आदमी पार्टी का लक्ष्य है कि ज़्यादा से ज़्यादा मतदाताओं तक इस सवाल को पहुंचाया जाए कि क्या बहुमत के आधार पर चुनी सरकार के मुख्यमंत्री को आतंकवादी कहना ठीक है. पार्टी के नेता और वालंटियर जनता से अपील करेंगें कि अगर वह अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी नहीं मानते तो 8 फरवरी को झाड़ू को वोट करें.


गौरतलब है कि बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने एक भाषण में अरविंद केजरीवाल को आतंकी कहा था. इस सिलसिले में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली की जनता तय करेगी कि वो उन्हें बेटा मानती है या आतंकवादी. बीजेपी पर निशाना साधते हुए अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया था, "अगर अरविंद केजरीवाल को अपना बेटा समझते हो तो झाड़ू को वोट देना. अगर आतंकवादी समझते हो तो कमल को वोट देना." इस बयान के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत भी दी है.


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