नई दिल्ली: केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में आज तीसरे दिन भी राज्यसभा में हंगामा हुआ. आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने आज फिर किसानों का मुद्दा उठाया. संजय सिंह ने कहा कि किसानों को खालिस्तानी कहा जा रहा है. दिल्ली के बॉडर्स पर कटीले तार और कंक्रीट के बैरिकेड लगा दिए गए हैं. ऐसा लगता है कि दुश्मन देश की सेना आने वाली है. सरकार को ऐसा करने की जरूरत क्या है? संजय सिंह ने फिर दोहराया कि सरकार को तीनों काले कानून वापस लेने ही पड़ेंगे.


बॉर्डर पर कटीले तार और कंक्रीट के बैरिकेड लगा दिए गए- संजय सिंह


संजय सिंह ने कहा, ''किसानों पर आंसू गैस के गोले चलाए गए, पानी की बौछार की गई, उनको आतंकवादी कहा गया, उनको गद्दार और खालिस्तानी कहा गया. क्या सरकार के पास इन किसानों को फोन कॉल करने का पैसा तक नहीं है? जिनके पूर्वजों ने देश के लिए शहादत दी,उनके वंशजों को खालिस्तानी आतंकवादी कहां जा रहा है. यह तीनों काले कानून वापस लेने ही पड़ेंगे.'' उन्होंने कहा, ''बॉर्डर पर कटीले तार और कंक्रीट के बैरिकेड लगा दिए गए हैं, ऐसा लगता है कि दुश्मन देश की सेना आने वाली है. यह तभी होता है जब देश का शासक जनता से डरता है या देश की जनता को शत्रु समझता है. इनके कारण महान किसान नेता महेंद्र टिकैत के बेटे राकेश टिकैत को रोना पड़ा.''


संजय सिंह ने आगे कहा, ''सरकार कहती है कि किसानों को बिल समझ में नहीं आ रहा, सरकार की दिक्कत यह है कि किसानों को बिल समझ में आ गया है और इसी वजह से सरकार को तीनों काले कानून वापस लेने होंगे. यह किसान सरकार की नाक में नकेल डाल देंगे. कहा यह जा रहा है कि यह ऐसा बिल तो कांग्रेस सरकार भी पास करना चाहती थी, लेकिन उस दौरान अरुण जेटली और सुषमा स्वराज ने बिल का विरोध किया था.''


जनता ने कांग्रेस को 55 सीटों पर पहुंचाया, बीजेपी को 5 पर पहुंचा देगी- संजय सिंह


संजय सिंह ने कहा, ''कांग्रेस नेताओं ने साल 2019 के घोषणा पत्र में इस तरीके का कानून बनाने की बात कही थी, जनता ने पार्टी को 55 सीटों पर पहुंचा दिया. बीजेपी ने तो लागू ही कर दिया है तो आपको पांच पर पहुंचा देगी. यह कानून किसानों के लिए नहीं लाया गया बल्कि चार पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए यह कानून लाया गया.  यह सरकार उन चार पूंजीपतियों की सरकार है जो कि चुनाव लड़ने के लिए होनी पूंजीपतियों से चंदा भी लिया जाता है और उन्हीं के पक्ष में कानून भी बनाए जाते हैं.''



आप सांसद ने कहा, ''आम आदमी पार्टी सरकार किसानों का साथ देती रही है और देती रहेगी. अभी भी आम आदमी पार्टी सरकार दिल्ली बॉर्डर पर पानी, शौचालय और खाने का इंतजाम करना चाहती है लेकिन केंद्र सरकार उसको रोक रही है.  26 जनवरी को 7 रूट पर किसानों के रैली हुई, कहीं कोई हिंसा नहीं हुई. लाल किले पर जिन लोगों ने हमला किया,जिन लोगों ने लाल किले पर तिरंगे का अपमान किया, वह भाजपा के लोग थे. और जो दीप सिद्धू बीजेपी का नेता है उसकी तस्वीर गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के साथ है. बीजेपी को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने लाल किले का अपमान क्यों किया? तिरंगे का अपमान क्यों किया?''

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