दिल्ली: कपिल मिश्रा आज जाएंगे ACB दफ्तर, टैंकर घोटाले में केजरीवाल के करीबियों की करेंगे शिकायत
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दो करोड़ रुपए की घूस लेने का आरोप लगाने वाले पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा आज एसीबी (Anti Corruption Bureau) के दफ्तर जाएंगे. कपिल मिश्रा टैंकर घोटाले में केजरीवाल के करीबियों की शिकायत करेंगे. कल कपिल मिश्रा ने सत्येंद्र जैन पर हमला बोलते हुए कहा था कि सत्येंद्र जैन की भी जल्द ही छुट्टी होगी, केजरीवाल जैन को जल्द हटाएंगें.’
कपिल मिश्रा के मुताबिक, वे दो व्यक्तियों का नाम एसीबी को देंगे जिनका संबंध टैंकर स्कैम से है. ये दो नाम आशीष तलवार और विभव पटेल हैं. कपिल मिश्रा ने कहा है कि सच की जीत की शुरुआत हो चुकी है. कल सुबह 11 बजे एंटी करप्शन ब्यूरो ऑफिस जाऊंगा.
कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर लगाया है भ्रष्टाचार का आरोप
कल सुबह 11.30 बजे कपिल मिश्रा मीडिया के सामने आए और अरविंद केजरीवाल पर बड़ा आरोप लगाया. कपिल मिश्रा ने कहा, ”सत्येंद्र जैन जमीन सौदे के लिए दो करोड़ रुपये दिए. मैंने अपनी आंखों से केजरीवाल को पैसे लेते देखा.”
कपिल मिश्रा ने कहा, ”सत्येंद्र जैन ने अरविंद केजरीवाल के सगे रिश्तेदार के लिए 50 करोड़ की डील कराई. अपनी आंखों से शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल को पैसे लेते देखकर चुप रहना मेरे लिए असंभव था, मैं पूरी रात सो नहीं पाया.”
कपिल मिश्रा ने कहा, “केजरीवाल जी बताएं वो किसका पैसा था, बताएं ये कहां से आया, मेरे बोलने के बाद मुझे हटाया गया, मैं हटाने के बाद नहीं बोल रहा हूं. मैं अपना बयान एलजी के पास ऑन रिकॉर्ड देकर आय़ा हूं, सीबीआई को सब बताऊंगा”
कपिल ने केजरीवाल पर आरोप के नहीं दिए कोई सबूत
हालांकि कपिल ने इस आरोप के लिए कोई सबूत नहीं दिए. उन्होंने कहा, ”मैंने सारी जानकारी एलजी साहब को दे दी है. इसकी जांच होनी चाहिए. मैं अपनी बात किसी भी जांच एजेंसी के सामने बोलने के लिए तैयार हूं.”
कपिल मिश्रा ने कहा, ”हमें भरोसा था कि एक आदमी ईमानदार है अरविंद केजरीवाल, जो कोई भ्रष्टाचार नहीं करवा सकता. भरोसा था कि बेटी को पद देने का केस और मनी लॉन्ड्रिंग का केस जब केजरीवाल की जानकारी में आएगा, तो वह सब ठीक कर देंगे.”
मैं पार्टी छोड़ कर नहीं जाऊंगा- कपिल
कपिल मिश्रा ने कहा, ”यह मेरी पार्टी है, हमने पार्टी के लिए लाठी डंडे खाएं हैं. ना मैं पार्टी छोड़ कर जाऊंगा और ना ही मुझे कोई निकाल सकता है.” उन्होंने कहा, ”मैंने शीला दीक्षित के खिलाफ वाटर टैंकर घोटाले की रिपोर्ट तैयार की थी. उसके बाद क्या हुआ ये सबने देखा. ऐसा नहीं है कि मैं मंत्री पद से हटने के बाद बोल रहा हूं. बोलने के बाद मुझे हटाया गया है.”
कपिल मिश्रा ने कहा, ”अपनी आंखों से कैश लेनदेन देखने के बाद मेरा चुप रहना मुमकिन नहीं था. भले ही पद और प्राण चले जाएं, नौकरी छोड़कर पार्टी में आया था. आंदोलन के लिए हमेशा साथ खड़ा रहा.”