नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में शनिवार देर रात से लेकर रविवार सुबह तक हुई मूसलाधार बारिश ने तमाम सिविक एजेंसियों की पोल खोल कर रख दी. कई जगहों पर जलभराव के कारण यह बारिश लोगों के लिए आफत साबित हुई. मिंटो रोड पर तो हुए जलभराव के चलते 56 साल के एक आटो चालक की डूबने से मौत हो गई.


अब मिंटो रोड पर पानी जमा होने का मामला राजनीतिक रूप ले चुका है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने इसको लेकर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं.


आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा, ''बीजेपी का ITO पर मिंटो ब्रिज के पास एक दफ्तर बना. उस कंस्ट्रक्शन के चलते दिल्ली जल बोर्ड की पानी की और सीवरेज की लाइनें ब्लॉक हो गई. वहां इतना मटेरियल मंगवाकर कंस्ट्रक्शन करवाई जा रही थी कि मलवा इकट्ठा हो गया.''






आप नेता ने आगे कहा,'' सवाल बनता है कि मिंटो ब्रिज का जो इलाका है वो तो NDMCके अधीन आता है,जो केंद्र सरकार के अधीन है फिर भी वहां ऐसी स्थिति(जलभराव)बनी. BJP अपनी जिम्मेदारियों से भागने की कोशिश करती है.''


बता दें कि मिंटो ब्रिज पर पिछले 30 सालों से बारिश का पानी भर रहा है, लेकिन आज तक कोई सरकार या स्थानीय निकाय इसका स्थायी हल नहीं निकाल पाई. मिंटो ब्रिज की देखरेख, अंडरपास में जलभराव और साज-सज्जा को मिलाकर चार विभागों के पास इसका जिम्मा है. लगभग 300 मीटर लंबे इस अंडरपास की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद, उत्तरी दिल्ली नगर निगम और उत्तर रेलवे की है.


रविवार को एक व्यक्ति की हुई मौत


मिंटो रोड पर रविवार को हुए जलभराव के चलते 56 साल के एक आटो चालक की डूबने से मौत हो गई, जबकि यहां एक डीटीसी बस के चालक, कंडक्टर और एक ऑटो-रिक्शा चालक सहित जखीरा अंडरपास पर जलभराव में फंसे कुल 9 लोगों को दिल्ली फायर सर्विस की टीम ने सीढ़ी का इस्तेमाल कर काफी मशक्कत के बाद इन्हें बचाया.