नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों में बीजेपी से मुकाबले के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर ऊहापोह की स्थिति के बीच आम आदमी पार्टी का बड़ा बयान आया है. आप ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपनी दिल्ली इकाई की आड़ लेने के बजाय देश के हालात को देखते हुए आप के साथ सीट-बंटवारे पर फैसला करना चाहिए. आप की दिल्ली इकाई के संयोजक गोपाल राय ने कहा, ''आप ने गठबंधन के लिए सैद्धांतिक फैसला किया और इसके लिए लोकसभा चुनाव में लोकतंत्र को बचाने और दिल्ली की जनता की आवाज को मजबूत करने की जरूरत को समझा, जबकि पार्टी के अंदर आपत्तियां सामने आई थीं.''


राहुल गांधी ने आज सुबह ही कहा था कि कांग्रेस की प्रदेश इकाई आप के साथ गठबंधन नहीं चाहती. राय ने कहा, ''मुझे लगता है कि या तो राहुल गांधी देश के हालात को नहीं समझ रहे हैं या अपनी पार्टी के संगठन को समझा नहीं पा रहे हैं. अपनी राज्य इकाई की आड़ लेने के बजाय राहुल को फैसला लेना चाहिए.'' उन्होंने कहा, ''हमारे कार्यकर्ता गठबंधन नहीं चाहते. कई नेता व्यक्तिगत रूप से इसके खिलाफ हैं. लेकिन देश के हित में गठबंधन करने का फैसला किया गया.''


दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद घोषणा की थी कि आप के साथ गठबंधन करने के खिलाफ एकमत बन गया है. इस घोषणा के बाद आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस तरह की अफवाहें हैं कि कांग्रेस की बीजेपी के साथ गुप्त समझ बन गयी है और उनकी पार्टी इस अपवित्र गठबंधन से मुकाबले को तैयार है.


राय ने कहा कि यह अलग मामला है कि दिल्ली कांग्रेस गठबंधन के बारे में क्या कहती है लेकिन गांधी को इस संबंध में देश के सामने केंद्र की बीजेपी सरकार की तानाशाही जैसी चुनौतियों पर विचार करते हुए जिम्मेदारी से फैसला लेना चाहिए. इस बीच बुधवार को कांग्रेस ने दावा किया था कि आम आदमी पार्टी के नौ विधायक उसके साथ संपर्क में हैं और पाला बदलना चाहते हैं.


इससे पहले निलंबित आप विधायक और केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री संदीप कुमार ने मंगलवार को दिल्ली कांग्रेस के दफ्तर जाकर दीक्षित से मुलाकात की थी.


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