नई दिल्ली: दिल्ली में पानी को लेकर सियासत लगातार जारी है. एक ओर केजरीवाल कह रहे हैं की वो पानी पर राजनीति नहीं करना चाहते हैं, तो वहीं आप ने राम विलास पासवान का इस्तीफा मांगा है. साथ ही पार्टी ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पानी को लेकर कराए गए टेस्ट को फर्जी बताया है. वहीं इसकी टाइमिंग पर सवाल खड़े किए हैं. आम आदमी पार्टी ने यह भी आरोप लगाया है कि रामविलास पासवान के आरओ वाटर प्यूरीफायर कंपनियों के साथ सांठगांठ है और उन्हीं के लिए यह रिपोर्ट बनाई गई है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि "मैं पानी के ऊपर राजनीति नहीं करना चाहता. इनमें से किसी को भी दिल्ली के पानी से कोई सरोकार नहीं सिर्फ राजनीति की जा रही है. आपसे निवेदन है कि कहीं गंदा पानी आ रहा है तो हमें बताइए हम ठीक करेंगे. मेरा मकसद दिल्ली के लोगों को साफ पानी पहुंचाना है. मेरी तू तू मैं मैं मैं कोई दिलचस्पी नहीं है."
वहीं आप नेता राघव चड्ढा ने कहा, हम बड़ा स्पष्ट यह कहना चाहते हैं पीआरओ कंपनी और रामविलास पासवान का रिश्ता है जो सांठगांठ है उस पर स्पष्टीकरण दें और नैतिकता के आधार पर जब तक यह जांच नहीं हो जाती तुरंत प्रभाव से इस्तीफा देना चाहिए.
आप ने केंद्रीय मंत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर दी है. आम आदमी पार्टी का आरोप है की दिल्ली में पानी को लेकर जो उपभोक्ता मंत्रालय ने रिपोर्ट तैयार की है वो फर्जी है और कुछ बड़ी आरो कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई हैं. ये उस फैसले को प्रभावित करने के लिए बनाई गई थी जो एनजीटी ने मई में दिया था. जिसमें दिल्ली में आरओ और प्योरिफायर की बिक्री पर रोक के आदेश दिए थे. इस आदेश को इन कंपनियों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.
आप का ये भी आरोप है की ये सैंपल बीआईएस यानी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स के अधिकारियों ने नहीं बल्कि रामविलास पासवान की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लिए हैं. इसके अलावा ये टेस्ट बीआईएस से कराए गए जबकि बीआईएस के पास इसके लिए लैब नहीं हैं. वहीं इसकी कमेटी में आरओ और प्यूरीफायर कंपनियां ही शामिल हैं.
जहां एक ओर आम आदमी पार्टी केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के मंत्रालय द्वारा बनाई गई इस रिपोर्ट को झूठा और फर्जी बता उनके इस्तीफे की मांग कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल इस पर राजनीति नहीं करने की बात कह रहे हैं. इसके अलावा केजरीवाल खुद मानते हैं कि 70 साल की कमियों को 5 साल में दूर नहीं किया जा सकता.
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते बीआईएस द्वारा नल के पानी की रिपोर्ट आई थी, जिसमें 21 शहरों में सबसे ज्यादा खराब पानी दिल्ली का बताया गया. जिसके बाद से दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बीच जंग छिड़ गई. फिलहाल दोनों तरफ से ही बयान बाजी और ट्वीट जारी हैं. इस बीच अपने इस्तीफे की मांग कर इस लड़ाई को आगे बढ़ा दिया है.
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