आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (BJP) से ईडी और सीबीआई ले लें तो इनके पास कुछ नहीं बचेगा. शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे अलग-अलग पार्टियां बनाएंगे. उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई के yn hj बीजेपी खुद को मजबूत और बड़ा कर रही है. इस पर नेशनल कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रवक्ता ब्रज मोहन श्रीवास्तव ने पूछा, 'तो आचार्य प्रमोद कृष्णम के पीछे कौन सी ईडी-सीबीआई लगी हुई है. वो क्यों छोड़कर चले गए.'
गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि अगर 2024 में बीजेपी जीतती है तो 2029 में वह भारत को बीजेपी से मुक्त कराएंगे. उनके इस बयान पर टीवी डिबेट में पूछे गए सवाल के जवाब में रीना गुप्ता ने यह बयान दिया. उन्होंने कहा कि अगर बीजीपे के पास ईडी-सीबीआई न हो तो शिवराज सिंह चौहान अलग पार्टी बनाएंगे और वसुंधरा राजे अलग पार्टी बनाएंगी.
रीना गुप्ता बोली, 2024 का चुनाव पांडव-कौरवों की लड़ाई
रीना गुप्ता ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर भी बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि 2024 का चुनाव कौरव और पांडवों की लड़ाई होगी. उन्होंने आरोप लगाया कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने धांधली की है. उन्होंने कहा कि इस घटना से ऐसा लगा जैसे 70-80 के दशक में बैलेट पेपर लेकर भागने की खबरें सुनते थे वैसा ही अब हो रहा है. इस पर राजनीतिक विशलेषक संजय राणा ने रीना गुप्ता से पूछा कि आपके बार्षद तो बैलेट बॉक्स नहीं हैं तो वो क्यों भाग गए.
30 जनवरी को चंडीगढ़ में मेयर चुनाव हुआ था, जिसे लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने आरोप लगाया कि चुनाव में धांधली हुई है. दोनों पार्टियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिरा दायर की और सुबूत के तौर पर एक चुनाव अधिकारी अनिल मसीह का वीडियो भी पेश किया. वीडियो को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कल अनिल मसीह की लताड़ लगाई और पूछा कि क्या उन्होंने बैलेट पेपर पर क्रॉस मार्क किया.
इस मामले को लेकर चल रही टीवी डिबेट में रीना गुप्ता ने कहा कि 2024 की लड़ाई कौरव और पांडवों की लड़ाई होगी. आपने देखा कि सुप्रीम कोर्ट में बिल्कुल क्लीयर हो गया कि बीजेपी ने धोखाधड़ी से चंडीगढ़ मेयर का चुनाव जीतने की कोशिश की. जब सुप्रीम कोर्ट ने रिटर्निंग ऑफिसर से पूछा कि तुमने वोटों पर क्यों निशान लगाए तो उसके पास कोई जवाब नहीं था. कोर्ट ने बोल दिया कि सरा-सर धोखाधड़ी हुई.
संजय राणा ने पूछा, पार्षद तो बैलेट बॉक्स नहीं तो क्यों भाग गए
रीना गुप्ता ने आगे कहा, 'आपको याद होगा कि हम 70-80 के दशक में सुनते थे कि बूथ कैपचरिंग हो गई, बैलेट बॉक्स लेकर भाग गए. हमें लगा कि वो पुराने दिन हैं. अब तो मदर ऑफ डेमोक्रेसी है और बढ़िया तरीके से लोकतंत्र चल रहा है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. आज भी मोदी जी के राज में एक छोटे से मेयर के चुनाव में ऐसा हुआ.'
राजनीतिक विशलेषक संजय राणा ने रीना गुप्ता से पूछा, 'आप कह रही हैं कि पहले जमाने में बैलेट बॉक्स उठा कर ले जाते थे. ये बताइए आपके तीन पार्षदों को कौन उठाकर ले गया. वो तो बैलेट बॉक्स में ही थे न? न ही पर्ची से उसमें कुछ डाला गया था. आपको छोड़कर चले आए हैं. दूसरी बात अगर मेयर की चर्चा करते हैं तो मेयर ने रिजाइन कर दिया है.' रीना गुप्ता के आरोपों पर संजय राणा ने कहा, 'किसी भी सुप्रीम कोर्ट ने ये नहीं बोला है. आप सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलकर टीवी डिबेट में प्रस्तुत न करें. जो सत्यता है. उसको सामने रखें. आपके लोग आपको छोड़कर जा रहे हैं. आपका परिवार आपसे संभल नहीं रहा है तो उसके लिए मोदी जी जिम्मेदार थोड़े हैं.'
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