Vice Presidential Election 2022: जगदीप धनखड़ या मार्गरेट अल्वा? AAP ने उपराष्ट्रपति चुनाव में इन्हें समर्थन देने का किया एलान
उपराष्ट्रपति पद के लिए छह अगस्त को वोट डाले जाएंगे. बीजेपी ने जगदीप धनखड़ को कैंडिडेट बनाया है. वहीं विपक्ष ने मार्गरेट अल्वा को उम्मीदवार घोषित किया है.
Vice Presidential Election 2022: उपराष्ट्रपति चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) विपक्षी दलों के उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) का साथ देगी. आप के सांसद संजय सिंह ने पार्टी की बैठक के बाद इसकी घोषणा की. उपराष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा के लिए आम आदमी पार्टी ने आज बैठक बुलाई थी.
इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, आतिशी, दुर्गेश पाठक, इमरान हुसैन, संजय सिंह, राखी बिडलान और राघव चड्ढा मौजूद थे. आप की तरफ से समर्थन देने के एलान के बाद अल्वा ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को थैंक्यू कहा.
I thank @ArvindKejriwal and all the leaders and Members of Parliament of the AAP for their support in the Vice President’s election on August 6th. https://t.co/NWoegJNlkD
— Margaret Alva (@alva_margaret) August 3, 2022
मौजूदा समीकरण के मुताबिक, उपराष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ की जीत तय मानी जा रही है. लोकसभा और राज्यसभा के सांसद उपराष्ट्रपति चुनाव में वोट डालते हैं.
मायावती और जेएमएम ने रुख किया साफ
आज ही बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने धनखड़ को समर्थन देने का एलान किया. उन्होंने राष्ट्रपति के चुनाव में भी एनडीए का साथ दिया था. वहीं झारखंड में सत्तारूढ़ जेएमएम ने मार्गरेट अल्वा को समर्थन देने की घोषणा की. जेएमएम ने राष्ट्रपति के चुनाव में द्रौपदी मुर्मू का साथ दिया था.
अल्वा ने पिछले दिनों सभी सांसदों को पत्र लिखकर कहा है कि निर्वाचित होने पर वह विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच सेतु बनाने, राष्ट्रीय मुद्दों पर आम सहमति बनाने और संसद के गौरव को बहाल करने के लिए काम करेंगी. उन्होंने कहा, ‘‘परिवर्तन का समय है. उपराष्ट्रपति पद का चुनाव पार्टी व्हिप के अधीन नहीं है और इसमें गुप्त मतदान होता है.''
मार्गरेट अल्वा ने कहा, ''इसका उद्देश्य सदस्यों को एक ऐसे उम्मीदवार के लिए बिना किसी भय के मतदान का अवसर देना जिनके बारे में उन्हें विश्वास है कि वह इस महत्वपूर्ण पद के साथ न्याय करेगा/करेगी. एक उम्मीदवार जो निष्पक्ष, निडर हो और संसद के उच्च सदन की कार्यवाही उसकी गरिमा के अनुरूप संचालित करे.’’