AAP vs BJP: रोहिंग्या को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी आमने-सामने, किसने क्या कहा?
Politics News: दिल्ली में बसे रोहिंग्याओं को EWS फ्लैट में शिफ्ट किये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मसले पर भाजपा और आम आदमी पार्टी आमने-सामने हो गई हैं. आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला?

Rohingya EWS Flat Case: दिल्ली में बसे रोहिंग्याओं को EWS फ्लैट में शिफ्ट किये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मसले पर भाजपा और आम आदमी पार्टी आमने-सामने हो गई हैं. भाजपा AAP पर तुष्टिकरण का आरोप लगा रही हैं, जबकि आम आदमी पार्टी का आरोप है कि भाजपा और दिल्ली के एलजी रोहिंग्याओं को बसाने की तैयारी में थे. उन्होंने राज्य सरकार को कॉंफिडेंस में नहीं लिया. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साफ किया कि गृह मंत्रालय ने लोगों को बसाने का कोई भी निर्देश नहीं दिया. उधर, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी को ट्वीट पर विश्व हिंदू परिषद ने उन्हें आड़े हाथों लिया है.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रोहिंग्याओं को शरणार्थी बताते हुए ट्वीट किया है. जिसके बाद विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने हरदीप सिंह पुरी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि घुसपैठिए और शरणार्थियों को एक कैसे कहा जा सकता है. इस मामले में केंद्र सरकार की किरकिरी होते देख गृह मंत्रालय ने पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है. गृह मंत्रालय ने कहा कि मंत्रालय ने नई दिल्ली के बक्करवाला में रोहिंग्या अवैध प्रवासियों को EWS फ्लैट उपलब्ध कराने का कोई निर्देश नहीं दिया है. बल्कि दिल्ली सरकार ने रोहिंग्याओं को एक नए स्थान पर स्थानांतरित करने का प्रस्ताव रखा था.
मंत्रालय ने कहा कि रोहिंग्या वर्तमान स्थान पर बने रहेंगे. क्योंकि MHA (Ministry Of Home Affairs) पहले ही विदेश मंत्रालय के माध्यम से संबंधित देश के साथ अवैध विदेशियों के निर्वासन का मामला उठा चुका है. अवैध विदेशियों को कानून के अनुसार उनके निर्वासन तक डिटेंशन सेंटर में रखा जाना है. दिल्ली सरकार ने वर्तमान स्थान को डिटेंशन सेंटर घोषित नहीं किया है. उन्हें तत्काल ऐसा करने के निर्देश दिए गए हैं.
क्या है पूरा मामला
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले महीने की 29 जुलाई को दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने बड़ी बैठक बुलाई थी. बैठक में अलग-अलग विभाग के करीब 15 अधिकारी शामिल हुए थे. इस बैठक के मिनट्स की कॉपी भी एबीपी न्यूज के पास है. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि दिल्ली के कंचनपुर मदनपुर खादर में रह रहे रोहिंग्या को बक्करवाला में एनडीएमसी द्वारा बनाए गए ईडब्ल्यूएस फ्लैट में शिफ्ट किया जाएगा. जिसे डिटेंशन सेंटर के रूप में उपयोग किया जाएगा.
इसके लिए मुख्य सचिव ने नई दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के सचिव को निर्देश दिया कि 1 सप्ताह में एनडीएमसी द्वारा बनाए गए 240 फ्लैट उन्हें सौंपे जाए. उनमें पानी और बिजली की व्यवस्था भी की जाए. सूत्रों की माने तो अलग-अलग विभागो के करीब 1100 से ज्यादा फ्लैट हैं. जो दिल्ली में अलग-अलग जगहों में महिलाओं को बसाने के लिए चिह्नित किए गए हैं. यह मामला तब सामने आया, जब केंद्रीय शहरी एवं आवास विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट करके रोहिंग्याओ को शरणार्थी संबोधित किया. जिस पर विश्व हिंदू परिषद ने आपत्ति जताई है.
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