नई दिल्ली: दिल्ली में मुख्य सचिव से मारपीट के आरोपी आम आदमी पार्टी के विधायकों को आज फिर जेल भेज दिया गया है. आज विधायकों की जमानत पर दिल्ली की एक अदालत में सुनवाई हुई. दोनों विधायकों को जमानत मिलेगी या जेल इसका फैसला अब कल होगा. वहीं, मुख्य सचिव की पिटाई पर आप विधायकों की गिरफ्तारी को लेकर जोरदार सियासी हंगामा हुआ. आम आदमी पार्टी और बीजेपी में प्रदर्शन की होड़ मच गई. एक तरफ गृहमंत्री राजनाथ सिहं के घर पर आप प्रदर्शन कर रही थी तो दूसरी तरह दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर बीजेपी ने प्रदर्शन किया.


सुनवाई में पुलिस ने कहा- विधायकों पर जान से मारने का केस बनता है
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने केजरीवाल के घर पर अपने साथ मारपीट होने का आरोप लगाया था. इसी मामले में ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला और प्रकाश जारवाल को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.


काम बोलना चाहिए, अधिकारियों पर दबाव बनाना गलत: सीएस के वकील
सुनवाई के दौरान कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने कहा कि आरोपियों पर जान से मारने की कोशिश का मामला बनता है. पुलिस ने कहा कि मामले में मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके सिंह का बयान लिया है. उन्होंने सात लोगों के नाम लिए हैं, चार लोग अभी बाहर हैं.


मुख्य सचिव की ओर से पेश हुए वकील ने कहा कि रात 12 विज्ञापन पर बात करने के लिए बुलाया गया. मुख्य सचिव ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के नियमों का पालन कर रहे हैं इसलिए विज्ञापन को पास नहीं कर सकते. मुख्य सचिव के मना करने के बाद विवाद हुआ. उन्होंने ये भी कहा कि विधायकों ने मुख्य सचिव को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के सामने मारा.


मुख्य सचिव के वकील ने कहा, "आपका काम खुद बोलना चाहिए, सरकारी अधिकारियों पर दबाव बनाकर गलत तथ्य पेश नहीं करवा सकते. सही कानून का पालन होता है ना कि अराजकता का माहौल है. सीएम ने क्यों नहीं रोका, सीएम ने आज तक नहीं कहा कि रोकने की कोशिश की.''


दिल्ली में अफसर बनाम सरकार में दिल्ली की आम जनता पिस रही है. पिछले तीन दिन से अफसर बैठक नहीं कर रहे हैं जिससे सरकारी काम नहीं हो रहा है. आज इसी मुद्दे पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी आमने सामने आ गईं. बीजेपी ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर के बाहर प्रदर्शन किया तो वहीं आप ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह प्रदर्शन किया.


झगड़े का कारण क्या है?
केजरीवाल के घर पर हुए कथित झगड़े की वजह एक विज्ञापन को बताया जा रहा है. आरोप है कि केजरीवाल की मौजूदगी में ही पार्टी के विधायकों और मंत्रियों ने मुख्य सचिव पर हमला कर दिया. हालांकि आम आदमी पार्टी ने आरोपों से इनकार किया है. वहीं उपराज्यपाल इस पूरे मामले की रिपोर्ट जल्द ही गृहमंत्रालय को देने वाले हैं.


मेडिकल रिपोर्ट से चोट की पुष्टि
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की मेडिकल रिपोर्ट एबीपी न्यूज को मिली है. जिसमें चोट लगने की पुष्टि हुई है. उनके चेहरे पर चोट के निशान हैं और चेहरे पर सूजन भी हैं. हालांकि विवाद के बाद से मुख्य सचिव मीडिया के सामने दिखे नहीं हैं. मेडिकल रिपोर्ट से ये बात साफ हो रही है कि पिटाई तो हुई थी.