नई दिल्लीः 2019 की शुरुआत में ही राहुल गांधी को अरविंद केजरीवाल ने बड़ा झटका दे दिया है. आम आदमी पार्टी महागठबंधन में शामिल नहीं होगी. विपक्ष की एकता के दावे एकाएक धूमिल पड़ते नजर आ रहे हैं. जहां यूपी में एसपी और बीएसपी के भी महागठबंधन में शामिल होने को लेकर संशय बरकरार है वहीं अब आम आदमी पार्टी ने भी 2019 लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन में शामिल होने से इनकार कर दिया है.
कल ही खबर आई थी कि आम आदमी पार्टी 2014 की तरह इस बार सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेगी. पार्टी का फोकस अभी सिर्फ़ 33 सीटों पर है जिसमें दिल्ली की 7, पंजाब की 13, हरियाणा की 10, गोवा की 2 और चंडीगढ़ की 1 सीट है.
आप के गोपाल राय द्वारा कल अनौपचारिक मीटिंग रखी गई थी जिसमें लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर चर्चा की गई. इसमें बताया गया कि आम आदमी पार्टी 15 फरवरी तक दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के सभी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर देगी. इसमें पार्टी दिल्ली ,पंजाब, हरियाणा, गोवा और चंडीगढ़ में मुख्यतः चुनाव लड़ेगी.
हालांकि कल जब गठबंधन को लेकर गोपाल राय से सवाल किया गया था तो उन्होंने सीधी टिप्पणी नहीं की थी. उन्होंने कहा था कि ‘हमने तीन राज्यों दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में सभी सीटों पर चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है. आगे क्या हालात बनेंगे उसपर पार्टी फ़ैसला करेगी’.
पार्टी ने पंजाब में फिलहाल कुल 13 लोकसभा में से 5 पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. जबकि दिल्ली में कुल 7 में से 5 सीट पर पहले ही प्रभारी घोषित हो चुके जो संभावित उम्मीदवार हैं. बाकी राज्यों की रिपोर्ट आने के बाद फैसला किया जाएगा.
हरियाणा
आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव की तैयारी जोरशोर से शुरू कर दी है और कल यानी 4 जनवरी को पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल हरियाणा के चरखी दादरी में रैली करेंगे. 5 जनवरी से लेकर 9 जनवरी तक केजरीवाल हरियाणा के 10 लोकसभा सीटों कें पदधिकारियों के साथ डोर टू डोर को लेकर बैठक करेंगे और 10 जनवरी से पूरे हरियाणा में पार्टी डोर टू डोर प्रचार लांच कर देगी.
पंजाब
अरविंद केजरीवाल 20 जनवरी को संगरूर, 29 जनवरी को आनंदपुर साहिब और 2 फरवरी को अमृतसर में रैली करेंगे
दिल्ली
दिल्ली और हरियाणा में हर 10 घरों पर पार्टी एक विजय प्रमुख बनाएगी. आम आदमी पार्टी दिल्ली और पंजाब में विजय प्रमुख नियुक्त करेगी. विजय प्रमुख का काम अपने इलाके के केवल 10 घरों पर फोकस करना होगा. विजय प्रमुख का काम होगा कि वोटिंग से एक हफ्ते पहले आम आदमी पार्टी की 'वोट पर्ची' उन 10 घरों में पहुंचाना और जिन 10 घरों की ज़िम्मेदारी दी गई उनसे लोगों को निकालकर वोट डलवाना. आप दिल्ली में 3,62,500 और हरियाणा में 4,62,500 विजय प्रमुख नियुक्त करेगी.
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