नई दिल्ली: आगामी दिल्ली नगर निगम के चुनावों को देखते हुए आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपने संगठन के अंदर पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है. इस प्रक्रिया के तहत संगठन में विधानसभा स्तर पर, जिला स्तर पर, वार्ड स्तर पर, पोलिंग स्टेशन स्तर पर और बूथ स्तर पर बदलाव किए जाएंगे. पुनर्गठन का काम 5 अगस्त 2020 से शुरू होकर 20 अगस्त तक चलेगा. बदलाव के तहत 2020 के विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले लोगों को नई जिम्मेदारियां दी जाएंगी.
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने एक बयान जारी करते हुए कहा, "आम आदमी पार्टी अपने दिल्ली प्रदेश स्तर के संगठन का पुनर्गठन करने जा रही है. यह पुनर्गठन विधानसभा, जिला, वार्ड, पोलिंग स्टेशन एवं बूथ स्तर पर किए जाएंगे. 5 अगस्त से शुरू होने वाली इस प्रक्रिया के तहत फरवरी 2020 में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में एक साधारण कार्यकर्ता से लेकर पदाधिकारियों तक के कार्य की समीक्षा की जाएगी. और जिन लोगों ने चुनाव के दौरान अच्छा काम करके दिखाया उन लोगों को इस प्रक्रिया में महत्व दिया जाएगा."
बयान में उन्होंने कहा, "साथ ही साथ जिन लोगों ने कोरोना महामारी काल के समय में राशन वितरण में, खाना वितरण करने में, सैनिटाइजेशन करने में तथा सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने जैसे कार्यों में अच्छी भूमिका निभाई, ऐसे लोगों को भी नई जिम्मेदारियां देने पर विचार किया जा रहा है, ताकि एक मजबूत और सक्रिय कार्यकर्ताओं का संगठन खड़ा हो सके."
गोपाल राय ने बताया, "ये प्रक्रिया पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ साथ विधानसभा स्तर के पदाधिकारियों द्वारा की जाएगी. इस प्रक्रिया के तहत विधानसभा ऑब्जर्वर अपनी विधानसभा से संबंधित एक रिपोर्ट बनाकर शीर्ष नेतृत्व के सामने प्रस्तुत करेंगे. इसी प्रकार अलग अलग स्रोत से प्राप्त जानकारियों के आधार पर पार्टी पुराने लोगों को दोबारा पदभार देने और नए लोगों को नई जिम्मेदारियां देने के बारे में निर्णय लेगी."
गौरतलब है कि 2017 में हुए दिल्ली नगर निगम के चुनाव में आम आदमी पार्टी को बीजेपी से करारी हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि इस साल नगर निगम में सालाना होने वाले मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में आम आदमी पार्टी बाज़ी मारते हुए स्थाई समिति के तीनों निगमों के पद पर अपने एक-एक उम्मीदवार को जिताने में कामयाब हो गई. आम आदमी पार्टी चाहती है कि आगामी नगर निगम चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीट उसे मिले. इसी वजह से बूथ लेवल तक पार्टी को मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
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