नई दिल्ली: आसियान देशों के कई नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठकें की. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इन नेताओं ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में भारत की बढ़ती भूमिका की सराहना की. मोदी ने म्यांमार की नेता आंग सान सू की, वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुएन शुआन फुक, फिलिपीन के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुर्तेते, थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयूत चान-ओ-चा, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग तथा ब्रुनेई के सुल्तान हाजी-हसनल-बोल्किया के साथ द्विपक्षीय बैठकें की.
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) प्रीति सरण ने कहा कि मोदी ने जिन नेताओं के साथ बैठकें की, उन्होंने भारत का आसियान के साथ बहुआयामी सहयोग और भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में उसकी भूमिका के बारे में बात की. चीन के भारत-प्रशांत क्षेत्र में मौजूदगी को लेकर चिंता बढ़ रही है. आसियान के 10 देशों के नेता यहां आसियान-भारत स्मृति शिखर सम्मेलन और गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिये यहां आये हैं.
प्रीति ने कहा कि मोदी छह आसियान नेताओं के साथ बैठकें की है. उन्होंने कहा कि आसियान भारत की 'एक्ट ईस्ट पालिसी' का आधार है और वह सहयोग को मजबूत बनाना चाहता है. वियतनाम के प्रधानमंत्री के साथ मोदी की बैठक का जिक्र करते हुए सचिव ने कहा कि दोनों पक्षों ने रक्षा और समुद्री सुरक्षा संबंधों पर बातचीत की और तेल और गैस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि वियतनाम जल्दी ही भारत के लिये सीधी उड़ान सेवा शुरू करने जा रहा है.
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत वियतनाम को ब्रह्मोस मिसाइल की आपूर्ति करने जा रहा है, उन्होंने कोई सीधा जवाब नहीं दिया लेकिन कहा कि दोनों पक्ष रक्षा संबंधों को मजबूत बनाने को लेकर गंभीर हैं. मोदी की सू की के साथ बैठक का जिक्र करते हुए प्रीति ने कहा कि सित्वे बंदरगाह को परिचालन में लाने, राखिन राज्य में प्रस्तावित आवासीय परियोजना और त्रिपक्षीय राजमार्ग परियोजना की प्रगति समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
दोनों नेताओं ने भारत-म्यांमार सीमा पर शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया. दुर्तेते और मोदी ने बातचीत में दोनों देशों के बीच खुफिया जानकारी साझा कर आतंकवाद से निपटने के उपायों पर चर्चा की. फिलिपीन के राष्ट्रपति दुर्तेते ने भारत की आधार परियोजना में रुचि दिखायी. इस पर मोदी ने उन्हें मदद की पेशकश की.
मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली के बीच बातचीत में व्यापार, निवेश और एविएशन सेक्टर में द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के उपायों पर चर्चा हुई. ली आसियान समूह के मौजूदा प्रमुख हैं. सचिव ने कहा कि मोदी ने सिंगापुर के शांगरी-ला वार्ता में भाग लेने के सिंगापुर के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया. यह वार्ता जून में होगी.
थाईलैंड के प्रधानमंत्री के साथ बैठक में मोदी ने रक्षा सहयोग बढ़ाने, व्यापार और निवेश को गति देने के उपायों पर चर्चा की. प्रीति ने कहा कि मोदी और ब्रुनेई के सुल्तान ने व्यापार और निवेश में विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की.