वीडियो कॉल पर ली आतंकी ट्रेनिंग, राम मंदिर को टारगेट करने वाला अब्दुल रहमान नाम बदलकर रह रहा था, गिरफ्तारी के बाद खोले कई राज
Abdul Rehman Arrested: 5 दिन पहले अब्दुल रहमान अपने घर से निकला था. उसने परिवार वालों से कहा था कि वो दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज जा रहा है, लेकिन असल में वो फरीदाबाद पहुंचा और वहां नाम बदलकर रहने लगा.

Abdul Rehman Arrested from faridabad: फरीदाबाद से गिरफ्तार किए गए आतंकी अब्दुल रहमान को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में पता चला है कि वो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (ISKP) मॉड्यूल से करीब 10 महीने पहले जुड़ा था. अब्दुल रहमान वीडियो कॉल के जरिए आतंकी ट्रेनिंग ले रहा था और राम मंदिर को निशाना बनाने की साजिश रच रहा था.
अब्दुल रहमान उत्तर प्रदेश के अपने गांव मिल्कीपुर में अपनी दुकान पर बैठकर ही वीडियो कॉल पर ट्रेनिंग लेता था. ट्रेनिंग के दौरान उसे कई टास्क दिए गए थे. जांच एजेंसियों को उसके मोबाइल से कई धार्मिक स्थलों की तस्वीरें और वीडियो भी मिले है. इन तस्वीरों और वीडियो को देखकर एजेंसियां अब साजिश की कड़ियां जोड़ने में जुटी हुई है.
निजामुद्दीन मरकज कहकर फरीदाबाद पहुंचा था
पांच दिन पहले अब्दुल रहमान अपने घर से निकला था. उसने परिवार वालों से कहा था कि वो दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज जा रहा है, लेकिन असल में वो फरीदाबाद पहुंचा और वहां नाम बदलकर रहने लगा. जांच में पता चला है कि फरीदाबाद में ही किसी ने उसे हैंड ग्रेनेड मुहैया कराया था, जिसे लेकर सुरक्षा एजेंसियां अब उस शख्स की तलाश कर रही है.
पढ़ाई के बाद आतंकी संगठनों से जुड़ा
अब्दुल रहमान का जन्म 28 अगस्त, 2005 को हुआ था. उसने मनीराम यादव इंटर कॉलेज, मंजनाई से 10वीं तक की पढ़ाई की थी. पढ़ाई के बाद वो जमात के संपर्क में आया और फिर आतंकी संगठनों से जुड़ गया. बताया जा रहा है कि वो विशाखापट्टनम भी गया था. जहां उसने जमात का दामन थामा और यहीं से आतंक की राह पर आगे बढ़ा.
ई-रिक्शा चलाता था
अब्दुल रहमान के पिता अबु बकर पहले सूरत में रहते थे, लेकिन अब गांव में ही चिकन शॉप चलाते है. उसके तीन चाचा जावेद, उमर और साद अब भी सूरत में ही रहते है. अब्दुल बचपन में दिल की बीमारी से जूझ चुका था और अहमदाबाद में उसका ऑपरेशन भी हुआ था. वो ई-रिक्शा चलाता था और इलेक्ट्रॉनिक्स में रुचि रखता था. घर पर वो अक्सर इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़ी चीजें बनाता रहता था, लेकिन किसी को इस बारे में कुछ नहीं बताता था.
गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई है. उन्हें शक है कि इस साजिश में और भी लोग शामिल हो सकते है. एजेंसियां उसके हैंडलर और अन्य संपर्कों की जानकारी जुटाने में लगी है. फिलहाल जांच जारी है और जल्द ही इस साजिश के बाकी किरदारों का भी पर्दाफाश हो सकता है.
इन जगहों पर हो रही छापेमारी
अब जांच एजेंसियां फरीदाबाद, विशाखापट्टनम और उत्तर प्रदेश में लगातार छापे मार रही है और ये पता करने में जुटी है कि अब्दुल रहमान इन जगहों पर किस-किस के संपर्क में था. इसके अलावा उसके पास हैंड ग्रेनेड कहां से पहुंचे इस बात का भी पता जांच एजेंसियां लगा रही है.
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