Bounty On Abdul Rehman Makki: मुंबई 26-11 हमलों के मास्टर माइंड हाफिज अब्दुल रहमान मक्की की हार्ट अटैक से मौत हो गई. वह हाफिज सईद का साला और प्रतिबंधित जमात उद दावा संगठन का डिप्टी चीफ था. बताया जा रहा है कि मक्की की मौत लाहौर में हार्ट अटैक से हुई. चौंकाने वाली बात ये है कि मक्की की मौत अगर हार्ट अटैक से न होती और उसे कोई जिंदा पकड़वाता तो उसे 17 करोड़ रुपये से ज्यादा का इनाम मिलता. 


बताया जा रहा है कि मक्की कुछ दिनों से बीमार चल रहा था और उसका इलाज प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था, जहां उसने आखिरी सांस ली. 2020 में पाकिस्तान की एक कोर्ट ने अब्दुल मक्की को टेरर फंडिंग के मामले में 6 महीने की सजा सुनाई थी. हालांकि, इस सजा के बाद से वह सार्वजनिक जगहों पर कम ही नजर आता था. 


ग्लोबल टेररिस्ट था मक्की

2023 में UNSC ने अब्दुल रहमान मक्की को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था. इन प्रतिबंधों के तहत उसकी यात्राओं पर बैन था और उसकी संपत्ति भी जब्त करने का आदेश था. मक्की पर जमात उद दावा में रहते हुए आतंकी गतिविधियों में शामिल रहने और फंड इकट्ठा करने के आरोप थे. 


बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 में अमेरिका ने हाफिज मोहम्मद सईद पर 10 मिलियन डॉलर जबकि अब्दुल रहमान मक्की पर 2 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित किया था. भारतीय रुपयों में यह राशि 17,10, 82,000 रुपये है. यानी मक्की को जिंदा पकड़ने वाले या मारने वाले को यह इनाम मिलता. हालांकि, मक्की की मौत हार्ट अटैक से हो गई. अमेरिका ने हाफिज सईद के दोनों संगठनों लश्कर ए तैयबा और जमात उद दावा को बैन कर रखा है. मक्की भारत का भी मोस्टवांटेड आतंकी था. 


मुंबई हमलों का मास्टर माइंड था मक्की

हाफिज सईद का साला मक्की मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था. इस हमले में 175 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 300 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे. इन हमलों ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.