(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bhupatinagar Blast Case: टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी पर भड़के अभिषेक बनर्जी, बोले- 'बंगाल में बीजेपी-NIA गठबंधन'
Bhupatinagar Blast case: बंगाल के भूपतिनगर में 2022 में हुए विस्फोट मामले में जांच के लिए शनिवार (6 मार्च) को NIA टीम तलाशी के लिए पहुंची थी जहां दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
TMC Vs BJP on NIA Officers Attack: लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की सियासत और गरमा गयी है. बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में 2022 में हुए विस्फोट के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं को गिरफ्तार किया है. इस गिरफ्तारी के बाद सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर टीएमसी के कई बड़े एनआईए की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर रहे हैं. बीजेपी ने एनआईए की कार्रवाई को सही ठहराया है. इसके बाद दोनों दल एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं.
भूपतिनगर विस्फोट मामले में दोनों नेताओं की गिरफ्तारी पर तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी और एनआईए के बीच 'गठबंधन' बना हुआ है. इस पर पलटवार करते हुए बंगाल में मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने टीएमसी को चुनौती दी है कि वो अपने आरोपों को साबित करके दिखाए.
तृणमूल कांग्रेस महासचिव अभिषेक बनर्जी ने दो लोगों की गिरफ्तारी के खिलाफ सोशल मीडिया 'एक्स' पर पोस्ट शेयर कर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एनआईए और बंगाल बीजेपी के बीच गठबंधन का अनुभव करें जोकि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और आदर्श आचार संहिता के खिलाफ साजिश रचने का काम कर रहा है. उन्होंने आगे आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि दोनों की मिलीभगत जारी है और भारत का निर्वाचन आयोग पूरी तरह से चुपचाप है. ईसीआई अपनी निष्पक्षता सुनिश्चित करने की ड्यूटी की अनदेखी कर रहा है.
टीएमसी ने की एनआईए अधिकारी को हटाने की मांग
इससे पहले तृणमूल नेता कुणाल घोष भी बंगाल बीजेपी नेता जितेंद्र तिवारी पर आरोप लगा चुके हैं. इसके अलावा चुनाव से ठीक पहले 2022 के मामले में एनआईए जांच पर सवाल खड़े किए हैं. तृणमूल ने एनआईए अधिकारी धनराम सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनके और उनको बंगाल से हटाने की मांग की है.
5 जगहों पर तलाशी चलाया था सर्च ऑपरेशन
दरअसल, एनआईए ने शनिवार (6 मार्च) को पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर में 2022 में हुए विस्फोट की जांच के लिए 5 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया था. इस दौरान टीम ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था जिनकी पहचान बलाई चरण मैती और मनोब्रत जाना के रूप में की गई. इनकी गिरफ्तारी के खिलाफ टीम पर हमला किया गया था जिसमें एनआईए के अधिकारी को मामूली चोटें भी आईं थी. जांच एजेंसी का एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया था. 2022 के विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी.
Experience the unfolding ALLIANCE BETWEEN the @NIA_India and @BJP4Bengal , ORCHESTRATING CONSPIRACIES AGAINST TRINAMOOL leaders amid the Model Code of Conduct. While this collusion persists, the ECI stands by, conspicuously silent, neglecting its duty to ensure fair play.
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) April 7, 2024
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'सीएम ने ग्रामीणों की कार्रवाई को बताया सेल्फ डिफेंस'
उधर, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने एनआईए टीम पर ग्रामीणों से मारपीट करने के आरोप लगाए थे और एनआईए पर हमले को ग्रामीणों की 'सेल्फ डिफेंस' कार्रवाई बताया था. उन्होंने कहा था कि केंद्रीय एजेंसी की टीम 'पटाखे फोड़ने' की घटना को लेकर कई घरों में घुस गई थी.
इस बीच देखा जाए तो बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किए गए लोगों के परिवार के सदस्यों की शिकायत के आधार पर एनआईए टीम के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है.
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