Corona Virus: कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल भारत में साल 2021 के दिसंबर के बाद से लगातार कोरोना संक्रमितों के मामलों में बढ़त दर्ज की जा रही थी. इस बीच राहत की बात ये है कि पिछले चार दिनों में कोरोना के ग्राफ को देखा जाए तो देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है.
हालांकि WHO चीफ ने कोरोना के नए वेरिएंट को हल्के में लेने पर चेतावनी दी है. दरअसल WHO ने हाल ही में कहा कि अगर आप कोरोना या उसके नए वेरिएंट को हल्के में ले रहे हैं तो संभल जाईए. उन्होंने कहा कि कोरोना का खतरा फिलहाल गया नहीं है, दुनिया में एक हफ्ते में करीब एक करोड़ अस्सी लाख केस सामने आ रहे हैं.
दरअसल दिल्ली और मुंबई में कम होते केसों से लोग एक बार फिर बेफिक्र हो रहे थे लेकिन WHO इस चेतावनी ने एक बार फिर उन्हें सख्ते में ला दिया है. WHO ने कहा, "कोरोना महामारी ना देश से गई है और ना दुनिया से. बल्कि ओमिक्रोन के रूप में वो अपने पैर पसारती जा रही है."
बांग्लादेश में 224 फीसदी केस ज्यादा बढ़े
बता दें कि कजाकिस्तान में पिछले हफ्ते के मुकाबले इस हफ्ते कोरोना के 671 प्रतिशत ज्यादा केस दर्ज किए गए. पेरू में पिछले हफ्ते के मुकाबले 191 फीसदी केस ज्यादा दर्ज किए गए. चिली में 135 फीसदी केस बढ़े हैं. वहीं इक्वाडोर में 183 फीसदी ज्यादा केस बढ़े हैं. ट्यूनिशिया में 166 फीसदी केस बढ़े हैं जबकि बांग्लादेश में 224 फीसदी केस ज्यादा बढ़े हैं.
WHO के महानिदेशक, टेड्रोस अदनोम घेब्रेयियस ने कहा, " कुछ देशों में ये महामारी पीक को पार कर गई है, जिससे उम्मीद है कि सबसे बुरा दौर बीत चुका है. पर कोई भी देश अभी महामारी से आजाद नहीं हुआ है. मुझे उन देशों की चिंता है जहां वैक्सीन की दर कम है. बिना टीका लगवाए लोगों में गंभीर बीमारी और मृत्यु दर ज्यादा हो सकती है. "
भारत में कोरोना की रफ्तार धीमी
इस बीच राहत की बात ये है कि देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है. पिछले 24 घंटे की बात करें तो देश में कोरोना के 2 लाख 38 हजार केस सामने आए हैं. वहीं राजधानी में पिछले 24 घंटो में कोविड संक्रमितों के 11,684 मामले दर्ज किए गए, जबकि महाराष्ट्र में 39,207 नए मामले दर्ज किए गए. वहीं गुजरात में भी कोरोना के 17,119 नए मामले दर्ज किए गए हैं.
बता दें कि गुजरात के आंकड़े ने दूसरी लहर का रिकॉर्ड तोड़ा है. इस राज्य में दूसरी लहर के बाद ये अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. गुजरात में 30 अप्रैल को दूसरी लहर में 14,605 मामले समाने आए थे.
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