UP Elections 2022: उत्तर प्रदेश में आने वाले कुछ महीनों में वोट पड़ेंगे. लोग अपनी सरकार चुनने के लिए मतदान करेंगे. पार्टियां वादे करेंगी, वोटरों को लुभाएंगी. जिस पार्टी के वादे जनता को मुफीद लगेंगे, ईवीएम में उसके नाम का बटन दबेगा. हालांकि न तो अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ है और न ही उम्मीदवारों का. लेकिन पार्टियों ने होमवर्क शुरू कर दिया है. ऐसे में जनता का मूड भांपने के लिए एबीपी न्यूज-सी वोटर के साथ पहुंचा जनता के बीच. यह मालूम करने कि इस बार विभिन्न मुद्दों पर लोगों की राय क्या है. इस सर्वे में 2 हजार 64 लोगों ने हिस्सा लिया है. सर्वे पिछले तीन दिनों में हुआ है.
सर्वे के दौरान जब लोगों से ये पूछा गया कि यूपी के आने वाले चुनाव में धर्म का मुद्दा हावी रहेगा या कर्म का? तो 37 फीसदी लोगों ने धर्म के मुद्दे को प्रमुख माना जबकि कर्म यानी कामकाज के मुद्दे को 63 फीसदी लोगों ने प्रमुख बताया.
यूपी के आने वाले चुनाव में धर्म का मुद्दा हावी रहेगा या कर्म का ?
धर्म का मुद्दा-37 फीसदी
कामकाज का मुद्दा-63 फीसदी
एक अन्य सवाल लोगों से पूछा गया कि अब जबकि अयोध्या विवाद सुलझ चुका है. भव्य मंदिर का काम चल रहा है. ऐसे में मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि विवाद को हवा देना ठीक है या गलत? इस सवाल पर करीब 66.5 फीसदी लोगों ने कहा कि वे इसे सही मानते हैं. जबकि 33.5 फीसदी लोगों ने कहा कि अब इस मुद्दे को हवा देना गलत है.
नोट: अगले साल की शुरुआत में यूपी में चुनाव होने हैं. आज 6 दिसंबर है और साल 1992 में आज ही दिन अयोध्या कांड हुआ था. 3 दशक में अयोध्या में क्या कुछ बदला है इसी को लेकर abp न्यूज के लिए सी वोटर ने यूपी के लोगों का मूड जाना है. इस सर्वे में 2 हजार 64 लोगों ने हिस्सा लिया है. सर्वे पिछले तीन दिनों में हुआ है.
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