ABP C Voter Snap Poll Survey: पिछले एक साल से कई किसान संगठन दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर डटे हुए हैं. इस बीच कई बार आरोप लगते रहे हैं कि किसान आंदोलन राजनीति से प्रेरित है. इसके अलावा इस आंदोलन पर ऐसे भी आरोप लगे हैं कि राजनीतिक पार्टियां किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर सरकार को निशाना बना रही है. इन्हीं सवालों के मद्देनज़र एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर द्वारा किए गए सर्वे के ज़रिए लोगों से ये सवाल किया कि क्या किसान आंदोलन राजनीति से प्रेरित था?


क्या किसान आंदोलन राजनीति से प्रेरित था ? इस सवाल पर 57 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया. यानी ज़्यादर लोग ये मानते हैं कि पिछले एक साल से चल रहा किसान आंदोलन राजनीति से प्रेरित था. हालांकि 35 फीसदी लोगों का कहना था कि नहीं आंदोलन किसी तरह से राजनीति से प्रेरित नहीं था. कह नहीं सकते का ऑप्शन चुनने वालों में 8 फीसदी लोग रहे.


हां 57%
नहीं 35%
कह नहीं सकते 8%


पीएम मोदी के ऐलान के बाद आंदोलन जारी रखना सही या गलत ?


सही 42%
गलत 46%
कह नहीं सकते 12%


आपको बता दें कि करीब साल भर तक चले किसानों के आंदोलन के बाद अब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एलान कर दिया है कि वो इन तीनों कानूनों को रद्द करेंगे. लेकिन अभी आंदोलन खत्म नहीं हुआ है. 


नोट: 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान कानून वापस लेने का एलान किया. दिल्ली बॉर्डर पर करीब साल भर से किसान धरने पर बैठे हैं. किसानों का धरना अब भी जारी है. ऐसे में abp न्यूज के लिए सी वोटर ने दो दिनों में स्नैप पोल के जरिये देश के लोगों का मूड जाना है. इस स्नैप पोल में 2 हजार 596 लोगों ने हिस्सा लिया है.