(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ABP C-Voter Opinion Poll: कितने प्रतिशत लोग हिमाचल प्रदेश में सरकार बदलना चाहते हैं? सामने आया चौंकाने वाला आंकड़ा
Himachal Pradesh Opinion Poll 2022: हिमाचल प्रदेश में चुनाव से पहले सी-वोटर ने abp न्यूज के लिए एक सर्वे किया है. इसमें जानने की कोशिश की है कि कितने प्रतिशत लोग सरकार बदलना चाहते हैं.
ABP C-Voter: गुजरात (Gujarat) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में विधानसभा चुनाव का एलान किसी भी दिन हो सकता है. उससे पहले C VOTER ने दोनों राज्यों में abp न्यूज के लिए ओपिनियन पोल किया है. दोनों राज्यों की सभी विधानसभा सीटों पर सर्वे किया गया है. इस सर्वे के लिए दोनों राज्यों में 65 हजार 621 लोगों से बात की गई है. सर्वे में मार्जिन और एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी तक है.
गुजरात और हिमाचल दोनों ही राज्यों में बीजेपी सत्ता में है. बीजेपी सत्ता बरकरार रखने के लिए मेहनत कर रही है तो कांग्रेस की कोशिश बीजेपी से सत्ता छीनने की है, और इन दोनों के बीच इस बार अरविंद केजरीवाल तीसरे खिलाड़ी के तौर पर अपनी ताकत झोंके हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश में चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. 2017 में 9 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में मतदान हुआ था. परिणाम 18 दिसंबर 2017 को घोषित किए गए थे. 68 सीटों में से बीजेपी ने 44 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए राज्य में सरकार बनाई थी. वहीं कांग्रेस ने 21 सीटें जीती थीं. इस बार चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी जोर लगा रही है.
जानिए कितने प्रतिशत लोग बदलना चाहते हैं सरकार?
- नाराज हैं बदलना चाहते हैं-45%
- नाराज हैं नहीं बदलना चाहते-33%
- न नाराज,न बदलना चाहते-22%
हिमाचल प्रदेश में 45 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो सरकार से नाराज चल रहे हैं और वो सत्ता बदलना चाह रहे हैं. 33 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो नाराज तो नहीं हैं लेकिन फिर भी सरकार बदलना चाहते हैं. तो वहीं 22 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो न तो सरकार से नाराज हैं और न हीं सरकार बदलना चाहते हैं.
डिस्क्लेमर: गुजरात और हिमाचल में विधानसभा चुनाव का एलान किसी भी दिन हो सकता है. उससे पहले C VOTER ने दोनों राज्यों में abp न्यूज के लिए ओपिनियन पोल किया है. दोनों राज्यों की सभी विधानसभा सीटों पर सर्वे किया गया है. इस सर्वे के लिए दोनों राज्यों में 65 हजार 621 लोगों से बात की गई है. सर्वे में मार्जिन और एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी तक है.