ABP C-voter survey: कोरोना काल में कितने लोगों को नहीं मिला बेड, ICU और ऑक्सीजन? कितनों को हुई बहुत परेशानी? जानें
सी-वोटर ने एबीपी न्यूज़ के लिए किए इस सर्वे में लोगों से सीधे सवाल किया कि क्या कोरोना काल में ज़रूरत पड़ने पर उन्हें बेड, ICU और ऑक्सीजन जैसी सुविधाएं मिलीं? जानिए लोगों ने क्या जवाब दिया है.
नई दिल्ली: कोरोना की पहली लहर से पार पाने के बाद देश में जब संक्रमण की दूसरी लहर आई तो कई शहरों में लोग मरीज़ों को लेकर सड़कों पर बिलखते नज़र आए. कई लोग ऑक्सीजन की कमी से मारे गए और कई लोगों को तो अस्पतालों में बेड और आईसीयू तक नसीब नहीं हुआ. मुश्किल वक्त में सरकार ने अस्पतालों में बेड बढ़ाने और कोविड अस्पताल बनवाने के दावे किए. ऐसे में सी-वोटर ने एबीपी न्यूज़ के लिए किए इस सर्वे में लोगों से सीधे सवाल किया कि क्या कोरोना काल में ज़रूरत पड़ने पर उन्हें बेड, ICU और ऑक्सीजन जैसी सुविधाएं मिलीं?
इस सवाल पर 32 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्हें आसानी से बेड, ऑक्सीजन और आईसीयू जैसी सुविधाएं मिल गईं. 14 फीसदी ने कहा कि थोड़ी सी परेशानी हुई. 6 फीसदी ने कहा कि बहुत ज्यादा परेशानी हुई, जबकि 9 फीसदी लोगों ने साफ कहा कि उन्हें ये सब नहीं मिला. जबकि 39 फीसदी लोगों का कहना था कि उन्हें इन चीज़ों की जरूरत ही नहीं पड़ी. यानी ये वो लोग थे, जो हल्के बीमार पड़े या अस्म्पटोमैटिक थे.
क्या परिवार या पड़ोस में कोई कोरोना से संक्रमित हुआ ?
65 फीसदी ने कहा कि कोई नहीं हुआ.
24 फीसदी ने कहा संक्रमित हुए थे ठीक हो गए.
3 फीसदी लोगों की जान पहचान में अब भी संक्रमित थे.
7 फीसदी लोगों के घर में मौत हुई है.
जबकि 1 प्रतिशत इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए.
सर्वे के दौरान लोगों से ये भी पूछा गया कि क्या आपको कोरोना होने का डर है? इस सवाल पर अभी भी 53 प्रतिशत लोगों का कहना था कि उन्हें लगता है कि हां उन्हें कोरोना हो सकता है, जबकि 43 प्रतिशत को डर नहीं लगता और 4 फीसदी लोगों ने कहा कि वो कह नहीं सकते.
डिस्क्लेमर- कोरोनाकाल में मोदी सरकार के कामकाज पर देश का मूड समझने के लिए रिसर्च एजेंसी C-वोटर ने ABP न्यूज के लिए एक सर्वे किया. इस सर्वे में देशभर के 40 हजार लोगों की राय ली गई है.