ABP C Voter Survey: विपक्ष की बैठक में छोटे दलों को बुलाना क्या मास्टरस्ट्रोक है? सर्वे में लोगों के जवाब ने चौंकाया
ABP News Survey: लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन करने की प्रक्रिया में जुटे विपक्षी दलों की बेंगलुरु में बैठक होगी. इस मीटिंग को लेकर सी-वोटर ने एबीपी न्यूज़ के लिए सर्वे किया है.
ABP News C Voter Survey: देश का सियासी माहौल गर्म है. 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए बेंगलुरु में विपक्षी दलों की मीटिंग (Opposition Parties Meeting) हो रही है तो 18 जुलाई को दिल्ली में एनडीए (NDA) की बैठक होनी है. आम चुनाव में बीजेपी के खिलाफ एकसाथ उतरने के मकसद एकजुट हो रहे विपक्ष की इससे पहले 23 जून को पटना में बैठक हुई थी.
ऐसे सियासी माहौल के बीच जनता की राय जानने के लिए सी-वोटर ने एबीपी न्यूज़ के लिए त्वरित सर्वे किया है. इस सर्वे में सवाल किया गया कि क्या विपक्षी दलों की बैठक में छोटे दलों को बुलाना विपक्ष का मास्टरस्ट्रोक है.
ये रहे सर्वे के नतीजे
इस सवाल के बेहद हैरान करने वाले जवाब मिले. सर्वे में शामिल लोगों में से 55 प्रतिशत ने कहा कि हां छोटे दलों को बुलाना विपक्ष का मास्टरस्ट्रोक है. जबकि 31 प्रतिशत ने नहीं में जवाब दिया. 14 प्रतिशत लोग ऐसे थे जिन्होंने पता नहीं कहा.
विपक्षी दलों की बैठक में छोटे दलों को बुलाना क्या विपक्ष का मास्टरस्ट्रोक है ?
स्रोत- सी वोटर
हां-55%
नहीं-31%
पता नहीं-14%
बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक
बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में 26 दलों के शीर्ष नेताओं के दो दिवसीय विचार-मंथन सत्र में भाग लेने की संभावना है. जहां वे 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए अपनी रणनीति तैयार करेंगे.
पटना में 23 जून को हुई विपक्षी दलों की पहली बैठक में 15 दलों ने भाग लिया था. कांग्रेस की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में यूपी के अपना दल (कमेरावादी) और तमिलनाडु की एक क्षेत्रीय पार्टी को भी आमंत्रित किया गया है.
नोट: abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ये सर्वे किया है. सर्व के नतीजे पूरी तरह से लोगों से की गई बातचीत और उनके द्वारा व्यक्त की गई राय पर आधारित हैं. सर्वे में 4 हजार 29 लोगों से बात की गई है. सर्वे पिछले हफ्ते किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है. इसके लिए abp न्यूज़ ज़िम्मेदार नहीं है.
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