C-Voter Survey on Manipur: मणिपुर में 3 मई को सुलगी हिंसा की आग में अब तक करीब डेढ़ सौ लोगों की जान चुकी है. मानसून सत्र में भी यह मुद्दा लगातार उठाया जा रहा है. विपक्ष आज फिर से राज्य में फैली अशांति और जारी हिंसक घटनाओं को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा. यहां कूकी और मैतई समुदायों के बीच जारी गतिरोध के कारण ये हालात पैदा हुए हैं. इस बीच एक सर्वे किया गया और लोगों से पूछा गया कि उन्हें हिंसा से जुड़ी जानकारी कहां से मिलती है.


एबीपी के लिए सी वोटर ने यह सर्वे किया है, जिसमें लोगों से सवाल किया गया कि उन्हें मणिपुर हिंसा से जुड़ी खबरें और जानकारियां कहां से मिलती हैं. इसे लेकर जो आंकड़े सामने आए हैं वे बेहद चौंकाने वाले हैं. सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों का कहना है कि उन्हें टीवी और सोशल मीडिया के जरिए मणिपुर हिंसा की खबरें मिलती हैं.


सर्वे में सामने आए ये आंकड़े
सर्वे में 42 प्रतिशत लोगों ने बताया कि उन्हें टीवी के जरिए मणिपुर हिंसा से जुड़ी खबरें मिलती हैं, जबकि 11 फीसदी का कहना है कि वे अखबार में राज्य के हालातों से जुड़ी जानकारी प्राप्त करते हैं. 5 प्रतिशत ने कहा कि उन्हें रेडियो पर हिंसा से जुड़े अपडेट मिलते हैं, जबकि 31 प्रतिशत का कहना है कि वे सोशल मीडिया पर मणिपुर हिंसा से जुड़ी खबरें पढ़ते हैं. 11 प्रतिशत ने बताया कि टीवी, अखबार, रेडियो और सोशल मीडिया के बजाय वह अन्य जगहों पर मणिपुर हिंसा से जुड़ी खबरें प्राप्त करते हैं.


मणिपुर में हिंसा की खबरें कहां से मिलती है ?
स्रोत- सी वोटर
टीवी -42%
अखबार-11%
रेडियो-5%
सोशल मीडिया-31%
अन्य -11%


मणिपुर में बवाल और विपक्षी गठबंधन का नाम INDIA रखे जाने के बाद abp न्यूज के लिए सी वोटर ने ऑल इंडिया सर्वे किया है. इस सर्वे में 2 हजार 664 लोगों की राय ली गई है. सर्वे गुरुवार और शुक्रवार को किया गया है. इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.


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