(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ABP C-Voter Survey: यूपी के CM के तौर पर किसे सबसे ज्यादा पसंद करती है जनता, सर्वे में योगी-अखिलेश के बीच इतना है फासला
ABP C-Voter Survey UP Election 2022: सभी को ये जानने की उत्सुकता है कि आखिर जनता यूपी की कमान किसके हाथों में सौंपेगी. क्या फिर से योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री के पद पर काबिज हो पाएंगे?
ABP C-Voter Survey UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव में जैसे जैसे नजदीक आ रही है वैसे ही सभी राजनीतिक पार्टियां यूपी चुनाव की तैयारियों में जोर-शोर से जुट गई हैं. सभी राजनीति दल आम जनता के बीच अपनी पहचान बनाने में लगे हैं. एक ओर से जहां सत्ता पर काबिज पार्टी उद्घाटन और निर्माण कार्यों का शिलान्यास कर चुनावी मैदान में अपने प्रचार की रफ्तार तेज कर दी है, तो वहीं विपक्ष में बैठे दलों की ओर से सरकार द्वारा किए गए कामों को लेकर आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है.
हालांकि, सभी को ये जानने की उत्सुकता है कि आखिर जनता यूपी की कमान किसके हाथों में सौंपेगी. क्या फिर से योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री के पद पर काबिज हो पाएंगे या जनता अन्य विपक्षी दल को इस बार मौका देगी. इस सवाल का जवाब अपने पाठकों तक पहुंचाने के लिए एबीपी न्यूज़ ने सी-वोटर के साथ मिलकर सर्वे किया, जिसमें सीएम की पसंद को लेकर अहम आंकड़े सामने आए हैं. इसमें जनता ने बताया है कि वे किसे यूपी के मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहेगी.
सीएम की पसंद ?
योगी आदित्यनाथ- 43%
अखिलेश यादव- 32%
मायावती- 15%
प्रियंका- 4%
जयंत -2%
अन्य- 4%
बता दें कि पिछली बार के सर्वे में भी योगी आदित्यनाथ को 43% लोगों ने अपनी पहली पसंद बताया था. वहीं, अखिलेश यादव को इस बार 32% लोगों ने सीएम पद के लिए अपनी पहली पसंद बताया है जो कि पिछली बार के सर्वे में 31% था. वहीं, मायावती को मुख्यमंत्री के तौर पर 15% लोग देखना चाहते हैं जो कि पिछली बार ये आंकड़ा सिर्फ 5% था. प्रियंका गांधी को यूपी की सीएम के रूप में 4% लोग देखना चाहते हैं जो कि पिछले सर्वे में ये आंकड़ा 5% था.
नोट: उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्य का राजनीतिक तापमान बेहद गर्म है. abp न्यूज के लिए CVOTER ने साप्ताहिक सर्वे के जरिये यूपी की जनता का मूड जाना है. इस सर्वे में यूपी के 6 हजार 929 लोगों ने हिस्सा लिया है. सर्वे 18 से 24 नवंबर के बीच का है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस तीन से प्लस माइनस 5% है.