ABP-C Voter Survey: सीमावर्ती राज्य पंजाब (Punjab) में जल्द ही चुनावी (Election) बिगुल बज सकता है. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की कोशिश है कि प्रदेश में होने वाले चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाने की कोशिश की जाए. सूबे मे सभी राजनीतिक दलों (Political Parties) के कार्यकर्ताओं की कोशिश है कि आगमी चुनाव में ज्यादा से ज्यादा वोटरों को अपने पक्ष में किया जाए. इसी क्रम में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, शिरोमणी अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के नेता भी राज्य का दौरा करने में जुटे हुए हैं. प्रदेश में मौजूदा चुनावी तपिश को देखते हुए C-Voter ने ABP न्यूज के लिए जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश की. ABP न्यूज C-Voter ने अपने सर्वे में पंजाब के लोगों से कई तरह के सवाल पूछें और उनका जवाब जाना. सर्वे में पूछे गए सवालों पर जनता ने भी खुलकर अपनी राय दी.


सर्वे के दौरान एक सवाल यह भी पूछा गया कि क्या चुनाव बाद बीजेपी और अकाली दल मिलकर गठबंधन कर सकते हैं. सर्वे के दौरान पूछे गए इस सवाल में लोगों ने चौंकाने वाले जवाब दिए. आधे से अधिक लोगों ने इस सवाल का जवाब हां में दिया. इस सवाल के जवाब में 51 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हां, चुनाव बाद दोनों का गठबंधन हो सकता है जबकि 49 प्रतिशत लोगों ने माना कि चुनाव के बाद भी दोनों के बीच कोई भी गठबंधन नहीं होगा.


हालांकि बीजेपी से गठबंधन के सवालों को लेकर अकाली दल ने साफ कर दिया है कि किसी भी कीमत पर गठजोड़ नहीं हो सकता है. ऐसे में पंजाब के रण में बीजेपी के कार्यकर्ता अपने तरीके से जबकि अकाली दल और बीएसपी के कार्यकर्ता एक साथ मिलकर चुनाव मैदान में डटे हुए हैं.


बता दें कि कृषि कानून को लेकर बीजेपी-अकाली के बीच करीब 20 साल से भी ज़्यादा पुरानी दोस्ती टूट गई. बता दें कि बीजेपी और अकाली दल की दोस्ती की कहानी बहुत पुरानी है. दोनों दलों ने साल 1997 में गठबंधन कर पहली बार एक साथ चुनावी मैदान में आए थे.


दोनों के बीच दरार तब सामने आया था जब कृषि कानूनों का विरोध करते हुए हरसिमरत कौर बादल ने इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद दोनों के बीच लगबग 20 साल की दोस्ती टूट गई. बता दें कि राज्य में अकाली दल बीएसपी के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरेगी तो वहीं बीजेपी कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी के साथ चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा की है.