ABP Lok Sabha Chunav Survey : लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा क्या होगा, मोहन यादव का UP-बिहार में मिलेगा फायदा ? ABP C Voter Opinion Poll के 10 Takeaway
अगले साल अप्रैल या मई के दौरान लोकसभा चुनाव होने की उम्मीद है. 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होगा. इससे पहले ABP C Voter ने वोटरों के बीच जाकर उनका मन टटोलने की कोशिश की.
लोकसभा चुनाव 2024 का अब 6 महीने से कम समय रह गया है. बीजेपी के नेतृत्व वाले सत्ताधारी NDA और विपक्षी INDIA गठबंधन ने चुनाव के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं. जहां बीजेपी हैट्रिक लगाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है, तो वहीं INDIA गठबंधन बीजेपी से केंद्र की सत्ता छीनने की कोशिश में जुटी है. लोकसभा चुनाव से पहले ABP C Voter ने वोटरों के बीच जाकर उनका मन टटोलने की कोशिश की. इस Opinion Poll में कई बड़ी बातें सामने आई हैं. आईए जानते हैं Opinion Poll के 10 takeaway...
1- लोकसभा चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा क्या होगा?
सर्वे में वोटरों से पूछा गया है कि 2024 चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा क्या होगा? इसके जवाब में 29 प्रतिशत लोगों ने कहा कि चुनाव में राम मंदिर सबसे बड़ा मुद्दा हो सकता है, जबकि 41 फीसदी लोगों का मानना है कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा होगा. वहीं, 10 प्रतिशत लोगों ने जातीय गणना, 10 फीसदी ने काला धन को बड़ा मुद्दा बताया, जबकि 11 प्रतिशत लोग इसका जवाब नहीं दे सके.
2- बीजेपी में नेतृत्व परिवर्तन को आप किस तरह से देखते हैं?
इस पर 27 फीसदी लोगों ने कहा कि पुराने नेताओं को साइडलाइन किया गया. 34 फीसदी लोगों ने कहा कि नए नेतृत्व को मौका मिला है. 20 फीसदी लोगो का कहना है कि बीजेपी भविष्य की तैयारी कर रही है. 10 फीसदी लोगों ने कहा कि इसे लेकर कार्यकर्ताओं में जोश और 9 फीसदी लोगों ने कहा कि हमें पता नहीं.
हाल ही में पांच राज्यों में खत्म हुए विधानसभा के चुनाव में बीजेपी ने तीन राज्यों में अपनी सरकार बनाई. एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सीएम के चेहरे का ऐलान कर बीजेपी ने सभी को चौंका दिया था. बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय को सीएम बनाया. मध्य प्रदेश की कमान मोहन यादव को सौंपी. वहीं राजस्थान में भजनलाल शर्मा की ताजपोशी हुई.
3- क्या मोहन यादव को एमपी की कमान देने का फायदा यूपी बिहार में मिलेगा?
सर्वे में लोगों से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या मोहन यादव को सीएम बनाने से यूपी और बिहार में फायदा होगा? इसके जवाब में 48 फीसदी लोगों का मानना था कि बीजेपी को मोहन यादव के कारण इन राज्यों में फायदा होगा. हालांकि 37 फीसदी लोग ऐसा नहीं मानते हैं और 15 फीसदी लोगों का जवाब था- पता नहीं. ऐसे में देखा जाए तो बीजेपी को नेतृत्व परिवर्तन और मोहन यादव को सीएम बनाने के फैसले से फायदा होते नजर आ रहा है.
4- बीजेपी बंगाल में ममता बनर्जी को चुनौती दे पाएगी?
ABP C Voter के सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि क्या पश्चिम बंगाल में बीजेपी ममता बनर्जी को चुनौती दे पाएगी. 54% लोगों को लगता है कि बीजेपी 2024 चुनाव में ममता बनर्जी को चुनौती देने में सफल रहेगी. वहीं, 36% लोगों ने कहा कि बीजेपी ममता को चुनौती नहीं दे पाएगी. वहीं, 10% लोगों ने अपना जवाब पता नहीं दिया.
2019 लोकसभा चुनाव की बात करें, तो 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में टीएमसी ने 22 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं, बीजेपी 18 तो कांग्रेस 2 सीटें जीतने में सफल हुई थी.
5- विपक्षी गठबंधन का चेहरा किसे बनना चाहिए?
जब लोगों से विपक्षी गठबंधन का चेहरा कौन हो, यह सवाल पूछा गया तो 34% लोगों ने राहुल गांधी का नाम लिया. वहीं, 10% लोग नीतीश कुमार तो 9% ममता बनर्जी के पक्ष में दिखे. जबकि 13% लोगों ने केजरीवाल का नाम लिया. वहीं, 34% लोगों ने अपना जवाब पता नहीं में दिया. हालांकि, 19 दिसंबर को हुई विपक्षी गठबंधन की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्ष का सीएम चेहरा बनाने के फैसले पर मुहर लगी है.
6- क्या राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का कांग्रेस को फायदा होगा?
सर्वे के दौरान लोगों से सवाल किया गया कि क्या राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का कांग्रेस को फायदा होगा? 44 फीसदी लोगों ने हां में अपना जवाब दिया. जबकि 46% लोगों को ऐसा नहीं लगता. वहीं, 10% लोगों ने पता नहीं में अपना जवाब दिया.
7- कांग्रेस भी नए चेहरों को आगे कर रही है, 2024 में इससे फायदा होगा?
पोल में 45 फीसदी लोगों ने कहा कि नए चेहरों को आगे करने से 2024 में कांग्रेस को फायदा नहीं होगा, 43 फीसदी लोगों ने कहा कि फायदा होगा. वहीं, 12 फीसदी लोगों ने 'पता नहीं' में जवाब दिया.
8- जिन 5 राज्य में अभी विधानसभा चुनाव हुए, वहां की 110 लोकसभा सीटों पर क्या होंगे नतीजे?
एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने पहला ओपिनियन पोल किया है, जिसमें पांच राज्यों- मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक और तेलंगाना की लोकसभा सीटों और वोट प्रतिशत को लेकर अनुमान लगाया गया है. लोगों ने चौंकाने वाली प्रतिक्रिया दी हैं. मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं, छतीसगढ़ में 11, राजस्थान में 25, कर्नाटक में 28 और तेलंगाना में 17 सीटें है. इन पांच राज्यों की कुल सीटें 110 होती हैं.
MP: सी वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक, मध्य प्रदेश में बीजेपी को 27-29 और कांग्रेस के 0 से 2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. वहीं, वोटशेयर के मामले में एमपी में बीजेपी को 58 फीसदी, कांग्रेस को 36 फीसदी और अन्य को 6 फीसदी मत मिलने का अनुमान लगाया गया है.
छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटें हैं. ओपिनियन पोल के मुताबिक, यहां बीजेपी को 9 से 11 सीटें, कांग्रेस को 0 से 2 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं वोटशेयर के मामले में छ्तीसगढ़ में बीजेपी को 55 फीसदी, कांग्रेस को 37 फीसदी और अन्य को 8 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
राजस्थान : ओपिनियन पोल में सामने आए आंकड़ों में राजस्थान में कांग्रेस का हाल बेहद खराब नजर आता है. यहां लोकसभा की कुल 25 सीटें हैं. पोल के मुताबिक राज्थान की 25 सीटों में से बीजेपी को 23 से 25 सीटें मिल सकती हैं. कांग्रेस को 0 से 2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. वहीं, राजस्थान में बीजेपी को 57 फीसदी वोट, कांग्रेस को 34 फीसदी वोट और अन्य को 9 फीसदी मत वोटशेयर मिल सकता है.
कर्नाटक : कर्नाटक में लोकसभा की 28 सीटें हैं. पोल के मुताबिक, कर्नाटक में बीजेपी+ को 22 से 24 सीटें और कांग्रेस को 4 से 6 सीटें मिल सकती हैं. यहां बीजेपी+ को 52 फीसदी, कांग्रेस को 43 फीसदी और अन्य को 5 फीसदी मत मिलने का अनुमान लगाया गया है.
तेलंगाना : तेलंगाना में लोकसभा की 17 सीटें हैं. यहां कांग्रेस की हालत बीजेपी और बीआरएस से अच्छी दिख रही है. पोल के मुताबिक, यहां बीजेपी को 1 से 3 सीटें, कांग्रेस को 9 से 11 सीटें, बीआरएस को 3 से 5 सीटें और अन्य को 1 से 2 सीटें मिल सकती हैं. वही, वोटशेयर के मामले में तेलंगाना में बीजेपी को 21 फीसदी, कांग्रेस को 38 फीसदी, बीआरएस को 33 फीसदी और अन्य को 8 फीसदी मत मिलने का अनुमान हैं.
9- 2024 चुनाव तक एकजुट रह पाएगा विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A.?
एबीपी सी वोटर पोल सर्वे में सवाल किया गया कि चुनाव तक विपक्षी गठबंधन INDIA एकजुट रह पाएगा? इस सर्वे में शामिल लोगों में से 37% फीसदी ने 'हां' कहा है. जबकि 50 फीसदी लोगों ने 'नहीं' का जवाब दिया है. इसमें 13 फीसदी ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने इसके बारे में कुछ पता नहीं होने की बात कही है.
10- क्या 2024 में दक्षिण राज्यों के नतीजे कांग्रेस के पक्ष में होंगे या होगा बदलाव?
दक्षिण के दो ऐसे राज्यों तेलंगाना और कर्नाटक की बात करें, जहां हाल ही में कांग्रेस ने सत्ता हासिल की है, तो लोकसभा चुनाव में मिला जुला असर देखने को मिल रहा है. जहां 17 सीटों वाले तेलंगाना में कांग्रेस को 9-11 सीटें मिलने का अनुमान है, वहीं बीजेपी के खाते में 1-3 सीटें जाती दिख रही हैं. जबकि बीआरएस को 3-5 सीटें मिलने का अनुमान है.
वहीं, 28 लोकसभा सीटों वाले कर्नाटक में बीजेपी को 22-24 सीटें मिलने का अनुमान है. जबकि कांग्रेस के खाते में 4-6 सीटें जा सकती हैं.