पश्चिम बंगाल के सियासी मैदान में अब्बास सिद्दीकी के नेतृत्व वाले इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के उतरने के बाद राजनीतिक गलियारे में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है. लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन के साथ अब्बास सिद्दीकी के आने के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या इससे कहीं ममता बनर्जी की अगुवाई वाली राज्य की सत्ताधारी टीएमसी को कोई बड़ा नुकसान तो नहीं हो जाएगा? क्या अब्बास सिद्दीकी के उतरने का सीधा फायदा बीजेपी पहुंच रहा? ऐसे तमाम सवाल हैं जिनको लेकर पॉलिटिकल पार्टियां गुणा-भाग करने में लगी हुई हैं.
पीरजादा के उतरने से ममता को नुकसान
ऐसे में सी-वोटर ने एबीपी न्यूज के लिए 5 राज्यों में होने जा रही वोटिंग से ठीक पहले और आखिरी बार सर्वे किया है. सर्वे में लोगों से यह सवाल पूछा गया कि पीरजादा से ममता बनर्जी को नुकसान होगा? इसका 33 फीसदी लोगों ने जवाब हां में दिया. 34 फीसदी लोगों ने कहा- नहीं जबकि 33 फीसदी लोगों ने कहा कि कह नहीं सकते हैं.
पीरजादा से ममता को नुकसान होगा ?
हां- 33%
नहीं - 34%
कह नहीं सकते 33%
इसके साथ ही, राज्य के लोगों से अगला सवाल पूछा गया कि क्या एआईएमआईएम के राजनीति मैदान में उतरने से भारतीय जनता पार्टी को फायदा होगा? इसके जवाब में 39 फीसदी लोगों ने हां कहा, जबकि 35 फीसदी लोगों ने नहीं और 26 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बता नहीं सकते हैं.
MIM के चुनाव लड़ने से बीजेपी को फायदा होगा ?
हां-39%
नहीं- 35%
कह नहीं सकते- 26%
कितने लोगों के बीच किया गया सर्वे?
गौरतलब है कि सी-वोटर ने एबीपी न्यूज के पांचों राज्यों में सर्वे किया है. इस सर्वे में 47 हजार 334 लोगों से उनकी राय पूछी गई है. इसमें सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल के 17 हजार 890 लोगों को शामिल किया गया हैं. इसके साथ ही 17 से 22 मार्च के बीच पश्चिम बंगाल में स्नैप पोल भी किया गया है. जिसमें 2 हजार 290 लोगों की राय ली गई है. इस पोल में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 % है.