ABP News CVoter Survey: बिहार में प‍िछले कुछ द‍िनों से सि‍यासत गरमायी हुई थी. महागठबंधन का ह‍िस्‍सा रहे जनता दल (यूनाइटेड) ने अब एनडीए का दामन थाम कर सत्ता बरकरार रखी है. लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले नीतीश कुमार के ब‍िहार में बीजेपी के साथ म‍िलकर एनडीए सरकार बनाने को लेकर उनकी आलोचना भी हुई.


नीतीश के फिर से NDA में जाने की वजह के सवाल पर एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने जनता की राय जानने कोशिश की. एक त्वरित सर्वे में पूछा गया कि नीतीश के फिर NDA में जाने की वजह क्या मानते हैं? इस पर जनता ने बेहद ही चौंकाने वाले जवाब दिए हैं. 


जनता ने क्या दिया जवाब


इस सर्वे में शामिल लोगों के जवाब में सबसे ज्‍यादा 42 फीसदी ने कहा कि मुख्‍यमंत्री पद बचाने के ल‍िए ऐसा क‍िया गया. इसके बाद 15 फीसदी लोगों का मानना है क‍ि ब‍िहार के ह‍ित को ध्‍यान में रखते हुए एनडीए में शाम‍िल होने का न‍िर्णय ल‍िया गया. इसके साथ ही 24 फीसदी लोगों का मानना है क‍ि उनको जांच एजेंसियों का डर सता रहा होगा. इंडिया गठबंधन में पद व तव्‍वजो नहीं म‍िलना भी एक बड़ी वजह हो सकती है ज‍िस पर 15 फीसदी लोगों ने अपना मत द‍िया है. इसके अलावा 4 फीसदी ऐसे लोग हैं ज‍िन्‍हों ने इस पर कोई राय नहीं दी है.     


ब‍िहार के साथ झारखंड का स‍ियासी पारा भी गर्म 
 
ब‍िहार के साथ झारखंड का भी स‍ियासी पारा चढ़ा हुआ है. हेमंत सोरेन के सीएम पद से इस्‍तीफा देने के बाद झारखंड के नए मुख्‍यमंत्री चंपई सोरेन बनाए गए हैं ज‍िनको राज्‍यपाल को सौंपे गए दावे के ठीक 10 द‍िनों के भीतर बहुमत साब‍ित करना होगा. इस राजनीत‍िक उथल पुथल पर हर क‍िसी की न‍िगाहें ट‍िकी हुई हैं.
   
नोट: बिहार-झारखंड में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक पारा गर्म है. इसी मुद्दे पर abp न्यूज़ के लिए C-VOTER ने त्वरित सर्वे किया है. इस सर्वे में 1 हजार 299 लोगों की राय ली गई है. सर्वे 3 फरवरी 2024 को किया गया. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसद है.


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