ABP News CVoter Survey: सोमवार (22 जनवरी) को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रत‍िष्‍ठा होने जा रहा है. इसमें अब कुछ घंटों का वक्‍त ही बचा है. कई राजनीत‍िक दलों ने इस कार्यक्रम से किनारा कर लिया है. राम मंद‍िर उद्घाटन से दूरी बनाने वाले व‍िपक्षी नेताओं पर बीजेपी भी पूरी तरह से हमलावर है. व‍िपक्षी की दूरी बनाने के सवाल पर एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने जनता की राय जानने का प्रयास क‍िया गया.  


सी-वोटर ने एक त्वरित सर्वे किया है, जिसमें पूछा गया कि विपक्षी नेताओं ने राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल न होकर गलती की है? इस पर जनता ने बेहद ही चौंकाने वाले जवाब दिए हैं. 


सबसे ज्‍यादा लोगों ने विपक्षी नेताओं की बताई गलती 


इस सर्वे में शामिल लोगों के जवाब में सबसे ज्‍यादा 54 फीसदी ने कहा कि विपक्षी नेताओं ने राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल न होकर गलती की है. इसके बाद 22 फीसदी ऐसे लोग हैं ज‍िनका कहना है क‍ि व‍िपक्षी नेताओं ने ऐसा करके गलती नहीं की है. हैरान करने वाली बात यह है क‍ि इस बारे में कुछ नहीं कहने वालों का मत गलती नहीं करने वालों के मत से ज्‍यादा 24 फीसदी र‍िकॉर्ड क‍िया गया है. 


राम मंद‍िर न‍िर्माण में सुप्रीम कोर्ट का बताया सबसे बड़ा योगदान 


सर्वे में शामिल लोगों से एक अन्‍य सवाल भी पूछा गया था क‍ि राम मंदिर के निर्माण में सबसे बड़ा योगदान क‍िसका रहा है. इस पर सबसे ज्यादा 37 फीसदी ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण में सबसे बड़ा योगदान सुप्रीम कोर्ट का है. 


दूसरे नंबर पर मोदी सरकार को द‍िया श्रेय 


इसके बाद 34 फीसदी लोगों ने कहा क‍ि मोदी सरकार का योगदान बड़ा है. वहीं, 8 फीसदी लोगों ने आरएसएस और वीएचपी के योगदान को बड़ा बताया है. 3 फीसदी ऐसे लोग भी रहे जिन्होंने राजीव गांधी सरकार के योगदान को बड़ा बताया. 


नोट- 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है.. ऐसे में राम मंदिर को लेकर देश का मूड क्या है, इसे लेकर abp न्यूज़ के लिए C-VOTER ने सर्वे किया है. इस सर्वे में 1 हजार 573 लोगों की राय ली गई है. सर्वे 19-20 जनवरी को किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसद है.


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