ABP Cvoter Survey: MP के ओपिनियन पोल पर कांग्रेस ने किया मिशन 150 का दावा, बीजेपी बोली, 'कोई एंटी इनकम्बेंसी नहीं'
ABP News Survey: साल के अंत में होने वाले एमपी के विधानसभा चुनाव से संंबंधित सवालों पर एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने ओपिनियन पोल किया है. इसके आंकड़ों पर बीजेपी-कांग्रेस और एक्सपर्ट्स ने राय दी है.
ABP News Cvoter Survey: इस साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. उनमें मध्य प्रदेश भी शामिल है. मंगलवार (27 जून) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बीजेपी के कार्यक्रम 'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए चुनाव प्रचार का बिगुल फूंक दिया. पीएम के दौरे से राज्य में चुनावी माहौल गरमा गया.
फिलहाल मध्य प्रदेश का मूड क्या है, इसे लेकर एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने राज्य में सबसे बड़ा ओपिनियन पोल किया है. मध्य प्रदेश में अगर आज होते विधानसभा चुनाव को कौन सी पार्टी जीतती, जनता ने इस बारे में ओपिनियन साझा की है. जनता की ओपिनियन पर कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं और कुछ विशेषज्ञों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं.
बता दें कि सी-वोटर के ओपिनियन पोल के आंकड़ों में बीजेपी के मुकाबले कांग्रेस के पास मामूली बढ़त नजर आ रही है. आंकड़ों के मुताबिक, आज चुनाव होने पर बीजेपी को 106 से 118 सीटें, कांग्रेस को 108 से 120 सीटें, बीएसपी को 0 से 4 और अन्य के खाते में 0 से 4 सीटें मिलतीं.
एमपी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ये बोले
ओपिनियन पोल के आंकड़ों पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एबीपी न्यूज से कहा, ''एबीपी और सी-वोटर का जो सर्वे हैं मैं उसका सम्मान करता हूं लेकिन शिवराज सिंह चौहान कैसे जीतेंगे, ये समझ में नहीं आ रहा है. हमारा प्रदेश करप्शन में नंबर 1 है. 50 प्रतिशत करप्शन का जीता जागता उदाहरण- अभी सचिवालय में जो फाइलें जलीं, तीन बार तीन चुनाव और तीन बार सचिवालय में आग, ये है हमारे मध्य प्रदेश का मॉडल.''
उन्होंने कहा, ''कुपोषण में हम (मध्य प्रदेश) नंबर 1 हैं, महिला अत्याचार में हम नंबर 1 हैं, महिला रेप में हम नंबर 1 हैं, चार लाख करोड़ के कर्जे में है मध्य प्रदेश फिर भी शिवराज जी के इवेंट कर्ज लेने के चल रहे हैं. लोकतंत्र में जो विधायकों की मंडी लगी वो मध्य प्रदेश में लगी.''
पटवारी ने आगे कहा, ''एक करोड़ बच्चे बेरोजगार हैं. पेपर लीक होना हो, पीएससी के एग्जाम होना हो, सरकारी नौकरियों का खाली होना हो या व्यापम का कलंक हो, ये बार-बार मैसेज देता है कि शिवराज जी ने जो हठधर्मिता की, उसके खिलाफ मध्य प्रदेश का आमजन हो गया है.'' इसी के साथ उन्होंने कहा कि 150 से 155 सीटें कांग्रेस पार्टी की आएंगीं.
कोई एंटी इनकम्बेंसी जैसा फैक्टर नहीं है- बीजेपी प्रवक्ता केके शर्मा
बीजेपी प्रवक्ता केके शर्मा ने कहा, ''आंकड़ों से दो चीजें निकलकर आईं. एक तो ये हैं कि चौथी बार बीजेपी अपनी सरकार कंपलीट कर रही है, चार टर्म्स से, लगभग 20 वर्षों से. जो आंकड़ा है 106 से 118 के बीच में है, अगर ऐसी स्थिति हैं तो इसका एक सीधा मतलब है कि सरकार को लेकर कोई एंटी इनकम्बेंसी जैसा फैक्टर नहीं है. अगर यह होता तो ये आंकड़े बहुत नीचे होते.''
उन्होंने कहा, ''चौथी बार भी वहां सरकार चलाने के बाद अगर ओपिनियन पोल का ये आंकड़ा है तो मैं बहुत अच्छे से समझ सकता हूं कि वहां सरकार को लेकर कोई विरोधाभास या विरोध नहीं है.'' उन्होंने कहा, ''पिछले टर्म में भी हमने देखा... हम नेट टू नेट फाइट पर पहुंच गए थे, अब भी नेट टू नेट है, इस बार अंतर है...''
एमपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव बोले- इतनी सीटें जीतेंगे
मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा, ''हमने तो मिशन 150 तय किया है. दिल्ली की मीटिंग में राहुल जी ने स्पष्ट किया है कि मध्य प्रदेश में मिशन 150 लेकर आना है. अभी तो चुनाव की शुरुआत हुई है. अभी तो सर्वे आप कर रहे हैं और अन्य टीवी चैनल भी करेंगे. मुझे बहुत स्पष्ट बहुमत की ओर जाता नजर आता है जो सीन लगता है. दो तिहाई बहुमत से कांग्रेस की सरकार मध्य प्रदेश में बनेगी.''
वरिष्ठ पत्रकार पंकज शर्मा ने ये कहा
वरिष्ठ पत्रकार पंकज शर्मा ने कहा, ''मोदी मैजिक अपनी जगह है लेकिन जमीनी मैजिक भी अपनी जगह है मध्य प्रदेश का.'' उन्होंने कहा, ''मेरा अपना आकलन यह है कि कांग्रेस काफी आराम से सरकार बनाने की स्थिति में इस वक्त है और धीरे-धीरे और इंप्रूव करेगी आने वाले 5-6 महीनों में.''
हिंदुस्तान अखबार के प्रधान संपादक शशि शेखर ये बोले
हिंदुस्तान अखबार के प्रधान संपादक शशि शेखर ने कहा, ''आपके सर्वे में जो दिख रहा है, उस पर पहली बात तो मैं ये कहना चाहता हूं यही लोकतंत्र की सनसनी और रोमांच है कि दोनों बराबर पर खड़े हुए दिखाई पड़ते हैं. यहां पर केके शर्मा जी की बात से सहमत हूं कि अगर इतने लंबे शासनकाल के बावजूद अगर शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी नहीं दिख रही है उतनी तो ये बड़े आश्चर्य की बात है और ये चमत्कार भी है.''
उन्होंने आगे कहा, ''अब एक बात बहुत स्पष्ट है कि जो पार्टी जैसा चुनाव लड़ेगी वैसे ही उसके पक्ष में रिजल्ट आएंगे क्योंकि यहां चुनाव कौशल, चुनाव प्रबंधन और निजि छवि की बात है.''
बता कि कि मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीती थी. 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद बीजेपी सत्ता में आई थी. अब ओपिनियन पोल के आंकड़ों में दोनों पार्टियों की बीच लड़ाई कांटे की नजर आ रही है.
(abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा ओपिनियन पोल किया है. सर्वे में 17,113 लोगों की राय ली गई है. सर्वे 26 मई से 26 जून तक किया गया है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.)