ABP Cvoter Survey: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में नहीं जाने को लेकर बीजेपी हमलावर है. इस बीच एबीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने त्वरित सर्वे किया है.

  


सर्वे में सवाल किया गया कि क्या कांग्रेस पार्टी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में अयोध्या जाना चाहिए? इस पर 64 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया. वहीं 24 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को अयोध्या नहीं जाना चाहिए. इसके अलावा 12 परसेंट लोगों ने कहा कि अभी इसको लेकर कुछ नहीं कह सकते. 




कांग्रेस ने शामिल नहीं होने को लेकर क्या कहा है?
कांग्रेस ने बुधवार (10 जनवरी) को कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे. बीजेपी अर्द्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन चुनावी लाभ के लिए कर रही है. 


पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बयान जारी कर कहा,  ''भगवान राम की पूजा-अर्चना करोड़ों भारतीय करते हैं. धर्म मनुष्य का व्यक्तिगत विषय है, लेकिन बीजेपी और आरएसएस ने वर्षों से अयोध्या में राम मंदिर को एक राजनीतिक परियोजना बना दिया है.''


बीजेपी ने क्या कहा है?
कांग्रेस के इस फैसले पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए बुधवार को कहा, ''उनके (कांग्रेस के) रुख में कुछ भी नया नहीं है, उन्होंने हमेशा भगवान राम का विरोध किया है और सनातन (धर्म) को बदनाम करने की कोशिश की है. उन्होंने कई मौकों पर भगवान राम के अस्तित्व को भी नकार दिया है.''






कौन-कौन शामिल नहीं हो रहा?
रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में खऱगे, सोनिया गांधी, अधीर रंजन चौधरी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीताराम येचुरी शामिल नहीं होंगे. तृणमूल कांग्रेस (TMC) की चीफ ममता बनर्जी के शामिल नहीं होने को लेकर न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से हाल ही में दावा किया था. 


ये भी पढ़ें- 'सनातन विरोधी इंडी गठबंधन', सोनिया गांधी और ममता बनर्जी की फोटो वाला पोस्टर BJP ने किया जारी