ABP Cvoter Survey: कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सहित विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल अन्य दल राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर बीजेपी पर हमला कर रहे हैं. विपक्षी दलों का कहना है कि बीजेपी समारोह का इस्तेमाल लोकसभा चुनाव को देखते हुए कर रही है. 


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी राम मंदिर में रामलला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं जा रहे हैं. कार्यक्रम में बनर्जी के शामिल नहीं होने की बात हाल ही में न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से की थी.


वहीं इस बीच सवाल उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस की नहीं जाने की रणनीति को विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल अन्य दलों को फॉलो करना चाहिए. इससे विपक्षी गठबंधन इंडिया को फायदा होगा या नुकसान. इन तमाम सवालों  को लेकर एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने त्वरित सर्वे किया है. 


लोगों ने क्या कहा?
सर्वे में सवाल किया गया कि क्या इंडिया गठबंधन के नेता कांग्रेस की रणनीति को फॉलो करेंगे? इस सवाल पर 35 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया. वहीं 31 फीसदी लोगों ने नहीं कहा. इसके अलावा 34 परसेंट लोगों ने कहा कि कुछ नहीं कह सकते. 


सर्वे में दूसरा सवाल पूछा गया कि अगर इंडिया गठबंधन ने कांग्रेस की रणनीति फॉलो की तो उन्हें फायदा होगा या नुक़सान? इसको लेकर 27 फीसदी लोगों ने कहा कि फायदा होगा. वहीं 52 प्रतिशत लोगों ने कहा कि नुकसान होगा. इसके अलावा 21 परसेंट लोगों ने कहा कि कुछ नहीं कह सकते. 


क्या INDIA अलायंस के नेता भी कांग्रेस की रणनीति को फॉलो करेंगे?
हां      35%
नहीं    31%
कह नहीं सकते 34%


अगर इंडिया गठबंधन ने ये रणनीति फॉलो की तो उन्हें फ़ायदा होगा या नुक़सान?
फायदा- 27%
नुकसान-  52%
पता नहीं- 21%


कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस की ओर से पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बयान जारी कर बुधवार (10 जनवरी) को कहा था, ‘‘2019 के माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय को स्वीकार करते हैं. लोगों की आस्था के सम्मान में मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, अधीर रंजन चौधरी बीजेपी और आरएसएस के इस आयोजन के निमंत्रण को ससम्मान अस्वीकार करते हैं.’’


ममता बनर्जी ने क्या कहा था?
ममता बनर्जी ने हाल ही में आरोप लगाय़ा था कि बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के माध्यम से नौटंकी कर रही है. उन्होंने कहा, “वह अन्य समुदायों को अलग रखने वाले उत्सवों का समर्थन नहीं करती हैं. धार्मिक आधार पर जनता को विभाजित करने में विश्वास नहीं करती हैं.''


बता दें कि 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित हजारों लोग शामिल होंगे. 


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