नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संकट के बीच मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा करने जा रही है. इस मौके पर एबीपी न्यूज़ ने आज शिखर सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर मोदी सरकार पर कई आरोप लगाए हैं. अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जब लोकसभा में कांग्रेस बार-बार कोरोना वायरस का मुद्दा उठा रही थी तब बीजेपी सिर्फ गोबर और गौमूत्र की बात कर रही थी.
20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज एक मजाक- अधीर रंजन
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज एक मजाक था. सरकार को जनता की कोई परवाह नहीं है. कोरोना वायरस पर कामयाबी पाने का सरकार झूठा दावा कर रही है. कोरोना के खिलाफ केंद्र सरकार कोई भी काम करती नहीं दिख रही है.'' उन्होंने कहा, ''30 जनवरी को भारत में कोरोना का पहला मरीज मिला था. 26 फरवरी को भारत सरकार चीन को दवाई भेज रही थी, लेकिन यहां क्या करना है ये नहीं सोच रही थी.''
फरवरी में लॉकडाउन लागू होता तो आज बेहतर होते हालात- अधीर रंजन
अधीर रंजन ने आगे कहा, ''जब गायिका कनिका कपूर कोरोना पॉजिटिव पाई गईं और बीजेपी नेता उनके संपर्क में थे, तब सरकार को लॉकडाउन का ख्याल आया. अगर फरवरी में लॉकडाउन लगाया गया होता तो हालात और भी बेहतर होते.'' उन्होंने कहा, ''जब हम लोकसभा में कोरोना वायरस को लेकर बात कर रहे थे तो बीजेपी के नेता गोबर और गौमूत्र की बात कर रहे थे.''
अफरा-तफरी में लागू किया गया लॉकडाउन- अधीर रंजन
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ''लॉकडाउन सही तरीके से नहीं बल्कि अफरा-तफरी में लागू किया गया.मोदी ने बिना किसी से सलाह लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी. उससे पहले न तो राज्यों से सुझाव लिए गए, न ही सर्वदलीय बैठक हुई. मोदी जी ने बस कह दिया कि 18 दिन में महाभारत का युद्ध जीत लिया था तो 21 दिन में कोरोना वायरस से युद्ध जीत लेंगे.''
केंद्र सरकार अच्छा काम नहीं कर पा रही है तो कांग्रेस शासित राज्यों की क्या अलग रणनीति है? इस सवाल के जवाब में अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राज्यों के मुख्यमंत्री अपने हिसाब से काम करते हैं. वो केंद्रीय स्तर पर योजना नहीं बनाते हैं. पूरे देश में योजना बनाने का काम केंद्र सरकार का है.
यह भी पढ़ें-