बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए 28 अक्टूबर को पहले चरण की वोटिंग होगी. बिहार चुनाव से पहले आज सुबह 9 बजे से एबीपी न्यूज 'e-शिखर सम्मेलन' आयोजित कर रहा है.  खास कार्यक्रम में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी जुड़े. इस दौरान औवेसी ने कई मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए


सभाओं को मिल रही कामयाबी


AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी  ने कहा कि हमे हमारे अलयांस की फिक्र है और हम उपेंद्र कुशवाहा अलयांस में हैं, इसमे बीएसपी भी है धीरेंद्र यादव की पार्टी भी है, राजभर साहब की पार्टी भी है. ये सब अपने अलयांस की कामयाबी के लिए काम कर रहे हैं. और जहां कहीं भी हमारे अलायंस के कैंडिडेट की सभाएं हो रही हैं वे बड़ी कामयाब जा रही हैं. उम्मीद है कि यह वोट में कंवर्ट होगा.


दलित समाज के लिए कर रहे हैं काम


असदुद्दीन ओवैसी  ने कहा मेरा मानना है कि दलित समाज का या पिछले वर्ग का या मायनॉरिटीज का एक जगह पर जमा होना पॉलिटिकल फायदे से ज्यादा देश के फायदे में हैं और एक सोशल कॉज भी है. तो पहले हमे इसे देखना है और इस पर हम काम भी कर रहे हैं. देखिए आगे क्या होता है.


 कोरोना खत्म होने के बाद शुरू होगा प्रोटेस्ट


असुद्ददीन ओवैसी ने एनआरसी और एनपीआर के मुद्दे को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि पूरे मुल्क में इसे लेकर जो इतना बड़ा प्रोटेस्ट हुआ था. यकीनन उसका असर निकलेगा. प्रोटेस्ट कोरोना की वजह से रूका हुआ है. इंशा अल्लाह पूरे मुल्क से और पूरी दुनिया से जब कोरोना वाकयात का खत्मा होगा तो प्रोटेस्ट फिर शुरू होगा. मगर यकीनन हमारे दिल में उसके लिए तकलीफ है और उसका इजहार भी होगा.


एनपीआर के इश्यू पर आरजेडी रही खामोश


तेजस्वी यादव मुस्लिम कम्युनिटी का वोट मांग रहे हैं इस पर उन्होने कहा कि एनपीआर के इश्यू में आरजेडी खामोश रही. ये फैक्ट है. सीमांचल में आरजेडी और कांग्रेस का कोई रोल नहीं है. हम जेहनी तौर पर किसी के गुलाम नहीं है. जिस नाजुक वक्त पर जो पार्टी अपनी ओपनियन नहीं देती है खामोश रहना बेहतर समझती है तो जब वो खामोश थे तो आज भी कोई खामोश रहेगा.


बीजेपी दो घोड़ों पर सवार


ओवैसी ने कहा, "बीजेपी दो घोड़े की सवारी कर रही है. बीजेपी नीतीश कुमार को सीएम नहीं बनाना चाहती है. बीजेपी बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है."


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