ABP e Shikhar Sammelan : नितिन गडकरी बोले- उद्योग जगत डरा हुआ है, धैर्य रखें

केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के 6 साल पूरे होने पर ABP न्यूज़ ने e Shikhar Sammelan आयोजित किया है. इस खास कार्यक्रम के LIVE अपडेट्स के लिए आप दिनभर एबीपी न्यूज़ के साथ बने रहें.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 29 May 2020 08:22 PM
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि संकट कठिन है. ये संकट सामान्य नहीं है. मैं मानता हूं कि एक महीने में धीरे-धीरे उद्योग नियमित हो जाएंगे. उन्हें लोगों को निकालने की जरूरत नहीं पड़ेगी. चीन को लेकर दुनिया भर में एक भावना पैदा हो रही है कि उसके साथ व्यवहार नहीं करना है. भारत ही अब ऑप्शन है. यहां मैनपावर है, स्किल है. बदलाव की शुरुआत होगी. मैं मानता हूं कि गंभीर समय है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जिस दिन वैक्सीन आ जाएगा उसके बाद चिंता की कोई जरूरत नहीं है. एक से दो महीने में वैक्सीन आ जाएगा, मेरी ऐसी उम्मीद है. देश और दुनिया में रिसर्च चल रहे हैं. ये वायरस नेचुरल वायरस नहीं हैं. आर्टिफिशियल वायरस है, इसलिए इसका वैक्सीन किसी के पास नहीं है.
एबीपी न्यूज़ के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं. शराब की दुकानों में भी लोग कतार में खड़े होकर प्रोडक्ट ले रहे हैं. कोरोना का संक्रमण भी नहीं हो और रोज की जिंदगी भी चलती रही, ऐसा रास्ता निकालना होगा.
एबीपी न्यूज़ के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उद्योग जगत काम करने की जगह को अनुकुल बना रहे हैं. हमें कोरोना के साथ कैसे रहना है यह सीखना होगा.
एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम e शिखर सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मजदूर जो सड़कों पर निकले हैं वो दुर्भाग्यपूर्ण है. उनमें डर है. मुंबई में जो काम करते थे वो पैदल ही अपने घर की तरफ से निकल पड़े. लोगों के मन में जो डर है उसे खत्म करना होगा.
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि पिछले दो महीने में करोड़ों लोग, मजदूर भाई अपना सामान सर पर उठा कर अपने घर जा रहे हैं. मुझे ये 1947 के विभाजन की याद दिला रही है. सरकार नींद से क्यों नहीं जागती. जब जागती है तो छपरा जाने वाली ट्रेन पश्चिम बंगाल बंगाल चली जाती है.
एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम e शिखर सम्मेलन में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल त्रासदी भरा रहा है.
रूड़ी ने कहा कि आज केंद्र में हमारा शासन है और 17 राज्यों में बीजेपी का शासन है. यह बड़ी संख्या है. जहां हम विपक्ष में हैं वहां भी मजबूती के साथ हैं. हम इस बात को हमेशा मानें कि पीएम मोदी के नेतृत्व में काम कर रहे हैं. हमेशा सुधार की भी गुंजाइस रहती है. आज हम प्रमुख राज्यों में सरकार चला रहे हैं.
एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम ई शिखर सम्मेलन में बीजेपी नेता राजीव प्रताप रुडी और कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी बात कर रहे हैं. बीजेपी नेता राजीव प्रताप रुडी ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक साल पूरे होने पर कहा कि हम कभी भी चर्चा करेंगे छह साल को साथ में देखेंगे. हम दोबारा जब जीते तो यह पक्का हो गया कि पांच साल के बहुमत को लोगों ने न सिर्फ स्विकारा बल्की पूरा विश्ववास दिखाया. एक वर्ष की बात करें तो देश के लिए कई निर्णय लिए गए.
बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जहां कांग्रेस की सरकार है जब वहां के पारे में कांग्रेस से सवाल किया जाता है तो कहते हैं कि वहां काम में हमारी भागीदारी नहीं है. बच क्यों रहे हैं?
गौरव वल्लभ ने कहा कि एक पैकेज की घोषणा की गई और कहा गया कि आत्मनिर्भर बनना होगा. लेकिन लोगों को कर्जनिर्भर बनाया जा रहा है. बैंक परमात्मानिर्भर है. पीएमसी और यस बैंक की बात कर रहा हूं.
एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मजदूर जो सड़कों पर निकले हैं वो दुर्भाग्यपूर्ण है. उनमें डर है. मुंबई में जो काम करते थे वो पैदल ही अपने घर की तरफ से निकल पड़े. लोगों के मन में जो डर है उसे खत्म करना होगा.
प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मजदूरों को जो कष्ट हुआ है वह दुखद है. दुर्भाग्य की बात है कि इसपर राजनीति हो रही है. सबसे अधिक श्रमिक पंजाब, दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र में आते हैं. कांग्रेस की जहां सरकार थी वहां तो मजदूरों के लिए कदम उठाए जा सकते थे.
ABP e-Shikhar Sammelan में कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि ट्रेन को जानी होती है गोरखपुर पहुंच जाती है राउरकेला. गरीबों को छोड़ दिया गया. करोड़ों लोगों की नौकरी गई. 20 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज फर्जी है.
ABP e-Shikhar Sammelan में कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ के सवाल के जवाब में सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई सलाह थी तो सरकार को देनी चाहिए. लॉकडाउन का फैसला बिल्कुल ही समय पर लिया गया. हमने इस दौरान पीपीई किट्स और मास्क बड़े पैमाने पर बनाए गए. राहुल गांधी खुद इटली में थे और सरकार को सलाह दे रहे हैं.
ABP e-Shikhar Sammelan में कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि लॉकडाउन में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई. ट्रेन में लोग भूख से मर गए. सर्वोच्च न्यायालय और हाईकोर्ट का कमेंट भी आपने देखा होगा. मोदी सरकार गरीबों को पैसे क्यों नहीं दे रही है? ये पैसे इसलिए नहीं दे रहे हैं ताकि गुजरात में फर्जी वेंटिलेटर बने. हिमाचल में फर्जी मास्क बांटने का काम किया. बिंदल जी की विदाई हो चुकी है.
ABP e-Shikhar Sammelan में कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने कहा कि पिछले छह साल में हमने क्या देखा? एक व्यक्ति रात आठ बजे आता है नोटबंदी का एलान कर देता है. सभी लोग सड़क पर आ गए. रात 12 बजे जीएसटी लाया गया. लॉकडाउन का एलान कर दिया. निशाचरों वाला काम किया जा रहा है. रात 12 बजे फैसले लेते हैं और जनता की 12 बज जाती है.
ABP e-Shikhar Sammelan में बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस फैसला नहीं कर पा रही है कि उसे करना क्या है? कांग्रेस की कई राज्यों में सरकार है. वहां सरकार उदाहरण पेश किए. सत्ता में होने पर भी कांग्रेस विपक्ष की भूमिका में नजर आ रही है.
ABP e-Shikhar Sammelan में सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस आपदा के समय में विचित्र भूमिका निभा रही है. 2014 में देश की जनता ने बदलाव के लिए वोट किया. यह पहली बार हुआ कि लगातार दूसरी बार पिछली बार के मुकाबले और अच्छा जनादेश मिला. सरकार ने सभी वर्गों के लिए काम किया है.
ABP e-Shikhar Sammelan में अगले वक्ता कांग्रेस नेता का गौरव वल्लभ और सुधांशु त्रिवेदी हैं. गौरव वल्लभ ने कहा कि सरकार लोगों पर फैसले थोपती है.
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ये जो बैसिंग बिग्रेड का भूत है वो झूठ पर चलता है. जब रमजान आया तो सभी ने तय किया की इस बार त्योहार घर पर होगी, लेकिन एक वीडियो चलता है कि देखो कोरोना के नाम पर मस्जिदों को विरान किया जा रहा है. कुछ में बहुत गलत बात कही गई. ये वीडियो ऐसा वायरल हुआ की मैंने इसका पता लगाया, फिर लोगों ने समझाया कि घर में इबादत करें.
मुख्तार अब्बास नकवी ने सऊदी में चले कैंपेन को लेकर कहा कि कुछ साइबर ठग हैं जो भारत को बदनाम कर रहे हैं. मनगढ़ंत कहानी गढ़ी गई है. कभी कहा गया कि मुसलमानों को मस्जिद में नमाज नहीं पढ़ने दिया गया. लिंचिंग की कहानी गढ़ी गई. किसी को नमाज पढ़ने से नहीं रोका गया.
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम ई शिखर सम्मेलन में कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि इस देश में इस्लामोफोबिया हो गया है. ये वो देश है जहां अल्पसंख्यकों की तादाद बढ़ी है.
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने मुसलमानों के साथ भेदभाव के आरोपों पर कहा कि ये कहना कि मोदी सरकार पर अल्पसंख्यकों का भरोसा नहीं है, यह कहना गलत होगा. कुछ लोग हैं जो आलोचना करते रहते हैं. इनका अपना इतिहास है. हंगामा करना है, देश को बदनाम करना है. जब मोदी सत्ता में आए तो उन्होंने ही हंगामा मचाया था कि अब तो इस्लामिक देशों से रिश्ते खत्म होंगे. लेकिन सभी देशों के साथ भारत के अच्छे संबंध हैं.
एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम e-शिखर सम्मेलन में अब केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सभी के लिए काम किया है. शिक्षा और रोजगार सरकार की प्राथमिकता है. मोदी सरकार दो का पहला साल इंसाफ का साल रहा है.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि अगर हमने कम ही बसें दी थीं लेकिन कम से कम उनका उपयोग तो किया जा सकता था. यूपी सरकार ने अपनी राजनीति के चक्कर में कांग्रेस की बसों की मदद नहीं ली और उनसे जिन मजदूरों को घर पहुंचाया जा सकता था उन्हें उससे वंचित कर दिया.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि प्रति मिलियन जनसंख्या में हमारी टेस्टिंग की दर सबसे न्यूनतम है. यहां प्रति 10 लाख लोगों के ऊपर सिर्फ चंद लोगों की टेस्टिंग हो रही है और विश्व के अन्य देशों के मुकाबले हम काफी पीछे हैं. इसके अलावा मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को लेकर जो भी फैसले किए हैं उनसे इकोनॉमी तो डूब गई है.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हमने ये नहीं कहा कि लॉकडाउन लगाना गलत था. हमारा ये कहना है कि लॉकडाउन बिना किसी प्लानिंग के किया गया और बिना किसी रणनीति के लिया गया. लॉकडाउन को 4 घंटों के नोटिस ने लोगों को परेशान कर दिया. 40-50 दिनों तक मजदूरों की कोई सुध नहीं ली गई. अचानक से फिर गाड़ियों को चला दिया गया और इसके लिए केंद्र सरकार राज्यों से पैसा वसूल रही है. ये किस तरह की सरकार की प्लानिंग है, सरकार कोई मदद नहीं कर रही है.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कोरोना संकटकाल के दौरान केंद्र की मोदी सरकार ने जो 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का एलान किया है वो मुश्किल से मुश्किल तौर पर भी देश की इकोनॉमी के 1.5 फीसदी से ज्यादा नहीं है. ये जितना बड़ा दिखाया जा रहा है उतना है नहीं और लोगों को इसका वास्तविक फायदा नहीं मिल रहा है. अगर सरकार
देश के मजदूरों, गरीबों के खाते में सीधा पैसा डालती तो ज्यादा से ज्यादा 1 लाख करोड़ रुपये की लागत आती. क्या सरकार इस गंभीर कोरोना संकटकाल में लोगों को 1 लाख करोड़ रुपये की मदद नहीं दे सकती तो क्या कर सकती है.
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि राहुल गांधी अपनी नहीं देश की आवाज उठाते हैं. राहुल ने फरवरी में कहा था कि कोरोना वायरस को सीरियसली लीजिए. उन्होंने पहले ही कहा था कि आर्थिक पैकेज दीजिए. सरकार को आखिरकार पैकेज देना पड़ा.
बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि राहुल गांधी की तरफ से कोई रचनात्मक सुझाव अभी तक नहीं आया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा लगातार पार्टी के कार्यकर्ताओं, विधायकों और सांसदों से मिल रहे हैं. कांग्रेस पार्टी का एक ही काम है... हर शाम को एक ऐसा बयान देना जिससे देश में आराजकता फैले.
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री से लोगों को बहुत उम्मीद थी. लेकिन प्रधानमंत्री से लोगों को मिला क्या? एक बार ताली बजाने के लिए कहा, एक बार दिया जलाने के लिए कहा. आज महिला की ट्रेन में मौत हो रही है इसका जिम्मेदार कौन है.
गौरव गोगोई ने कहा कि दुनिया के किसी भी देश में इस तरह से पलायन नहीं हो रहा है जिस तरह से भारत में हो रहा है. अहमदाबाद में लगातार केस बढ़ रहे हैं. राकेश सिन्हा ने कहा कि अगर राहुल गांधी को कोरोना को लेकर इतनी चिंता थी तो वो विदेश यात्रा पर क्यों गए थे?
ABP e-Shikhar Sammelan में अगले वक्ता कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा हैं. राकेश सिन्हा ने कहा कि कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही समय पर फैसला लिया. सरकार ने मजदूरों की समस्या को समझा. हालांकि प्रवासी मजदूरों को लेकर कुछ गलतियां हुई हैं. सिन्हा का जवाब देते हुए गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार ने बिना तथ्य और तर्क के फैसला लिया. फरवरी में जब पूरे विश्व में कोरोना की चुनौती थी तब प्रधानमंत्री नमस्ते ट्रंप कर रहे थे.


खेल मंत्री किरन रिजिजू ने एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम ई-शिखर सम्मलेन में कहा कि चीन के साथ कोई समस्या नहीं है. उनका कहना है कि सीमा तय नहीं होने से विवाद होता है.
अखिलेश यादव ने कहा है कि इस बार के चुनाव में हम किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे. छोटी पार्टियों को साथ में जरूर लिया जाएगा. सोनिया गांधी की विपक्षी मीटिंग में शामिल न होने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी यूपी में अकेले काम कर रही है. हम कांग्रेस और बीजेपी से दूरियां बनाकर चल रहे हैं.
यूपी में बस विवाद को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया ने कहा कि यूपी में 70 हजार से ज्यादा बसें हैं, सरकार चाहती तो मजदूरों के लिए बस लगा सकती थी. जब कोटा से बच्चों को निकाला गया तो मजदूरों को क्यों नहीं निकाला गया. उन्होंने कहा कि मुझे कभी-कभी लगता है कि कांग्रेस और बीजेपी का रास्ता एक जैसा है. बीजेपी की सरकार हटे और नई सरकार बने, यूपी में समाजवादियों का यही लक्ष्य है.
अखिलेश यादव ने कहा कि मेरठ और अलीगढ़ में हमारे कार्यकर्ताओं पर खाना खिलाने को लेकर एफआईआर दर्ज हुई है. अगर एफआईआर दर्ज ही कर ली गई है तो आप गिरफ्तार क्यों नहीं कर रहे हैं. ललितपुर में गौशाला के अंदर इंसान और जानवर एक साथ बंद थे.

यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता लगातार लोगों को खाना खिला रहे हैं. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता 51 दिन से एक्सप्रेस-वे पर लोगों को खाना खिला रहे हैं. हम लगातार लोगों से संपर्क में हैं और निर्देश दे रहे हैं. मैंने मजदूरों की तकलीफ देखी है.
अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे खुशी है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हीं अस्पताल में जा रहे हैं जो समाजवादी सरकार ने बनाए थे. आज वहीं एंबुलेंस काम आ रही हैं जो हमारी सरकार ने दी थी. आपने सभी मेडिकल कॉलेज में फूल बरसाए लेकिन आपने सैफई, आजमगढ़ के अस्पतालों में फूल नहीं बरसाए.
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर आपने लॉकडाउन किया था तो मजदूरों के रुकने का इंतजाम क्यों नहीं किया. या फिर उन्हें ट्रेन या बस से घर क्यों नहीं पहुंचाया. उत्तर प्रदेश में 70 हजार बसें हैं. अगर सरकार चाहती तो कोई भी मजदूर पैदल नहीं जाता. आखिरकार सरकार को ट्रेन चलानी ही पड़ी. सरकार ने लोगों को डराया है. मजदूर डर की वजह से घर की तरफ पैदल चल दिया. मजदूर को लगा कि अगर मरना ही है तो घर पहुंचकर मरें. आपने सीमाएं सील कर दी. मजदूरों को पहाड़ों से चलकर जाना पड़ा.
ABP e-Shikhar Sammelan में अगले वक्ता समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि पहले कहा जा रहा था कि लॉकडाउन से कोरोना वायरस रुक जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
रोहन गुप्ता ने कहा कि जिस पार्टी के शासन में 40 ट्रेन भटक सकती है वो पार्टी और उसके प्रवक्ता भी भटक सकते हैं. ये कोरोना काल में सरकार बना रहे हैं. इनके नेता पीपीई किट में भ्रष्टाचार कर रहे हैं. गुजरात में वेंटिलेटर घोटाला हुआ. उन्होंने कहा कि नेपाल हमें आंख दिखा रहा है. हमारा प्रधानमंत्री कमजोर हो सकता है लेकिन देश कमजोर नहीं है.
गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी ने हलफनामा देकर सुप्रीम कोर्ट में झूठ बोलने को लेकर माफी मांगी. मोदी जी देशवासियों को मित्रों बोलते हैं तो इनके पेट में दर्द होता है. लेकिन राहुल गांधी शत्रु बोलते हैं तो इनको तकलीफ नहीं होती है.
रोहन गुप्ता ने गौरव भाटिया को जवाब देते हुए कहा कि जब राहुल गांधी गए थे तो सोशल डिस्टेंसिंग के नियम नहीं थे. आपको मध्य प्रदेश में सरकार तोड़नी थी इसलिए आपने लॉकडाउन लेट लगाया. प्रदेश में हमारी सरकारें गरीबों के खाते में सीधे पैसे ट्रांसफर कर रही हैं. आप गरीबों के खाते में 10 हजार रुपये डालिए. ये 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज क्रूर मजाक है.
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि अगर राहुल गांधी कोरोना को लेकर इतना सचेत कर रहे थे तो दिल्ली में दंगों के बाद वो मस्जिद में क्यों गए. उन्होंने वहां जाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पाल क्यों नहीं किया? राहुल गांधी और सोनिया गांधी जो बात करते हैं उनके शासित प्रदेश ही उस बात को नहीं मानते हैं.
रोहन गुप्ता ने कहा कि राहुल गांधी ने फरवरी में ट्वीट किया लेकिन सरकार ने उसे गंभीरता से नहीं लिया. अब पूरा देश उसका परिणाम भुगत रहा है. सरकार मार्च तक कोरोना की गंभीरता को समझ ही नहीं रही थी. राहुल ने कोरोना पर सबसे पहले सावधान किया था. सरकार ने लॉकडाउन में मजदूरों को सड़कों पर मरने के लिए छोड़ दिया.
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि पांच प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने वहां बसें क्यों नहीं भेजी. इसका जवाब देते हुए रोहन गुप्ता ने कहा कि राजस्थान में सरकार ने ऑर्डर जारी किया कि कोई भी मजदूर पैदल चलता न दिखे. डीएम उन्हें उनके राज्य भेजने की व्यवस्था करें. हमने ट्रेन में भी मुफ्त में मजदूरों को वापस भेजा है.
रोहन गुप्ता को जवाब देते हुए बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि फेल होने वाला छात्र हमें नंबर दे रहा है. 370 हटाना एक साहसिक फैसला है. राम मंदिर पर बड़ा फैसला आया है. ये लोग बस बताकर ऑटो भेज देते हैं.
ABP e-Shikhar Sammelan में अगले मेहमान है कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रमुख रोहन गुप्ता और बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया. कांग्रेस प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने कहा कि सरकार की नीयत में खोट है. जमीनी हकीकत पर ध्यान नहीं है. सरकार जख्मों पर नमक डाल रही है. भारत ने इससे बड़ी लड़ाई को लड़ा है आप जनता को बस विश्वास दीजिए. रोहन गुप्ता ने कहा कि वो सरकार के छह साल के कार्यकाल को शून्य नंबर देते हैं.
PMO में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशअव नेता बनकर उभरे हैं. पहली बार भारत से इस कद का नेता कायनात में आया है और विश्व भर में चर्चित हुआ है. कोरोना के बाद की दुनिया भारत के लिए मौका होगी. हम फिर भी यह प्रयास करेंगे की टाइमलाइन का पूरी बंदिश से पालन करें.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि CAA और NRC पर भ्रम फैलाया गया है. मैं कोरोना वायरस को लेकर किसी का नाम नहीं लूंगा लेकिन किसी ने तो इसे फैलाया है. कोई तो पॉकेट था जिसकी वजह से कोरोना फैला. मीडिया ने ही उसे दिखाया. सब जानते हैं कि कोरोना किसने फैलाया.
जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले 70 साल में जो संवैधानिक कोताही रह गई थी, बीते छह साल में उन्हें ठीक किया गया है. इतने साल तक कांग्रेस में उन कामों को करने की इच्छा शक्ति नहीं थी. कांग्रेस हमारे फैसले पलट नहीं सकती है.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले साल कई बड़े-बड़े फैसले लिए गए. जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई गई. राम जन्मभूमि का विवाद खत्म हो गया. सीएए को लेकर फैसला लिया. हमने नामुमकिन को मुमकिन बनाया है और नई सोच के साथ देश को चलाया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ट्विटर से जुड़े विवाद पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने टिप्पणी करने से मना कर दिया. उन्होंने कहा कि फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर और टिक टॉक को भारत में जगह मिली है तो उसका सदुपयोग करें. भारत को तोड़ने की बात बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी लगातार पूछते हैं कि लॉकडाउन से क्या फायदा हुआ है. लेकिन यही सवाल वो अपने मुख्यमंत्रियों से क्यों नहीं पूछते हैं. हम सकारात्मक विपक्ष की बात करते हैं. आपको कमियों की आलोचना करने का अधिकार है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लॉकडाउन में अगर हमने ज्यादा छूट दी होती तो मौत का आंकड़ा लाखों में होता. अमेरिका में सब लोग स्थिति देख ही रहे हैं. प्रधानमंत्री ने लोगों में इस महामारी के दौर में उत्साह को बढ़ाया है. मजदूरों की खराब हालत को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी तस्वीरों को देखकर पीड़ा हो रही है. लेकिन बिना प्लानिंग के लॉकडाउन नहीं हुआ है. हमारे प्रयोग और भी देश अपना रहे हैं.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह चुनौती भरा समय है. नरेंद्र मोदी सरकार ने भारत में बदलाव के निर्णायक काम किए हैं. चाहे वह भारत की सुरक्षा हो, स्वच्छ भारत हो या उज्जवला योजना, हमने बहुत इमानदारी से देश को चलाया है. डिजिटल इंडिया आम भारतीय को मजबूत कर रहा है. हमने 53 हजार करोड़ रुपया सीधे गरीबों के अकाउंट में भेजा है.
लॉकडाउन-5 को लेकर पूछे गए सवाल पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोरोना जैसी विभीषिका सैकड़ों साल में आती है. अभी इसकी कोई दवा तो है नहीं, बस लॉकाडाउन और दुआ ही ऐसे मौके पर काम आती है. जान के साथ अब जीवन में भी आगे बढ़ना है.
इस सवाल पर कि अगर केंद्र सरकार अच्छा काम नहीं कर पा रही है तो कांग्रेस शासित राज्यों की क्या अलग रणनीति है? इसपर अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राज्यों के मुख्यमंत्री अपने हिसाब से काम करते हैं. वो केंद्रीय स्तर पर योजना नहीं बनाते हैं. पूरे देश में योजना बनाने का काम केंद्र सरकार का है.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना किसी से सलाह लिए लॉकडाउन की घोषणा कर दी. उससे पहले न तो राज्यों से सुझाव लिए गए, न ही सर्वदलीय बैठक हुई. मोदी जी ने बस कह दिया कि 18 दिन में महाभारत का युद्ध जीत लिया था तो 21 दिन में कोरोना वायरस से युद्ध जीत लेंगे.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 30 जनवरी को भारत में कोरोना का पहला मरीज मिला था. 26 फरवरी को भारत सरकार चीन को दवाई भेज रही थी लेकिन यहां क्या करना है ये नहीं सोच रही थी. जब गायिका कनिका कपूर कोरोना पॉजिटिव पाई गईं और बीजेपी नेता उनके संपर्क में थे तब सरकार को लॉकडाउन का ख्याल आया. अगर फरवरी में लॉकडाउन लगाया गया होता तो हालात और भी बेहतर होते. उन्होंने कहा कि जब हम लोकसभा में कोरोना वायरस को लेकर बात कर रहे थे तो बीजेपी के नेता गोबर और गौमूत्र की बात कर रहे थे. लॉकडाउन सही तरीके से नहीं अफरा-तफरी में किया गया.
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 20 लाख करोड़ का पैकेज मजाक था. सरकार को जनता की कोई परवाह ही नहीं है. सरकार कामयाबी का झूठा दावा कर रही है. केंद्र सरकार कोई भी काम करती नहीं दिख रही है.
रामायण और महाभारत के प्रसारण को लेकर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह भारत की सांस्कृतिक विरासत है. यह धर्मों से परे है. मुस्लिम देश होने के बावजूद भी इंडोनेशिया में यह देखा जाता है.
चीन को लेकर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भारत अपने हितों की रक्षा करना जानता है. डोकलाम को लेकर भी पहले विवाद था लेकिन दो महीने में वह मुद्दा समाप्त हो गया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान कि पीएम मोदी का चीन की वजह से मूड खराब है, इसपर जावड़ेकर ने कहा कि मैं पैनल में इसकी टिप्पणी नहीं करता. हमारा विदेश मंत्रालय इसपर जवाब देगा.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर पूरा देश एक टीम बन गया है. लोगों का मोदी पर मूल विश्वास है. हर लॉकडाउन की समाप्ति के बाद नए प्रावधान आए. लॉकडाउन के बाद ही कंटेनमेंट जोन का अनुभव आया. सरकार किसी जादुई तकनीक से काम नहीं करती है. दुनिया के अनुभवों के आधार पर ही सरकार काम करती है. लॉकडाउन-5 के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ को एहतियाती कदम उठाए जाएंगे उसे क्या कहा जाएगा ये जानकारी मुझे नहीं है. हमारे 11 शहर सबसे ज्यादा संक्रमण की चपेट में हैं उनके लिए एहतियात बरतना होगा.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मजदूर अब झुग्गी झोपड़ी में नहीं रहेंगे. सरकार सभी मजदूरों को घर देने का काम करेगी. मजदूरों ने 25 मार्च तक तो काम किया ही था इसलिए केवल अप्रैल की सैलरी देनी थी, लेकिन कुछ लोगों ने नहीं दिया. गांव से सभी मजदूर वापस शहर जरूर लौटेंगे. कोरोना का पीक कब आएगा इस सवाल पर जावड़ेकर ने कहा कि न मैं वैज्ञानिक हूं और न ही ज्योतिष इसलिए इसपर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता हूं.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मजदूरों को मुद्दा जल्दी ही समाप्त हो जाएगा. सारे मजदूर हफ्ते भर में अपने घर पहुंच जाएंगे. डर की वजह से मजदूरों का पलायन हो रहा है. 15 दिन में 60 लाख मजदूर घर गए हैं.
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कोरोना संकट केवल मोदी सरकार के लिए नहीं पूरे विश्व के लिए कठिन समय है. लॉकडाउन करें तब भी तकलीफ है. लॉकडाउन न करें तब संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. लॉकडाउन पर उठ रहे सवालों को लेकर जावड़ेकर ने कहा कि पहले तीन दिन में कोरोना के केस डबल हो रहे थे अब 14 दिन डबलिंग रेट है, यह लॉकडाउन की वजह से ही संभव हो पाया है. और यह किसी ने नहीं कहा था कि 15 दिन में लॉकडाउन खत्म हो जाएगा और लोग बाहर घूमने लगेंगे. लोग कोरोना के साथ जीना सीख रहे हैं.
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बैकग्राउंड

नई दिल्ली: पूरा देश इस वक्त जानलेवा कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है. केंद्र सरकार से लेकर सभी राज्य सरकारें इसे रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रही हैं. इसी दौरान मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा करने जा रही है. इस मौके पर एबीपी न्यूज़ आज e Shikhar Sammelan आयोजित कर रहा है.


 


इस खास कार्यक्रम में मोदी सरकार का कार्यकाल कैसा रहा? इस सवाल पर सत्तापक्ष और विपक्ष से सवाल होंगे. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल ऐसे समय में पूरा हो रहा है, जब देश कोरोना वायरस की चपेट में है. इसको लेकर सरकार की तरफ से लॉकडाउन जैसे कड़े फैसले लिए गए हैं. इस दौरान कोरोना वायरस संकट में इकॉनमी को उबारने का क्या प्लान है इस पर राय ली जाएगी. इसके अलावा लॉकडाउन व सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी ली जाएगी.


 


e-शिखर सम्मेलन (e Shikhar Sammelan) में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, रविशंकर प्रसाद, नितिन गडकरी समेत सत्तारूढ़ दल के कई नेता जुड़ेंगे. वहीं विपक्ष की तरफ से कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, अभिषेक मनु सिंघवी, गौरव वल्लभ और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव समेत अन्य नेता होंगे. कार्यक्रम के LIVE अपडेट्स के लिए आप दिनभर एबीपी न्यूज़ के सभी प्लेटफॉर्म पर बने रहें.

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