नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संकट के बीच मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा करने जा रही है. इस मौके पर एबीपी न्यूज़ ने आज शिखर सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया है. इस मौके पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कोरोना वायरस, लॉकडाउन, मजदूरों के पलायन और चीन विवाद पर कई सवालों के जवाब दिए. प्रकाश जावडेकर ने कहा कि कोरोना संकट केवल मोदी सरकार के लिए नहीं पूरे विश्व के लिए कठिन समय है. हालांकि जब उनसे कोरोना के पीक पर जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि न तो मैं ज्योतिषी हूं और न ही वैज्ञानिक हूं. इसपर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता.
लॉकडाउन न करें तो संक्रमण का खतरा और बढ़ जाएगा- जावडेकर
लॉकडाउन से जुड़े एक सवाल पर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ''लॉकडाउन करें तब भी तकलीफ है. लॉकडाउन न करें तब संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.'' उन्होंने कहा, ''पहले तीन दिन में कोरोना के केस डबल हो रहे थे, अब 14 दिन में हो रहे हैं. यह लॉकडाउन की वजह से ही संभव हो पाया है. यह किसी ने नहीं कहा था कि 15 दिन में लॉकडाउन खत्म हो जाएगा और लोग बाहर घूमने लगेंगे. लोग कोरोना के साथ जीना सीख रहे हैं.''
जल्द खत्म होगा मजदूरों के पलायन का मुद्दा- जावडेकर
मजदूरों के पलायन से जुड़े सवाल पर जावड़ेकर ने कहा, ''मजदूरों के पलायन का मुद्दा जल्दी ही समाप्त हो जाएगा. सारे मजदूर हफ्ते भर में अपने घर पहुंच जाएंगे. डर की वजह से मजदूरों का पलायन हो रहा है. 15 दिन में 60 लाख मजदूर घर गए हैं.'' उन्होंने कहा, ''मजदूर अब झुग्गी झोपड़ी में नहीं रहेंगे. सरकार सभी मजदूरों को घर देने का काम करेगी. मजदूरों ने 25 मार्च तक तो काम किया ही था इसलिए केवल अप्रैल की सैलरी देनी थी, लेकिन कुछ लोगों ने नहीं दिया. गांव से सभी मजदूर वापस शहर जरूर लौटेंगे.''
भारत अपने हितों की रक्षा करना जानता है- जावडेकर
चीन विवाद पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में जावड़ेकर ने कहा, ''भारत अपने हितों की रक्षा करना जानता है. डोकलाम को लेकर भी पहले विवाद था लेकिन दो महीने में वह मुद्दा समाप्त हो गया.'' अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान कि 'पीएम मोदी का चीन की वजह से मूड खराब है', इसपर जावड़ेकर ने कहा, ''मैं पैनल में इसकी टिप्पणी नहीं करता. हमारा विदेश मंत्रालय इसपर जवाब देगा.''
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