मुंबई के बांद्रा में भीड़ के इकट्ठा होने और इस संबंध में संवाददाता राहुल कुलकर्णी की गिरफ्तारी पर ABP माझा का बयान-
मुंबई के बांद्रा वेस्ट स्टेशन में जुटी भीड़ और ABP माझा पर चली एक खबर के आपसी संबंध को बताने वाली कई रिपोर्ट्स आ रही हैं. ये रिपोर्ट्स पूरी तरह से गलत हैं और इन्हें ABP माझा की छवि खराब करने के लिए फैलाया जा रहा है.
चैनल की खबर को जनहित में प्रसारित किया गया था, जिसका आधार वैध दस्तावेज और जानकारी थी. सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री के लॉकडाउन बढ़ाने के संबंध में दिए गए दिये गए संबोधन और रेल मंत्रालय की तरफ से कई ट्रेन को रद्द करने और 3 मई 2020 तक के किराए के रिफंड की घोषणा के बाद दोपहर 12:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक हमने कई खबरें चलाई.
ABP माझा पर हमने साफ कहा कि कोई भी ट्रेन नहीं चलेगी. इसलिए करीब दोपहर 3:45 पर बांद्रा वेस्ट स्टेशन पर जुटी भीड़ और चैनल की खबर को आपस में जोड़े जाने की कोई वजह नहीं बनती.
ABP माझा की इस खबर और उसके अपडेट्स को आपराधिक कृत्य कहना अपमानजक है. हम इस बात से स्तब्ध और निराश हैं कि हमारे संवाददाता राहुल कुलकर्णी को इस खबर के संबंध में गिरफ्तार किया गया. हम कानून के तहत जरूरी और त्वरित कदम उठाएंगे. हम पूरे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि हम जिम्मेदार पत्रकारिता के रास्ते से भटके नहीं हैं.
पत्रकारिता और मीडिया जरूरी सेवाएं हैं. रेल मंत्रालय के 13.4.2020 के उस पत्र से इनकार नहीं किया जा सकता जिसमें प्रवासी मजदूरों को उनके गृहजिलों में वापस भेजने के लिए ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है. हम एक जिम्मेदार और सम्मानित चैनल हैं, हम समाज के एक बड़े वर्ग को जानकारी और खबर देकर एक आवश्यक सेवा प्रदान कर रहे हैं.
हम कोई भी खबर या जानकारी किसी विश्वसनीय सूत्र से लेने से पहले और उसे प्रसारित करने से पहले उसकी सत्यता की हर संभव जांच करते हैं. प्रधानमंत्री के भाषण से पहले सुबह में चलाई गई खबर के बावजूद, रेल मंत्रालय की इस घोषणा के बाद कि 3 मई 2020 तक कोई ट्रेन नहीं चलेगी, हमने फौरन अपने चैनल पर एक जिम्मेदार मीडिया संस्थान होने के नाते ये खबर चलानी शुरू कर दी. हम ये कहना चाहते हैं कि पत्रकारों को गिरफ्तार करने से पहले हर तथ्य और परिस्थिति की जांच पड़ताल होनी चाहिए.