नई दिल्ली: कश्मीर के अलगाववादी नेताओं पर बडा खुलासा हुआ है. जांच एजेंसियो को छापे के दौरान जो दस्तावेज बरामद हुआ है उसमें साफ तौर पर लिखा गया है कि किस अलगाववादी नेता को हाफिज सईद और पाक हाईकमीशन से आए कितने पैसे कब दिए गए. साल 2015-16 की टेरर फंडिग के इस दस्तावेज पर बाकायदा जहूर वताली के हस्ताक्षर भी है जो वैज्ञानिक परीक्षण के दौरान सही पाए गए है. जांच में यह भी पाया गया है कि कश्मीर में आंतक फैलाने का कौन मुख्य षंडयत्रकर्ता और कौन है मुख्य योजनाकार कौन कौन है.


टेरर फंडिग के इस दस्तावेज को जिसमें लिखा है कि आंतकी फंडिग का पैसा कहां से आया किसने दिया और आंतक मचाने के लिए ये पैसा किस किस अलगाववादी नेता को दिया गया. ये दस्तावेज टेरर फंडिग मामले की जांच के दौरान मारे गए छापो के दौरान बरामद किया गया. इस दस्तावेज पर जो किसी कंपनी की खर्च लिस्ट की तरह लगता है आंतकवादी सरगना हाफिज सईद औऱ आईएसआई के खास कहे जाने वाले कश्मीर के व्यवसायी जहूर वताली के दस्तखत हैं. इस पर यह भी लिखा हुआ है कि साल 2015-16 में विदेशी पैसा कहां से आय़ा और कहां खर्च हुआ.


दस्तावेज के आधार पर, टेरर फंडिग की 2015-16 की लिस्ट
-गिलानी साब
25 लाख रुपये, 20 जुलाई 2015
20 लाख रुपये, 21 नवंबर 2016
-शब्बीर शाह- 10 लाख रुपये- 20 अप्रैल 2015
-यासीन मलिक- 15 लाख रुपये, 7 अप्रैल 2015
-मसरत आलम -10 लाख रुपये, 8 मार्च 2015
-अल्ताफ फंटूश- 15 लाख रुपये, 13 सितंबर 2015
-नसीम गिलानी- 15 लाख रुपये, 16 जून 2016
-शगुफ्ता - 5 लाख रुपये, 21नवबर 2015
-एडवोकेट शफी रिशी- 12 लाख, 17 जून 2016


जांच एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि इन लोगो में गिलानी साब आल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेस के एसएएस गिलानी है क्योकि लिस्ट में उनके अलावा उनके बेटे औऱ दामाद के नाम भी शामिल है.


कब-कब आया आतंकी फंड?
तीन मई 2015 को हाफिज सईद के जरिए दुबई से 52 लाख 5 हजार रुपये आए
15 मार्च 2016 को पाक हाई कमीशन से 30 लाख रुपये आए
20 अक्टूबर 2016 को पाक हाईकमीशन में तैनात अधिकारी इकबाल चीमा से 40 लाख रुपये आए


दस्तावेजों के मुताबिक इस पूरे मामले के मुख्य षडयंत्रकारियो में मुख्य नाम हाफिज सईद, सैय्यद सलाहुद्दीन, एसएएस गिलानी, यासीन मलिक, उमर फारूक, आयशा इंद्राबी, शब्बीर शाह हैं. इसके साथ ही कुछ और योजनाकार अल्ताफ अहमद शाह उर्फ फंटूश, शाहिद उल इस्लाम, नईम खान तथा अन्य. इसी तरह से किस नेता का आंतक की इस फंडिग तथा कश्मीर मे अशांति फैलाने में क्या भूमिका है इसका खुलासा किया गया है. जल्द ही इन नेताओं पर कानून का शिकंजा कसने जा रहा है.


कौन है जहूर अहमद वटाली?
जहूर अहमद शाह वटाली कश्मीर का एक कारोबारी है. लश्कर ए तैयबा के प्रमुख हाफिज का फाइनेंशर और बैंकर है. वटाली संयुक्त अरब अमीरात से हवाला के जरिए भारत पहुंचाता था, इस पैसे का इस्तेमाल आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देना भी था. वटाली के गुरुग्राम, दिल्ली और श्रीनगर के घरों पर जून 2017 में छापेमारी की भी गई. अगस्त 2017 में वटाली के तीन करीबियों के घरों पर सुरक्षा एजेंसियों ने रेड मारी. वटाली को हिरासत में लेकर अधिकारियों ने पूछताछ भी की थी.


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