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ABP-CVoter 2021 Election Opinion Poll: पांच राज्यों का सबसे सटीक ओपिनियन पोल, यहां जानें किस राज्य में बन सकती है किसकी सरकार?
ABP-CVoter 2021 Election Opinion Poll: पांच राज्यों का सबसे सटीक ओपिनियन पोल, यहां जानें किस राज्य में बन सकती है किसकी सरकार?
ABP News-CVoter 2021 Election Opinion Poll LIVE Updates, West Bengal, Assam, Tamil Nadu, Puducherry, Kerala: इस साल पांच राज्यों पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में विधासनभा चुनाव होने हैं. पिछली बार सिर्फ असम में ही बीजेपी की सरकार बन पाई थी. इस बार जनता का मूड क्या है, हर अपडेट के लिए बनें रहें एबीपी न्यूज़ के साथ...
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
18 Jan 2021 10:08 PM
मुख्यमंत्री के तौर पर कौन सा चेहरा बीजेपी को सबसे ज्यादा फायदा देगा? इस सवाल के जवाब में 34 फीसदी लोगों ने कहा कि सौरव गांगुली अगर बीजेपी का चेहरा हों तो पार्टी को फायदा होगा. वहीं 15 फीसदी लोगों ने दिलीप घोष के नाम पर सहमति जताई. 12 फीसदी लोगों ने कहा कि अगर शुभेंदु अधिकारी बीजेपी का चेहरा होंगे तो पार्टी को फायदा होगा. 39 फीसदी लोगों ने इस पर कोई राय नहीं दी.
क्या बीजेपी के ‘टोलाबाज भाइपो’ स्लोगन से वोटर पर असर पड़ेगा. इस सवाल का 42 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया. 34 फीसदी लोगों ने इसका जवाब नहीं में दिया वहीं 24 फीसदी लोगों ने कोई राय नहीं दी.
‘दुआरे सरकार’ कार्यक्रम से क्या टीएमसी को फायदा होगा, इस सवाल का 45 फीसदी लोगों ने हां और 37 फीसदी लोगों ने नहीं में जवाब दिया. वहीं 18 फीसदी लोगों ने कहा कि वे इस पर कुछ कह नहीं सकते हैं.
अगर मुख्यमंत्री का चेहरा तय हो तो क्या बीजेपी को फायदा होगा, इस सवाल के जवाब में 37 फीसदी लोगों ने कहा कि इससे बीजेपी को फायदा होगा. वहीं 36 फीसदी लोगों ने नहीं में इसका जवाब दिया. 27 फीसदी लोगों की कोई राय नहीं है.
सौरव गांगुली बीजेपी के सीएम उम्मीदवार हों तो पार्टी को फायदा होगा, इस पर 48 फीसदी लोगों का मानना है कि अगर सौरव गांगुली बीजेपी के सीएम उम्मीदवार हों तो पार्टी को फायदा होगा. हालांकि, 33 फीसदी लोगों का मानना है कि इससे बीजेपी को फायदा नहीं होगा. इस सवाल के जवाब में 19 फीसदी लोगों की कोई राय नहीं है.
शुभेंदु अधिकारी के BJP में जाने से TMC को नुकसान होगा, इसके जवाब में 46 फीसदी लोगों ने कहा कि टीएमसी को नुकसान होगा. वहीं 35 फीसदी लोगों को मानना है कि टीएमसी को नुकसान नहीं होगा. वहीं 19 फीसदी लोगों की कोई राय नहीं है.
शुभेंदु अधिकारी के BJP में जाने से TMC को नुकसान होगा, इसके जवाब में 46 फीसदी लोगों ने कहा कि टीएमसी को नुकसान होगा. वहीं 35 फीसदी लोगों को मानना है कि टीएमसी को नुकसान नहीं होगा. वहीं 19 फीसदी लोगों की कोई राय नहीं है.
पश्चिम बंगाल: ओपिनियन पोल के मुताबिक, टीएमसी को 154 से 162 मिल सकती हैं. वहीं बीजेपी के खाते में 98 से 106 सीटें जानें का अनुमान है. कांग्रेस और लेफ्ट के गठबंधन को 26 से 34 सीटें मिल सकती है. वहीं अन्य के खाते में 2 से छह सीटें जा सकती हैं.
पश्चिम बंगाल: ओपिनियन पोल के मुताबिक, इस बार के चुनाव में टीएमसी को 43 फीसदी वोट मिल सकते हैं. वहीं बीजेपी को 37.5 फीसदी वोट मिल सकते हैं. कांग्रेस और लेफ्ट के गठबंधन के खाते में 12 फीसदी सीटें जा सकती हैं. इसके अलावा अन्य को 7.5 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कामकाज से से कितने खुश हैं, इस सवाल के जवाब में 43 फीसदी लोग काम से बहुत संतुष्ट दिखे. 32 फीसदी लोग मुख्यमंत्री के कामकाज से संतुष्ट हैं. वहीं 22 फीसदी लोग मुख्यमंत्री के काम से असंतुष्ट और 3 फीसदी लोगों की कोई राय नहीं है.
पश्चिम बंगाल: राज्य सरकार के काम से कितने खुश हैं, इस पर 16 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. 22 फीसदी लोग राज्य सरकार के काम से संतुष्ट दिखे. 49 फीसदी लोग सरकार के काम से असंतुष्ट थे. 13 फीसदी लोग ऐसे रहे जिनकी कोई राय नहीं थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज से कितने संतुष्ट हैं, इस पर पश्चिम बंगाल के 37 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. 37 फीसदी लोग ऐसे हैं जो पीएम मोदी के कामकाज से संतुष्ट हैं. 24 फीसदी लोग ऐसे हैं जो प्रधानमंत्री के काम से असंतुष्ट हैं. 2 फीसदी लोग ऐसे थे जिनकी कोई राय नहीं है.
पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए सर्वे में राज्य की जनता से ये सवाल किया गया कि वे केंद्र सरकार के काम से कितने संतुष्ट हैं. इसके जवाब में 33 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. वहीं 38 फीसदी लोगों ने कहा कि वे संतुष्ट और 27 फीसदी लोगों ने कहा कि वे असंतुष्ट हैं. वहीं 2 फीसदी लोग ऐसे थे जिनकी कोई राय नहीं है.
असम: ओपिनियन पोल के मुताबिक, NDA को 73 से 81 सीटें मिल सकती हैं. UPA को 36 से 44 सीटें मिल सकती हैं. इसके अलावा AIDUF को 5 से 9 सीटें मिल सकती हैं. अन्य के खाते में 0 से चार सीटें जाने का अनुमान है.
असम : ओपिनियन पोल के मुताबिक, इस बार के चुनाव में NDA को 43 फीसदी वोट मिल सकते हैं. वहीं UPA के खाते में 35 फीसदी सीटें जानें का अनुमान है. AIDUF के खाते में 8 फीसदी सीटें जा सकती हैं. इसके अलावा अन्य को 14 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
असम के सर्बानंद सोनोवाल के कामकाज से से कितने खुश हैं, इस सवाल के जवाब में 35 फीसदी लोग काम से बहुत संतुष्ट दिखे. 31 फीसदी लोग मुख्यमंत्री के कामकाज से संतुष्ट हैं. वहीं 22 फीसदी लोग मुख्यमंत्री के काम से असंतुष्ट और 12 फीसदी लोगों की कोई राय नहीं है.
असम: राज्य सरकार के काम से कितने खुश हैं, इस पर 33 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. 37 फीसदी लोग राज्य सरकार के काम से संतुष्ट दिखे. 19 फीसदी लोग सरकार के काम से असंतुष्ट थे. 11 फीसदी लोग ऐसे रहे जिनकी कोई राय नहीं थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज से कितने संतुष्ट हैं, इस पर असम के 33 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. 37 फीसदी लोग ऐसे हैं जो पीएम मोदी के कामकाज से संतुष्ट हैं. 16 फीसदी लोग ऐसे हैं जो प्रधानमंत्री के काम से असंतुष्ट हैं. 14 फीसदी लोग ऐसे थे जिनकी कोई राय नहीं है.
असम में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए सर्वे में राज्य की जनता से ये सवाल किया गया कि वे केंद्र सरकार के काम से कितने संतुष्ट हैं. इसके जवाब में 25 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. वहीं 43 फीसदी लोगों ने कहा कि वे संतुष्ट और 20 फीसदी लोगों ने कहा कि वे असंतुष्ट हैं. वहीं 12 फीसदी लोग ऐसे थे जिनकी कोई राय नहीं है.
ABP Opinion Poll के मुताबिक, बीजेपी असम में एक बार फिर सत्ता में वापसी करेगी. बीजेपी गठबंधन (एनडीए) को 73 से 81 सीटें मिल सकती है. वहीं कांग्रेस गठबंधन (यूपीए) को 36 से 44 सीटों पर जीत मिल सकती है. बदरुद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ को पांच से नौ सीटों पर सफलता हासिल कर सकती है. अन्य को 0 से चार सीटें मिल सकती है. वोट प्रतिशत की बात करें तो एनडीए को 43 फीसदी, यूपीए को 35 फीसदी, एआईयूडीएफ को 8 फीसदी और अन्य को 14 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
पुडुचेरी: ओपिनियन पोल के मुताबिक, SDA को 12 से 16 सीटें मिल सकती हैं. वहीं एनडीए के खाते में 14 से 18 सीटें मिलने का अनुमान है. MNM के खाते में 0 से 1 सीट जा सकती है. अन्य के हिस्से में भी 0 से एक सीट आ सकती है.
केरल : ओपिनियन पोल के मुताबिक, LDF को 81 से 89 सीटें मिल सकती हैं. UDF के खाते में 49 से 57 सीटें मिल सकती हैं. बीजेपी को 0 से दो सीटें मिल सकती हैं. अन्य के खाते में भी 0 से दो सीटें जा सकती है.
केरल: ओपिनियन पोल के मुताबिक, इस बार के चुनाव में एलडीएफ को 42 फीसदी वोट मिल सकते हैं. वहीं UDF के खाते में 35 फीसदी सीटें जानें का अनुमान है. बीजेपी के खाते में 15 फीसदी सीटें जा सकती हैं. इसके अलावा अन्य को 8 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के कामकाज से से कितने खुश हैं, इस सवाल के जवाब में 48 फीसदी लोग काम से बहुत संतुष्ट दिखे. 35 फीसदी लोग मुख्यमंत्री के कामकाज से संतुष्ट हैं. वहीं 16 फीसदी लोग मुख्यमंत्री के काम से असंतुष्ट और 1 फीसदी लोगों की कोई राय नहीं है.
केरल: राज्य सरकार के काम से कितने खुश हैं, इस पर 48 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. 39 फीसदी लोग राज्य सरकार के काम से संतुष्ट दिखे. 12 फीसदी लोग सरकार के काम से असंतुष्ट थे. एक फीसदी लोग ऐसे रहे जिनकी कोई राय नहीं थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज से कितने संतुष्ट हैं, इस पर केरल के 33 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. 28 फीसदी लोग ऐसे हैं जो पीएम मोदी के कामकाज से संतुष्ट हैं. 39 फीसदी लोग ऐसे हैं जो प्रधानमंत्री के काम से असंतुष्ट हैं.
ओपिनयन पोल के मुताबिक, विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए सर्वे में केरल की जनता से ये सवाल किया गया कि वे केंद्र सरकार के काम से कितने संतुष्ट हैं. इसके जवाब में 30 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. वहीं 28 फीसदी लोगों ने कहा कि वे संतुष्ट और 41 फीसदी लोगों ने कहा कि वे असंतुष्ट हैं. वहीं 1 फीसदी लोग ऐसे थे जिनकी कोई राय नहीं है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामकाज से कितने संतुष्ट हैं, इस पर तमिलनाडु के 13 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. 35 फीसदी लोग ऐसे हैं जो पीएम मोदी के कामकाज से संतुष्ट हैं. 44 फीसदी लोग ऐसे हैं जो प्रधानमंत्री के काम से असंतुष्ट हैं. वहीं आठ फीसदी लोगों की कोई राय नहीं है.
तमिलनाडु: ओपिनियन पोल के मुताबिक, यूपीए को 158 से 166 सीटें मिल सकती हैं. वहीं एनडीए के खाते में 60 से 68 सीटें जा सकती हैं. एमएनएम को 0 से चार सीटें तो एएमएमके को 2 से 6 सीटें मिल सकती हैं. अन्य के खाते में 0 से चार 4 सीटें जा सकती हैं.
तमिलनाडु में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए सर्वे में राज्य की जनता से ये सवाल किया गया कि वे केंद्र सरकार के काम से कितने संतुष्ट हैं. इसके जवाब में 11 फीसदी लोगों ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. वहीं 32 फीसदी लोगों ने कहा कि वे संतुष्ट और 44 फीसदी लोगों ने कहा कि वे असंतुष्ट हैं. वहीं 13 फीसदी लोग ऐसे थे जिनकी कोई राय नहीं है.
ओपिनियन पोल के मुताबिक, इस बार के चुनाव में यूपीए को 41 फीसदी वोट मिल सकते हैं. वहीं एनडीए के खाते में 29 फीसदी सीटें जानें का अनुमान है. एमएनएम के खाते में सात फीसदी सीटें जा सकती हैं. इसके अलावा एएमएमके को आठ फीसदी तो अन्य को 15 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
अगले कुछ दिनों में देश के पांच राज्यों पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुदुचेरी में विधानसभा के चुनाव होने हैं. इन पांच राज्यों के चुनाव पर पूरे देश की नजर है. एबीपी न्यूज़ ने सी-वोटर के साथ पांच राज्यों के लोगों का मूड जाना है. पांच राज्यों में विधानसभा की कुल 824 सीटें हैं. ओपिनियन पोल के लिए इन सभी सीटों पर 45 हजार से ज्यादा लोगों से बात की गई है.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी के कामकाज से कितने खुश हैं, इस सवाल के जवाब में 22 फीसदी लोग काम से बहुत संतुष्ट दिखे. 39 फीसदी लोग मुख्यमंत्री के कामकाज से संतुष्ट हैं. वहीं 31 फीसदी लोग मुख्यमंत्री के काम से असंतुष्ट और 8 फीसदी लोगों की कोई राय नहीं है.
केरल में लोकसभा की कुल 20 सीटें हैं. इन 20 सीटों में से 15 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. दो पर आईयूएमएल के उम्मीदवार जीते थे. सीपीआईएम, केसीएम और आरएसपी के खाते में एक-एक सीट गई थी.
राज्य सरकार के काम से कितने खुश हैं, इस सवाल के जवाब में 15 फीसदी ने कहा कि वे बहुत संतुष्ट हैं. 42 फीसदी लोग सरकार के कामकाज से संतुष्ट हैं. 32 फीसदी लोग ऐसे हैं जो सरकार के कामकाज से खुश नहीं है यानी वे असंतुष्ट हैं. साथ ही 11 फीसदी लोग ऐसे हैं जिनकी कोई राय नहीं है.
ABP-C-Voter Opinion Poll 2021 Puducherry: पुदुचेरी में लोकसभा की केवल एक सीट है. पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के कब्जा जमाया.
असम में लोकसभा की कुल 14 सीटे हैं. यहां बीजेपी ने नौ सीटों पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस को तीन सीटों पर सफलता मिली थी. आईयूडीएफ ने एक और निर्दलीय ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी.
ABP-C-Voter Opinion Poll 2021 Tamil Nadu: तमिलनाडु में लोकसभा कुल 39 सीटे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी का राज्य में खाता नहीं खुला था. बीजेपी ने राज्य में एआईडीएमके के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था. एआईडीएमके के खाते में एक सीट गई थी. कांग्रेस ने डीएमके के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था. डीएमके के खाते में 24 सीटें गई थीं. कांग्रेस को आठ सीटें मिली थीं. सीपीआईएम और सीपीआई को दो-दो सीटों पर जीत मिली थी.
ABP-C-Voter Opinion Poll 2021: विधासनभा चुनाव के साथ-साथ पिछली बार हुए लोकसभा चुनाव के आंकड़ें भी गौर किए जा सकते हैं. पश्चिम बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटें हैं. पिछली बार लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने 22 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए 18 सीटों पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस ने दो सीटों पर सफलता हासिल की थी.
ABP News C-Voter Opinion Poll 2021 Results
एबीपी न्यूज़ पर कुछ देर में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव का सबसे सटीक ओपिनियन पोल दिखाया जाएगा. इससे पहले यहां पर साल 2016 में हुए विधानसभा में किस राज्य में किस पार्टी ने कैसा प्रदर्शन किया था, उसका विस्तार से जिक्र किया गया है.
बैकग्राउंड
ABP-CVoter 2021 Election Opinion Poll: इस साल देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. मई महीने में पांचों राज्यों में चुनाव हो सकते हैं. इसमें तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम, पुदुचेरी और असम शामिल है. पिछली बार इसमें से चार राज्यों में गैर बीजेपी सरकार बनी थी. सिर्फ असम में बीजेपी सरकार बनाने में सफल हो पाई थी. तमिलनाडु में विधानसभा की 234, पश्चिम बंगाल में 294, असम में 126, पुडुचेरी में 30 और केरल में 140 सीटें हैं.
2016 में हुए विधानसभा के राज्यवार आंकड़ें
पश्चिम बंगाल- 294
टीएमसी ने 293 सीटों पर चुनाव लड़ा और 203 पर जीत दर्ज करते हुए राज्य में सरकार बनाई.
बीजेपी ने 291 सीटों पर चुनाव लड़ा था. 3 पर जीत मिली.
बीएसपी ने 161 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन खाता नहीं खुला.
सीपीएम ने 148 सीटों पर चुनाव लड़ा और 23 पर सफलता मिली.
कांग्रेस ने 92 सीटों पर किस्मत आजमाई और 43 सीटों पर जीत मिली.
गोरखा मुक्ति मोर्चा ने तीन सीटें जीती थी.
एक निर्दलीय उम्मीदवार जीता था.
आरएसपी ने तीन सीटें जीती थीं.
ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी.
तमिलनाडु-234
बीजेपी ने 188 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन एक सीट भी जीतने में कामयाब नहीं हो पाई थी.
कांग्रेस 41 सीटों पर चुनाव लड़ी और उसके आठ उम्मीदवार जीतने में सफल रहे.
एडीएमके ने 234 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 135 सीटों पर सफलता हासिल की थी.
डीएमके ने 180 सीटों पर किस्मत आजमाई थी और 88 सीटें उनके खाते में गई थी.
आईयूएमएल ने ने एक सीट पर जीत दर्ज की.
असम-126
बीजेपी ने 89 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 60 सीटें जीतने में कामयाबी हासिल की और राज्य में सरकार बनाई.
सीपीआई ने 15 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन खाता नहीं खुला.
कांग्रेस ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 26 सीटों पर कामयाबी हासिल की थी.
एजीपी ने 30 सीटों पर चुनाव लड़ा और 14 पर सफलता हासिल की थी.
एआईयूडीएफ ने 74 सीटों पर अपनी किस्मत आजमाई और 13 सीटों पर सफलता मिली.
बीओपीएफ ने 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और 12 पर उसके उम्मीदवार जीतकर विधानसभा पहुंचे.
पुडुचेरी- 30
बीजेपी ने 30 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन उसका खाता नहीं खुला
कांग्रेस ने 21 पर चुनाव लड़ा था और 15 सीटों पर कामयाबी हासिल की थी.
एडीएमके ने 30 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और 4 पर जीत दर्ज की.
एआईएनआरसी ने भी 30 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और 8 पर सफलता मिली थी.
डीएमके ने 9 सीटों पर किस्मत आजमाया और 2 पर सफलता मिली.
केरल- 140
बीजेपी ने 98 सीटों पर उम्मीदवार उतारे लेकिन एक सीट पर ही सफलता मिली थी.
कांग्रेस ने 87 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और 22 पर जीत दर्ज की.
सीपीआई ने 25 सीटों पर कैंडिडेट उतारे और 19 पर जीत मिली.
सीपीएम ने 84 सीटों पर किस्मत आजमाई और 58 पर जीत हासिल की.
एनसीप ने 4 सीटों पर कैंडिडेट उतारे और 2 जीत मिली.
आईयूएमएल ने 23 सीटों पर उम्मीदवार उतारे और 18 सीटों पर जीत हासिल की.
जेडीएस ने 5 सीटों पर किस्मत आजमाया और 3 पर जीत मिली.
केईसी(एम) ने 15 सीटों पर उम्मीदवा उतारे और 6 पर जीत दर्ज की.
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