ABP News C-Voter Survey: बीजेपी ने लाइन लगाकर काटे दिग्गज नेताओं के टिकट, सर्वे बजा रहा खतरे की घंटी!
ABP C-Voter Survey 2022: गुजरात चुनाव से पहले सी-वोटर ने एबीपी न्यूज के लिए सर्वे में यह पता लगाया कि दिग्गज नेताओं के टिकट कटने से बीजेपी को फायदा या नुकसान होगा. जानिए क्या नतीजे सामने आए.
Gujarat ABP C-Voter Opinion Poll: गुजरात में चुनाव का बिगुल बज चुका है. चुनाव आयोग ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का एलान कर दिया है. राज्य में एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में मतदान होगा. चुनाव की तारीखों का एलान होने के बाद से गुजरात (Gujarat) में तमाम पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. गुजरात में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने अपने सीएम उम्मीदवार की घोषणा करते हुए इशुदान गढ़वी के नाम का एलान किया है तो वहीं अमित शाह (Amit Shah) ने कहा है कि गुजरात में वर्तमान सीएम भूपेंद्र पटेल ही बीजेपी का सीएम चेहरा होंगे. चुनाव से पहले गुजरात की जनता का मूड जानने के लिए एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने ओपिनियन पोल किया है.
इस ओपिनियन पोल में सवाल किया गया कि दिग्गज नेताओं के टिकट कटने से बीजेपी को फायदा या नुकसान होगा? इस सवाल पर चौंकाने वाले जवाब मिले हैं. सर्वे में 42 प्रतिशत लोगों ने कहा कि दिग्गज नेताओं के टिकट काटने से बीजेपी को फायदा होगा. 48 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इससे बीजेपी को नुकसान होगा. वहीं, 10 प्रतिशत लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें लगता है कि दिग्गज नेताओं के टिकट कटने से चुनाव में बीजेपी पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
दिग्गज नेताओं के टिकट कटने से बीजेपी को फायदा या नुकसान होगा?
स्रोत- सी वोटर
1. फायदा- 42%
2. नुकसान- 48%
3. असर नहीं- 10%
गुजरात में इस बार बीजेपी और कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी भी ताल ठोक रही है. अरविंद केजरीवाल गुजरात की जनता से कई वादे कर चुके हैं. 27 वर्षों से सत्ता पर काबिज बीजेपी के लिए वापसी आसान नहीं होगी. हालांकि, बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ नेता मैदान में है. बहरहाल, गुजरात में कौन बाजी मारेगा, यह तो 8 दिसंबर को ही पता चलेगा.
नोटः- गुजरात में एक और पांच दिसंबर को वोटिंग है. नतीजे आठ दिसंबर को सामने आएंगे. जनता के मन में क्या है, इसको लेकर abp न्यूज के लिए सी-वोटर (C-Voter) ने साप्ताहिक सर्वे किया है. इस सर्वे में 2,666 लोगों से बात की गई है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस पांच फीसदी है.
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