ABP C-Voter Survey: क्या कैश कांड सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है? जानें लोगों ने क्या जवाब दिया
ABP C-Voter Survey for UP Election 2022: कैश कांड के मुद्दे का ज़िक्र सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक कर चुके हैं. इस पूरे मामले पर अखिलेश यादव बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं.
ABP C-Voter 2022 Election Survey: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बीते कुछ दिनों में कई लोगों पर छापेमारी हुई है. सबसे बड़ा छापा कानपुर (Kanpur) और कन्नौज (Kannauj) में इत्र व्यापारी पीयूष जैन (Piyush Jain) के घर पर पड़ा, जिसमें करीब 200 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई. इसके अलावा कई संपत्तियों का भी पता चला. पीयूष जैन को तो गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन इस मुद्दे ने अब राजनीतिक रूप ले लिया है. कारोबारी के घर से बड़ी रकम मिलने के बाद समाजवादी पार्टी (SP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) में वार पलटवार का दौर भी चल रहा है.
कैश कांड के मुद्दे का ज़िक्र सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तक कर चुके हैं. इस पूरे मामले पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या क्या कैश कांड सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है? इसी को देखते हुए एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर की ओर से कराए गए सर्वे में लोगों से सवाल भी किया है. सर्वे में 39 फीसदी लोगों ने कहा कि हां कैश कांड सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है, जबकि 44 फीसदी ने नहीं में जवाब दिया. पता नहीं कहने वाले 17 फीसदी लोग थे.
क्या कैश कांड सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है?
हां-39%
नहीं-44%
पता नहीं-17%
पीएम मोदी कर चुके हैं ज़िक्र
हाल ही में पीएम मोदी ने बिना नाम लिए कहा था "मैं सोच रहा था बीते दिनों जो बक्से भर-भर के नोट मिले हैं, उसके बाद भी ये लोग यही कहेंगे कि ये भी हमने ही किया है. साथियों आप कानपुर वाले तो बिजनेस को, व्यापार-कारोबार को अच्छे से समझते हैं." इस मामले पर हाल ही में अखिलेश यादव ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि जो पैसा निकला है, अंत में देखेंगे कि ये पैसा बीजेपी का ही निकलेगा.
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के तहत काम करने वाली जांच एजेंसी- माल एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय (DDGI) ने हाल में कानपुर और कन्नौज में शिखर पान मसाला, एक ट्रांसपोर्टर और अन्य के खिलाफ छापेमारी की थी. मामले में इत्र व्यापारी पीयूष जैन को गिरफ्तार किया गया और 197 करोड़ रुपये से अधिक नकद धन राशि के अलावा 26 किलोग्राम सोना और भारी मात्रा में चंदन का तेल जब्त किया गया. आयकर विभाग केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के तहत कार्य करता है.
दिल्ली में कोरोना के 80 फीसदी से ज्यादा केस Omicron वेरिएंट के, केजरीवाल सरकार का बड़ा दावा