ABP C-Voter Survey: क्या राजस्थान में अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए? लोगों ने बताया उनके मन में क्या
ABP News C-Voter Survey: एबीपी न्यूज़ के लिए सी-वोटर ने त्वरित सर्वे किया है. इसमें सवाल किया गया कि क्या राजस्थान में अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए?
ABP News Survey On Ashok Gehlot: कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव के बीच राजस्थान कांग्रेस में काफी हलचल रही. पार्टी के अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम चल रहा था. हालांकि इस बीच ये चर्चा भी रही कि अगर गहलोत पार्टी के अध्यक्ष बनेंगे तो उन्हें सीएम पद छोड़ना होगा. इसके बाद राजस्थान कांग्रेस में बगावत हो गई थी. ऐसे सियासी माहौल में abp न्यूज़ हर हफ्ते देश का मूड दिखा रहा है.
एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने अशोक गहलोत को लेकर त्वरित सर्वे किया है. ये त्वरित सर्वे बुधवार से लेकर शुक्रवार तक किया गया है. सी वोटर के इस सर्वे में 5 हजार 291 लोगों से बात की गई है. सर्वे के नतीजे पूरी तरह से लोगों से हुई बातचीत पर आधारित हैं. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.
अशोक गहलोत को लेकर क्या है लोगों की राय?
सी वोटर के इस सर्वे में सवाल किया गया कि क्या राजस्थान में अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए? इस सवाल के जवाब में हैरान करने वाले नतीजे सामने आए हैं. इस सर्वे में 47 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हां राजस्थान में अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए. वहीं 53 प्रतिशत लोगों का मानना है कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री नहीं बने रहना चाहिए.
क्या राजस्थान में अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए?
हां-47%
नहीं-53%
गौरतलब है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चाओं के बाद गहलोत खेमे के विधायकों ने बगावत कर दी थी. गहलोत के बाद सचिन पायलट को सीएम बनाने की चर्चा थी, लेकिन गहलोत समर्थक विधायक पायलट के नाम पर राजी नहीं थे. विधायकों की बगावत के बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) नाराज हो गई थीं. अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने उनसे माफी भी मांगी थी. कांग्रेस (Congress) के सूत्रों के कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के बाद पार्टी आलाकमान राजस्थान के घटनाक्रम पर फैसला करेगी.
नोट- सी-वोटर के इस सर्वे में 5 हजार 291 लोगों से बात की गई है. सर्वे के नतीजे पूरी तरह से लोगों से हुई बातचीत पर आधारित हैं. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.
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