ABP C Voter Survey: 10 मई को होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (29 अप्रैल) को राज्य में रोड शो करेंगे. वहीं, अगले पखवाड़े में पीएम मोदी की 22 रैलियां होने की उम्मीद है. इससे पहले पिछले चार महीने में पीएम मोदी 8 बार कर्नाटक का दौरा कर चुके हैं. कर्नाटक के अलावा भी दक्षिण के कई राज्यों पर केंद्र और पीएम मोदी का फोकस देखा गया है.


ऐसे में क्या पीएम मोदी को वाराणसी के साथ ही दक्षिण भारत से भी चुनाव लड़ना चाहिए? इस सवाल पर जनता के बीच जाकर सर्वे किया गया. यह त्वरित सर्वे एबीपी न्यूज के लिए सीवोटर ने किया, जिसमें चौंकाने वाले नतीजे सामने आए. सर्वे में 48 फीसदी लोगों ने 'हां' में जवाब दिया. 33 फीसदी लोग ऐसे भी हैं जिनका मानना है कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. 19 फीसदी ने 'पता नहीं' में जवाब दिया. सर्वे में 4 हजार 890 लोगों से बात की गई है. इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.






क्या पीएम मोदी को वाराणसी के साथ ही दक्षिण भारत से भी चुनाव लड़ना चाहिए? 
स्रोत- सी वोटर



  • हां-48%

  • नहीं-33%

  • पता नहीं-19%


बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दो बार से वाराणसी सीट से चुनाव लड़ते आ रहे हैं और बड़े अंतर से उन्हें जीत मिली. वाराणसी सीट से पीएम मोदी के लड़ने से आसपास की सीटों पर भी खासा असर देखा जाता है. बीजेपी (BJP) की आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर दक्षिण भारत पर खास नजर है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या वो दक्षिण भारत से चुनाव लड़ेंगे.


बीजेपी के लिए कर्नाटक में सरकार में वापसी करना एक बड़ी चुनौती है. यहां विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और जेडीएस कड़ी चुनौती दे रही हैं. केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पार्टी कमजोर रही है. इसी के मद्देनजर बीजेपी के शीर्ष नेता लगातार इन राज्यों का दौरा कर रहे हैं. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के त्रिशूर में रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. 


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