ABP News C-Voter Survey: ईरान (Iran) में महसा अमीनी की हिजाब (Hijjab) न पहनने को लेकर हुई गिरफ्तारी और उसके बाद उसकी मौत से इस इस्लामिक देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बवाल मचा हुआ है. हिजाब विरोधी प्रदर्शनों में दुनिया की औरतें सड़कों पर हैं. इस्लामिक देशों में गुस्से में भरी महिलाएं हिजाब जला रही हैं, बाल काट रही है. वहीं यूरोप में इसे लेकर खासे प्रदर्शनों के दौर चल रहे हैं.
इसी ज्वलंत और मौजू मुद्दे को लेकर साप्ताहिक सर्वे सी-वोटर ने किया है. इस सर्वे में 4427 लोगों से हिजाब पहनने या न पहनने के बारे में पूछा गया. इस मुद्दे पर सर्वे में जो बात सामने निकलकर आई उसमें सबसे अधिक इस बात पर जोर दिया गया कि महिलाओं और लड़कियों को इसका फैसला खुद करने दिया जाए. सर्वे के नतीजों में 5 चीजें निकल कर सामने आई हैं.
पहली 47 फीसदी लोगों ने कहा है कि हिजाब पहनने या न पहनने का फैसला लड़कियों या औरतों पर छोड़ दिया जाए. वहीं 28 फीसदी लोग ये मानते हैं कि जहां यूनिफॉर्म होती है वहां महिलाओं को हिजाब नहीं पहनना चाहिए. 11 फीसदी लोग हिजाब को दकयानूसी मानते हुए उसे न पहनने की बात कहते हैं तो 8 फीसदी लोग कहते हैं हिजाब पहनना चाहिए क्योंकि ये धर्म का हिस्सा है. 6 फीसदी लोगों का कहना है कि इसका गलत इस्तेमाल होने की आंशका है, नहीं पहनना चाहिए.
हिजाब पहनने या न पहनने के बारे में आपके क्या विचार हैं?
- खुद लड़कियां फैसला करें 47%
- यूनिफॉर्म वाली जगहों पर नहीं पहनना चाहिए 28%
- हिजाब दकियानूसी है, नहीं पहनना चाहिए 11%
- गलत इस्तेमाल की आशंका, नहीं पहनना चाहिए 6%
- पहनना चाहिए, धर्म का हिस्सा है 8%
उबल रहा ईरान एंटी हिजाब प्रदर्शनों से
ईरान में महसा अमीनी (Mahsa Amini) की मौत ने जैसे हिजाब के खिलाफ मुहिम छेड़ दी हो. उनकी मौत के बाद से ही ईरान विरोध प्रदर्शनों की चपेट में हैं. यहां प्रदर्शनों का सिलसिला थम नहीं रहा है.लंदन के मानवाधिकार समूह एमनेस्टी इंटरनेशनल (Amnesty International) ने ईरान के सुरक्षा बलों के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ क्रूर तरीके अपनाने की खासी आलोचना की है. ताजा हालातों की बात करें तो ईरान में केवल 14 दिनों में ही 80 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. जर्मनी (Germany) की विदेश मंत्री एनालेना बेरबॉक (Annalena Baerbock) ने ईरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. पूरी दुनिया ईरानी महिलाओं हिजाब के खिलाफ प्रदर्शनों समर्थन दे रही है. हिजाब के विरोध में औरतों ने 1 अक्टूबर शनिवार को 70 शहरों में रैलियां की हैं.
नोट- abp न्यूज़ के लिए ये साप्ताहिक सर्वे सी-वोटर ने किया है. इस सर्वे में 4427 लोगों से बात की गई है. सर्वे के नतीजे पूरी तरह से लोगों से की गई बातचीत और उनके द्वारा व्यक्त की गई राय पर आधारित हैं. इसके लिए abp न्यूज़ ज़िम्मेदार नहीं है.
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