ABP News C-Voter Survey: मोरबी पुल हादसे के लिए जिम्मेदार कौन? गुजरात सरकार को जनता का झटका, सर्वे में बताई मन की बात
ABP News C-Voter Survey: गुजरात में मोरबी पुल हादसे के लिए जिम्मेदार कौन? एबीपी न्यूज सी वोटर सर्वे में लोगों ने दिये चौंकाने वाले जवाब.
ABP News C-Voter Survey: गुजरात के मोरबी में माछू नदी पर बना पुल रविवार को टूटकर गिर गया. इस हादसे में 135 लोगों की जान चली गई. इस हादसे में चौंकाने वाली बात ये थी कि पुल पिछले 7 महीने से बंद था. इसकी मरम्मत की जा रही थी. मरम्मत के बाद पुल को कुछ दिन पहले ही आम जनता के लिए खोला गया था. जिसके बाद रविवार की शाम पुल गिर गया. इसके बाद गुजरात प्रशासन और मोरबी पुल का मैनेजमेंट देख रही ओरेवा कंपनी सवालों के घेरे में आ गई है. बाद में कोर्ट में कहा गया कि पुल की मरम्मत के लिए जिनलोगों को काम पर लगाया गया था, वे अक्षम थे. उन्होंने पुल की जमीन की मरम्मत की लेकिन उसके केबल को नहीं बदला गया जिससे केबल पुल पर जा रहे लोगों का भार नहीं उठा सका और गिर गया.
सर्वे में चौंकाने वाला खुलासा
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर ये हादसा किसकी लापरवाही के कारण हुआ. इसे लेकर एबीपी-सी वोटर ने सर्वे किया है. जिसमें आम जनता से पुल हादसे को लेकर सवाल पूछे गए तो लोगों ने सर्वे में चौंकाने वाले जवाब दिए हैं. इस सवाल के जवाब में लगभग 40 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है, 34 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इसके लिए स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार है, 17 प्रतिशत लोगों ने कहा कि मरम्मत करने वाली कंपनी जिम्मेदार है तो वहीं 09 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इसके लिए आम जनता जिम्मेदार है.
मोरबी पुल हादसे का जिम्मेदार कौन?
- राज्य सरकार- 40 प्रतिशत
- स्थानीय प्रशासन- 34 प्रतिशत
- कंपनी- 17 प्रतिशत
- आम जनता- 09 प्रतिशत
हादसे का क्या होगा असर-8 दिसंबर को पता चलेगा
गुजरात में चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है और इस चुनाव में मोरबी में हुए इस हादसे का विधानसभा चुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा. जनता की राय में तो बात सामने आ गई है. बता दें कि गुजरात में बीजेपी पिछले 27 सालों से सत्ता में है और इस बार गुजरात में दिल्ली और पंजाब में भारी बहुमत से सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी भी मुकाबले में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है. ऐसे में बीजेपी को इस बार कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी से भी कड़ी चुनौती मिल रही है. अब हादसे का चुनाव पर कितना प्रभाव पड़ा है ये तो 8 दिसंबर को रिजल्ट के दिन ही पता चलेगा.
नोट: गुजरात में चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है और हिमाचल में चुनाव प्रचार जोरों पर है. गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को वोटिंग है. हिमाचल में 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे । दोनों राज्यों की जनता के मन में क्या है ? abp न्यूज़ के लिए C VOTER ने साप्ताहिक सर्वे किया है. गुजरात में 2 हजार 647 और हिमाचल में 1 हजार 361 लोगों से बात की गई है । सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.