Puducherry ABP CVoter Opinion Poll: राजनीतिक गलियारों में पुदुचेरी इस साल चर्चा में रहा. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य की कांग्रेस को झटका लगा. उसने बहुमत खो दिया और सरकार गिर गई. 22 फरवरी को फ्लोर टेस्ट से पहले मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. अब एक बार फिर से राज्य में चुनाव होने जा रहे हैं. राज्य की कुल 30 विधानसभा सीटों पर 6 अप्रैल को चुनाव होने हैं और नतीजे 2 मई को आएंगे. इस बीच सियासी उठापटक वाले पुदुचेरी में जनता की राय जानने के लिए एबीपी न्यूज़ और सी-वोटर ने ताजा ओपिनियन पोल किया है.
सर्वे में किसकी बन रही है सरकार?
- यूपीए (कांग्रेस+DMK)- 10 से 14 सीटें
- एनडीए (AINRC+बीजेपी+AIADMK)- 16 से 20 सीटें
- अन्य- 0 से एक सीटें
पुदुचेरी में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 16 है. चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका लगा और सर्वे के आंकड़े भी कांग्रेस की चिंता बढ़ा सकते हैं. यानी इस बार राज्य में कांग्रेस सत्ता में वापसी करती नहीं दिख रही है. कांग्रेस और डीएमके वाली यूपीए गठबंधन को 10 से 14 सीटें मिल सकती हैं, जो बहुमत से दूर हैं.
वहीं बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 16 से 20 सीटें मिल सकती हैं. यानी राज्य में एनडीए की सरकार बन सकती है. इसके साथ ही अन्य के खाते में 0 से 1 सीटें मिलने का अनुमान है.
वोट शेयर?
इस बार के विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को 45.4 फीसदी वोट शेयर मिल सकते हैं. जबकि कांग्रेस और डीएमके के गठबंधन के खाते में 40.7 फीसदी वोट शेयर जा सकते हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में यूपीए गठबंधन को 39.5 फीसदी वोट शेयर मिले थे.
पिछली बार के नतीजे?
पिछली बीजेपी ने अकेले चुनाव लड़ा था और उसका खाता नहीं खुला था. उसने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. एआईएनआरसी ने भी अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था और सभी सीटों पर अपनी किस्मत आजमाई थी. उसे आठ सीटों पर कामयाबी मिली थी. एआईएडीएमके भी अकेले मैदान में उतरी थी. उसने भी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और चार सीटों पर जीत मिली थी. कांग्रेस और डीएमके ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था. कांग्रेस ने 21 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और 15 पर उसे कामयाबी हासिल हुई थी. डीएमके को नौ में से दो सीटों पर जीत मिली थी. एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी.
सी वोटर सर्वे नोट: सभी पांच चुनावी राज्यों की 824 विधानसभा सीटों पर 52 हजार 997 लोगों से बात की गई है. इसमें पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 19 हजार 314 लोगों से बात हुई है. सर्वे 28 फरवरी से 13 मार्च तक किया गया है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.