ABP C Voter Survey: मणिपुर में बीजेपी, कांग्रेस और तमाम क्षेत्रीय दल जोर शोर से चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं. सोमवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर अपना चुनावी पर्चा भी दाखिल कर दिया. इससे पहले शनिवार को कांग्रेस ने राज्य में वामदलों समेत पांच अन्य दलों के साथ गठबंधन का एलान किया. यानी छह दल मिलकर राज्य में चुनाव लड़ेंगे. इन सब के बीच सवाल अब भी वही है कि इस बार मणिपुर की सत्ता किसे मिलेगी?


मणिपुर में कौन सरकार बनाएगा? इसको लेकर एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर के ज़रिए राज्य में सर्वे किया और लोगों से उनका मूड जानने की कोशिश की. सर्वे के नतीजों पर नज़र डालें तो मणिपुर में बीजेपी को सबसे ज्यादा 34 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस के हिस्से 28 फीसदी वोट आ सकते हैं. इनके अलावा एनपीएफ 10 फीसदी वोट हासिल करता नज़र आ रहा है. हालांकि राज्य में अन्य के हिस्से में 28 फीसदी वोट जाता दिख रहा है. 


मणिपुर में कौन कितनी सीटें जीत सकता है? इसको लेकर लोगों से जब सवाल हुआ तो यहां भी बीजेपी सबसे आगे नज़र आ रही है. बीजेपी इस बार 21 से 25 सीटें जीत सकती है, जबकि कांग्रेस को 17 से 21 सीटें मिलने की उम्मीद है. वहीं एनपीएफ के खाते में 6 से 10 सीटें जाती दिख रही है और अन्य को 8 से 12 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान लगाया गया है.


मणिपुर में किसे कितने वोट ?


सी वोटर का सर्वे
कुल सीट- 60


बीजेपी-34%
कांग्रेस-28%
एनपीएफ-10%
अन्य - 28%


मणिपुर में किसे कितनी सीट ?


सी वोटर का सर्वे
कुल सीट- 60


बीजेपी-21-25
कांग्रेस-17-21
एनपीएफ- 6-10
अन्य -8-12


कांग्रेस ने किया है गठबंधन 


मणिपुर में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शनिवार को छह दलों ने गठबंधन किया जिसे ‘मणिपुर प्रोग्रेसिव सेक्युलर अलायंस’ (एमपीएसए) नाम दिया गया है. इस गठबंधन में कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), फारवर्ड ब्लॉक, आरएसपी और जेडी(एस) शामिल है.


इंफाल स्थित कांग्रेस भवन में सभी छह दलों ने बैठक के बाद संयुक्त प्रेस वार्ता में गठबंधन का ऐलान किया. इस बैठक में मणिपुर में कांग्रेस के चुनाव पर्यवेक्षक जयराम रमेश, पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह और वाम दलों के प्रतिनिधि मोइरंगथेम नारा सिंह शामिल थे. एमपीएसए के नेताओं ने कहा कि यदि उनकी सरकार बनी तो वह 18 सूत्रीय एजेंडा लागू करेंगे. इस एजेंडे में मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता और इसकी ऐतिहासिक सीमा की रक्षा, मणिपुर के लोगों को मुफ्त इलाज का अधिकार देने वाला कानून बनाना, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देना और आर्थिक न्याय दिलाने की बात शामिल है.


आपको बता दें कि मणिपुर में दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को चुनाव होने हैं. वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी और फिर नतीजों का एलान कर दिया जाएगा.


नोट: एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने चुनावी राज्यों का मूड जाना है. 5 राज्यों के इस फाइनल ओपिनियन पोल में 1 लाख 36 हजार से ज्यादा लोगों की राय ली गई है. चुनावी राज्यों की सभी 690 विधानसभा सीटों पर लोगों से बात की गई है. सर्वे 11 जनवरी से 6 फरवरी के बीच किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस तीन से प्लस माइनस 5 फीसदी है.


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