ABP News CVoter Survey: लोकसभा चुनाव 2024 का समय अब काफी नजदीक है. चुनाव जैसे-जैसे पास आ रहा है, सत्ता पक्ष और विपक्ष इसके लिए अपनी कमर कसते जा रहे हैं. बीजेपी एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने का दावा कर रही है तो वहीं उसका मुकाबला 2 दर्जन से भी ज्यादा पार्टियों वाले विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' से है.
साल की शुरुआत में ही बीजेपी माहौल अपने अनुरूप करने की कोशिश में है क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा इसी महीने 22 जनवरी को है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे. राम मंदिर का मुद्दा लोगों की आस्था से संबंधित है लेकिन इसका चुनावी फायदा बीजेपी को मिलेगा, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है.
इसके बाद अबूधावी में 14 फरवरी को बीएपीएस हिंदू मंदिर के उद्घाटन में भी पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है. हाल में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने यह कहते हुए तंज कसा था कि 2024 में यह साफ है कि बीजेपी अब अपने मूल संदेश पर वापस लौटेगी और नरेंद्र मोदी को हिंदू हृदय सम्राट के रूप में देश के सामने पेश करेगी.
बीजेपी के मंत्री से लेकर कार्यकर्ता, विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से देशवासियों के सामने केंद्र सरकार की योजनाओं और लाभों के माध्यम से मतदाताओं का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच एबीपी न्यूज ने जनता का मूड समझने की कोशिश की है. एबीपी न्यूज के लिए सीवोटर ने एक त्वरित सर्वे किया है, जिसमें जनता से सरोकार रखने वाले मुद्दों के बारे में भी पूछा गया. सर्वे में लोगों ने चौंकाने वाले जवाब दिए हैं.
सर्वे में जब पूछा गया कि देश में महंगाई कितना बड़ा मुद्दा है तो सबसे ज्यादा 56 फीसदी लोगों ने कहा कि यह 'अत्यंत महत्वपूर्ण' मुद्दा है. 21 फीसदी लोगों ने महंगाई को 'कुछ हद तक महत्वपूर्ण' मुद्दा बताया. 17 फीसदी लोगों ने कहा कि महंगाई 'कोई मुद्दा नहीं' है. वहीं, 6 फीसदी लोगों ने कहा कि वो इस बारे में कुछ 'कह नहीं सकते' हैं.
देश में महंगाई कितना बड़ा मुद्दा है?
सोर्स- सी वोटर
अत्यंत महत्वपूर्ण - 56%
कुछ हद तक महत्वपूर्ण - 21%
कोई मुद्दा नहीं - 17%
कह नहीं सकते - 6%
सर्वे में जब पूछा गया कि देश में बेरोजगारी कितना बड़ा मुद्दा है तो सबसे ज्यादा 61 फीसदी लोगों ने कहा कि यह 'अत्यंत महत्वपूर्ण' है. 19 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी को 'कुछ हद तक महत्वपूर्ण' मुद्दा बताया. 15 फीसदी लोगों ने कहा कि यह 'कोई मुद्दा नहीं' है. वहीं, 5 फीसदी लोगों ने कहा कि वे इस बारे में कुछ 'कह नहीं सकते' हैं.
बेरोजगारी कितना बड़ा मुद्दा है?
सोर्स- सी वोटर
अत्यंत महत्वपूर्ण - 61%
कुछ हद तक महत्वपूर्ण - 19%
कोई मुद्दा नहीं - 15%
कह नहीं सकते - 5%
नोट- आज साल 2024 का पहला दिन है. इसी साल लोकसभा का चुनाव है. देश की चुनौतियों पर abp न्यूज़ के लिए C VOTER ने त्वरित सर्वे किया है. इस सर्वे में 2,263 लोगों की राय ली गई है. सर्वे 30 दिसंबर को किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.
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