नई दिल्ली: हैदराबाद रेप और मर्डर कांड के बाद देश में गुस्से का माहौल है, सड़क से लेकर संसद तक महिला सुरक्षा के लिए आवाज उठ रही है. महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों को देखते हुए कुछ राज्यों ने एडवायजरी भी जारी की लेकिन ये सलाह कम और महिलाओं पर पाबंदी ज्यादा लगीं. हैदराबाद कांड के बाद महिलाओं की सुरक्षा और उनके खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर भी नई बहस शुरू हो गई है.
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के लिए अपराधियों की सोच से लेकर लचर कानून व्यवस्था और न्याय मिलने में देरी जैसे कारणों का हवाला दिया जा रहा है. इसी बहस के बीच एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर्स के साथ मिलकर महिला सुरक्षा को लेकर सर्वे करवाया है. इस सर्वे में हमने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर महिलाओं और पुरुषों दोनों से दोनों से सवाल पूछे. इस सर्वे में कुछ चौंकाने वाले आंकड़े भी सामने आए.
सर्वे में पूछा गया तो महिला विरोधी अपराध के लिए आप किसे जिम्मेदार मानते हैं तो 18% लोगों ने पुरुषों की सोच को जिम्मेदार बताया. वहीं 14% ने इंटरनेट और टीवी पर दिखाए जा रहे अश्लील कंटेंट को जिम्मेदार माना. इसके साथ ही 14% लोगों ने राज्य सरकार को जिम्मेदार माना. इसी तरह महिलाओं के खिलाफ अपराध की बड़ी वजह के सवाल पर 21% लोगों ने कहा कि अपराधियों में कानून का डर ही नहीं है.